पॉलिटॉक्स ब्यूरो. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर देश के गृहमंत्री अमित शाह द्वारा लखनऊ में की गई खुली बहस की चुनौती को सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने स्वीकार किया है. मायावती और अखिलेश यादव द्वारा शाह की चुनौती को स्वीकारने की बात पर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक ट्वीट से तीनों पर निशाना साधा और ट्वीट की शुरुआत एक गाने से करते हुए प्रियंका ने लिखा, ‘अजीब दास्तां है ये कहां शुरू कहां खत्म...। दरअसल, हाल में अमित शाह ने लखनऊ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था, ‘मैं डंके की चोट पर कहता हूं कि सीएए कानून वापिस नहीं होने वाला जिसे लेकर कांग्रेस, टीएमसी, मायावती, सपा और कम्युनिष्ट कांव-कांव चिल्ला रहे हैं‘. यहां शाह ने विपक्ष के नेताओं को नागरिकता संशोधन कानून पर खुले मंच पर बहस करने की चुनौती भी दी.
अमित शाह की जनसभा के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को जनेश्वर मिश्र की पुण्यतिथि पर सपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि उत्तर प्रदेश और भारत की धरती पर जो भाषा राजनीति में इस्तेमाल हो रही है, ये राजनीति करने वालों की भाषा नहीं हो सकती. सीएए का विरोध वह अकेले नहीं कर रहे बल्कि हर वह व्यक्ति कर रहा है जो इसको समझ रहा है. बता दें, इससे पहले तक अखिलेश यादव ने CAA के मुद्दे पर अपने होंठ सिले हुए थे. यादव ने ये भी कहा कि वह बहस के लिए तैयार हैं बशर्ते भाजपा विकास के मुद्दे पर बहस करे.
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उन्होंने यह भी कहा कि खुशी है कि महिलाएं सीएए के विरोध में आगे आई हैं. इस बात पर पलटवार करते हुए यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘कुछ लोगों में इतनी हिम्मत नहीं कि वे स्वयं आंदोलन करें इसलिए घर की महिलाओं और बच्चों को चौराहों पर बैठा दिया, पुरुष घर में रजाई में सो रहे हैं और महिलाएं चौराहे पर हैं’. हालांकि उनके बयान पर जमकर सियासी बवाल मचा हुआ है.
वहीं अमित शाह द्वारा सीएए पर बहस की चुनौती को बसपा अध्यक्ष मायावती ने भी स्वीकार करते हुए ट्वीट किया, ‘अति विवादित सीएए, एनसीआर और एनआरपी के खिलाफ पूरे देश में युवाओं व महिलाओं द्वारा संगठित होकर संघर्ष व आंदोलन करने से केंद्र सरकार परेशान है. लखनऊ की रैली में विपक्ष को इस मुद्दे पर बहस करने की चुनौती पर बसपा किसी भी मंच पर और कहीं भी स्वीकार करने को तैयार है’.
आति-विवादित CAA/NRC/NPR के खिलाफ पूरे देश में खासकर युवा व महिलाओं के संगठित होकर संघर्ष व आन्दोलित हो जाने से परेशान केन्द्र सरकार द्वारा लखनऊ की रैली में विपक्ष को इस मुद्दे पर बहस करने की चुनौती को BSP किसी भी मंच पर व कहीं भी स्वीकार करने को तैयार है।
— Mayawati (@Mayawati) January 22, 2020
मायावती और अखिलेश यादव द्वारा शाह की चुनौती को स्वीकारने की बात पर प्रियंका गांधी ने एक ट्वीट से तीनों पर निशाना साधा और ट्वीट की शुरुआत एक गाने से करते हुए प्रियंका वाड्रा ने लिखा, ‘अजीब दास्तां है ये कहां शुरू कहां खत्म...। गृह मंत्री जी उत्तर प्रदेश में उन्हें चुनौती दे रहे हैं जो उनके खिलाफ लड़ने के लिए घर से बाहर तक नहीं निकले’. दरअसल यहां उनका सीधा इशारा यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव की ओर था. प्रियंका वाड्रा ने आगे लिखा, ‘जिन्हें गृहमंत्रीजी को चुनौती देनी चाहिए वे दूसरे प्रदेशों की समस्याओं की बातें कर रही हैं’. यहां प्रियंका के निशाने पर मायावती रहीं जो अक्सर यूपी की जगह राजस्थान एवं मध्य प्रदेश की समस्याएं उठाती रहती हैं, जहां कांग्रेस की सरकारें हैं.
अजीब दास्ताँ है ये..कहाँ शुरू कहाँ खतम..
गृहमंत्रीजी उप्र में उन्हें चुनौती दे रहे हैं जो उनके खिलाफ लड़ने के लिए घर से बाहर तक नहीं निकले और जिन्हें गृहमंत्रीजी को चुनौती देनी चाहिए वे दूसरे प्रदेशों की समस्याओं की बातें कर रही हैं।
उप्र की जागरूक जनता सब समझती है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) January 22, 2020