Politalks.News/UP. उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप और प्रताड़ना का शिकार बनी युवती की मौत के बाद सियासत गर्मा गई है. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए घटना को दुखद बताया. दोनों नेताओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रदेश की महिलाओं की सुरक्षा के प्रति जवाबदेह बताते हुए कहा कि यूपी में महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है और अपराधी खुलेआम अपराध कर रहे हैं. इधर, यूपी सरकार ने पीड़ित परिवार को मुआवजे के तौर पर 10 लाख रुपये की सहायता दी है. वहीं मामले में पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है. प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिवार के घर जाने की बात कही है. वहीं दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के बाहर कांग्रेस युवा मोर्चा नारेबाजी कर रहा है.
बता दें, यूपी के हाथरस जिले में 14 सितंबर को कुछ दरिंदे बने युवकों ने हैवानियर की सारी हदों को पार करते हुए 19 वर्षीय दलित युवती के साथ पहले गैंगरेप किया, उसके बाद युवती की जीभ काट दी थी, ताकि वो कुछ बोल न सके. उसकी रीढ़ की हड्डी भी तोड़ दी. युवती खेत में खून से लथपत बेहोश मिली. उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया दिया गया.
परिवार का आरोप है कि पुलिस को खबर करने के बाद भी 5 दिन बाद पीड़िता के बयान लिए गए. एफआईआर में केवल छेड़खानी का मामला दर्ज किया लेकिन मामला सामने आया तो लोकल मीडिया के दवाब में 22 सितम्बर को रेप की धाराएं बढ़ाई गईं. युवती की तबीयत बिगड़ने लगी तो उसे सोमवार को ही दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था, यहां मंगलवार को तड़के तीन बजे युवती की मौत हो गई.
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पुलिस की मिलिभगत घटना में साफ नजर आ रही है. डीएम ने युवती के जीभ काटने की खबर को गलत बताया जबकि परिवार का कहना है कि जीभ कटी हुई थी और पीड़िता 15 दिन से केवल इशारों में बात कर रही थी. परिवार का ये भी आरोप है कि युवक दबंग ठाकुर बिरादरी के हैं, इसलिए पुलिस कुछ कर नहीं रही है. उन्हें धमकाने की कोशिश भी की गई है. इधर, पुलिस ने मामले में 4 युवकों को गिरफ्तार किया है. यूपी सरकार ने घटना को दुखद बताते हुए पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी है.
घटना पर कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि हाथरस में हैवानियत झेलने वाली दलित बच्ची ने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया. दो हफ्ते तक वह अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझती रही. यूपी में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है. महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है और अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं.
…यूपी में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है। महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है।अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं।
इस बच्ची के क़ातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। @myogiadityanath उप्र की महिलाओं की सुरक्षा के प्रति आप जवाबदेह हैं। 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 29, 2020
प्रियंका ने उप्र की महिलाओं की सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री योगी को जवाबदेह बताया, साथ ही अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा की मांग की.
यूपी के हाथरस में गैंगरेप के बाद दलित पीड़िता की आज हुई मौत की खबर अति-दुःखद। सरकार पीड़ित परिवार की हर संभव सहायता करे व फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर अपराधियों को जल्द सजा सुनिश्चित करे, बीएसपी की यह माँग।
— Mayawati (@Mayawati) September 29, 2020
प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी घटना पर दुख प्रकट किया है. बसपा सुप्रीमो ने घटना को शर्मनाक बताते हुए फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर अपराधियों को जल्द सजा दिलाने की मांग की.
यूपी के जिला हाथरस में एक दलित लड़की को पहले बुरी तरह से पीटा गया, फिर उसके साथ गैंगरेप किया गया, जो अति-शर्मनाक व अति-निन्दनीय जबकि अन्य समाज की बहन-बेटियाँ भी अब यहाँ प्रदेश में सुरक्षित नहीं हैं। सरकार इस ओर जरूर ध्यान दे, बी.एस.पी. की यह माँग।
— Mayawati (@Mayawati) September 27, 2020
इधर, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि अब असंवेदनशील सत्ता से अब कोई उम्मीद नहीं बची है.
हाथरस की गैंग रेप एवं दरिंदगी की शिकार एक बेबस दलित बेटी ने आख़िरकार दम तोड़ दिया. नम आँखों से पु्ष्पांजलि!
आज की असंवेदनशील सत्ता से अब कोई उम्मीद नहीं बची.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 29, 2020