पॉलिटॉक्स ब्यूरो. प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) का कद कांग्रेस के साथ राजनीति में भी लगातार बढ़ाया जा रहा है. यही वजह है कि उन्हें नई नई जिम्मेदारियां सौंपी जा रही है. यूपी का प्रभार देने के बाद अब उन्हें दिल्ली की कमान भी सौंपी गयी है. उनके दिल्ली की राजनीति में एंट्री के बाद प्रदेश कांग्रेस में एक जोश आ गया है. इस समय प्रियंका गांधी हाल में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर काफी उत्साहित हैं. यही उत्साह दिल्ली चुनाव में कार्यकर्ताओं में भरने के लिए प्रियंका ने न केवल पार्टी की मोटी-मोटी रणनीति तय कर ली है बल्कि प्रदेश कांग्रेस को यह प्रस्ताव भी दे दिया है कि जहां जरूरत हो, उन्हें बुलाया जा सकता है.
दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस में चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष कीर्ति आजाद (Kirti Azad) इस समय उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं. उन्हें पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा जिम्मेदारी मिले दो हफ्ते से ज्यादा बीत चुके हैं लेकिन प्रदेश कार्यालय में उन्हें बैठने तक के लिए जगह नहीं दी जा रही. कभी उन्हें दूसरी, कभी तीसरी और कभी चौथी मंजिल पर बैठने के लिए कहा जा रहा है. प्रदेश कांग्रेस उनके साथ ऐसा क्यों कर रही है, इसका तो पता नहीं चल सका लेकिन सूत्रों के अनुसार, कीर्ति के साथ कामकाज में भी असहयोग किया जा रहा है.
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न उन्हें पार्टी पदाधिकारियों के नंबर दिए जा रहे हैं और न ही उनकी बैठकें रखी जा रही हैं. मंगलवार को हुई शत्रुघ्न सिन्हा की पत्रकार वार्ता की भी उन्हें कोई सूचना नहीं दी गई. पता चला है कि उन्होंने मंगलवार से कार्यालय में आना बंद कर दिया. साथ ही अपने साथ हो रहे व्यवहार को लेकर एआइसीसी में बात करने के अलावा सोनिया गांधी से भी मुलाकात का समय मांगा है. बता दें, कुछ समय पहले उनका नाम दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष की दौड़ में सबसे आगे चल रहा था. बाद में सुभाष चौपड़ा को ये जिम्मेदारी सौंपी गयी.
बात करें दिल्ली कांग्रेस की चुनावों को लेकर आगामी रणनीति की तो मौजूदा समय में प्रदूषण का मामला काफी गर्म है. प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की इस पर पूरी नजर है. दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की मंगलवार को हुई एक बैठक में प्रियंका ने प्रदेश के सभी जिला अध्यक्षों और सभी फ्रंटल संगठनों के अध्यक्षों के साथ पहली बार लंबी बैठक की.
करीब पौने दो घंटे चली इस बैठक में प्रियंका ने दिल्ली के सभी नेता और पदाधिकारियों से कहा कि इस वक्त प्रदूषण शहर का सबसे बड़ा मुद्दा है, इसको भुनाइए. जनता के बीच जाइए, धरने-प्रदर्शन कीजिए और मास्क बांटिए. उन्होंने (Priyanka Gandhi) जनसंपर्क और सोशल मीडिया के जरिये पार्टी के कार्यों को घर-घर तक पहुंचाने का अभियान शुरू करने को भी कहा. साथ ही प्रदेश कांग्रेस को दिसंबर माह के पहले सप्ताह में एक जनसभा या रैली रखने के लिए भी कहा जिसे खुद पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी संबोधित करेंगी.
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इस बैठक में अहमद पटेल, एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी पीसी चाको, प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चौपड़ा और चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष कीर्ति आजाद सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.