Politalks.News/Rajasthan. भारतीय जनता पार्टी बिहार के साथ पश्चिम बंगाल की सत्ता पाने के लिए भी बेकरार है. पिछले दिनों भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बंगाल में जनसभाएं कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ चुनावी बिगुल बजा दिया है, अब बारी है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की. बात को आगे बढ़ाएं उससे पहले आपको बता दें कि इन दिनों देश भर में नवरात्रि उत्सव चल रहा है. दुर्गा पूजा के लिए देश और दुनिया में विख्यात पश्चिम बंगाल भी इन दिनों धार्मिक रंग में रंगा हुआ है. कल बंगाल में दुर्गा पूजा की विधिवत शुरुआत हो रही है. ऐसे में ‘हिंदुत्व विचारधारा वाली भाजपा के लिए इससे अच्छा मौका और कोई नहीं हो सकता‘.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को घेरने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. बंगाल में दुर्गा पूजा की शुरुआत पर इस गुरुवार को पीएम मोदी ‘पुजोर शुभेचा‘ (पूजा की शुभकामनाएं) संदेश देंगे. दरअसल बंगाल में महाषष्ठी से ही दुर्गा पूजा की शुरुआत होती है. जिसको लेकर राज्य के 80 हजार से ज्यादा पोलिंग बूथों पर पीएम मोदी की वर्चुअल रैली की व्यवस्था की गई है.. इसमें हर पोलिंग बूथ पर पार्टी कार्यकर्ताओं और वोटरों को मोदी संबोधित करेंगे. पार्टी ने इन कार्यक्रमों के लाइव प्रसारण की व्यवस्था की है. नरेंद्र मोदी की इस वर्चुअल रैली के लिए भाजपा आलाकमान पिछले कई दिनों से तैयारियों में जुटा हुआ है. अगले साल विधानसभा चुनाव के पहले दुर्गा पूजा के अवसर पर प्रधानमंत्री का संबोधन राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है. दूसरी ओर ‘पीएम मोदी के इस संबोधन से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुरी तरह तिलमिलाई हुईं हैं‘.
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अगले साल के विधानसभा चुनाव की तैयारियों का भाजपा करेगी श्रीगणेश-
कल दुर्गा पूजा की शुरुआत में पीएम मोदी का बंगाल की धरती में संबोधित करना सही मायने में अगले वर्ष राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव का श्रीगणेश करना है. ‘दुर्गा पूजा के कार्यक्रमों में शिरकत करने के साथ ही 2021 विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी अपना चुनावी बिगुल फूंकेगी‘. यहां आपको बता दें कि गैर-हिंदी पट्टी राज्यों में बंगाल ही ऐसा राज्य है जहां पिछले कुछ सालों में भारतीय जनता पार्टी सबसे ज्यादा मेहनत करने में जुटी हुई है. बीजेपी की सक्रियता का असर भी दिखाई दिया जब 2019 के लोकसभा चुनाव में उसे जबरदस्त सफलता हाथ लगी थी, तभी से पार्टी आलाकमान उत्साहित है.
पिछले दिनों बंगाल प्रभारी और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव कैलाश विजयवर्गीय और भाजयुमो के नवनियुक्त अध्यक्ष और बंगलुरु के पार्टी सांसद तेजस्वी सूर्या ने मुख्यमंत्री ममता के खिलाफ सड़कों पर उतर कर रैली का आयोजन किया था. उसके बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बंगाल में चुनावी रैली कर ममता के खिलाफ आक्रामक तेवर अपनाकर बता दिया है कि पार्टी अब अगले साल विधानसभा चुनाव में दो-दो हाथ करने के लिए तैयार है. बता दें कि भारतीय जनता पार्टी नवंबर के पहले हफ्ते से ही बंगाल की ममता बनर्जी सरकार और उनकी पार्टी टीएमसी के खिलाफ अभियान चलाएगी.
बंगाल की सत्ता को लेकर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच जारी है सियासी घमासान-
बंगाल की सत्ता को लेकर मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी और भारतीय जनता पार्टी के बीच एक साल से सियासी घमासान जारी है. ‘भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से लेकर राज्य इकाई तक लगातार बंगाल के मुद्दों पर धरना प्रदर्शन कर आवाज उठाकर ममता राज को गुंडा राज बताकर बदलाव की बात करते रहे हैं, राज्य में बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्याओं को लेकर भी भाजपा केंद्रीय नेतृत्व सीधे-सीधे तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी पर आरोप लगाती है‘. यहां तक कि राज्यपाल ने भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है.
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यहां आपको बता दें कि बंगाल के सिंहासन को लेकर दोनों पार्टियों के बीच सियासी घमासान इस मुकाम पर पहुंच गया है कि बंगाल की राजनीति से बाकी दल आउट नजर आते हैं. ‘दोनों की सियासी लड़ाई में वामदल और कांग्रेस सिमटी हुई नजर आ रही है’. बीजेपी सीधे तौर पर टीएमसी को टक्कर दे रही है और टीएमसी भी हर मुमकिन तरीके से बीजेपी से टक्कर ले रही है. पिछले साल लोक सभा चुनावों में भाजपा ने टीएमसी को कड़ी टक्कर देते हुए 18 सीटें जीती थीं जबकि पश्चिम बंगाल में एकछत्र राज करने वाली टीएमसी को 22 सीटें ही मिली थीं और तभी से बीजेपी के सबसे बड़े चाणक्य जाने वाले मोदी-शाह की बंगाल को लेकर महत्वाकांक्षा बढ़ गई थी.