महामारी पर सियासत भारी, दिग्गजों के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी, ट्वीटर बना ‘अखाड़ा’

कोरोना वैक्सीन की कमी के मुद्दे पर सियासत चरम पर, केंद्र और राज्य सरकार हुई आमने-सामने, सीएम गहलोत ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के बयान को गलत बताते हुए बोला जमकर हमला, सीएम गहलोत के इस बयान पर अब गर्माई सियासत, प्रदेश भाजपा के एक कद्दावर नेता ने संभाला मोर्चा

महामारी पर सियासत भारी
महामारी पर सियासत भारी

Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की कमी के मुद्दे पर सियासत गर्मा गई है. हालही में आए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के बयान पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पलटवार करते हुए कहा कि मैं उनसे यह उम्मीद नहीं करता था कि वो ‘राज्यों में पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध होने’ जैसा असत्य बयान देंगे. सीएम गहलोत के ट्वीट पर काउंटर अटैक करते हुए उपनेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के कद्दावर नेता राजेन्द्र राठौड़ ने मोर्चा संभाला है. राठौड़ ने ट्वीटर पर एक के बाद एक तीन ट्वीट दाग दिए. राजेन्द्र राठौड़ ने सीएम गहलोत पर निशाना साधते हुए लिखा है. कि केन्द्र सरकार को लगातार आरोपित करने को अपना उद्देश्य मान बैठे सीएम अशोक गहलोत ने एक बार फिर वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण और वैक्सीनेशन की उपलब्धता में कमी को लेकर केन्द्र सरकार पर अनर्गल आरोप लगाए हैं जो बिल्कुल निराधार, असत्य व उनके कुप्रबंधन को छिपाने का असफल प्रयास है.

राजेन्द्र राठौड़ ने अपने दूसरे ट्वीट में गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा कि मौजूदा समस्या कोरोना वैक्सीन डोज की कमी की नहीं वरन् राज्य में सुनियोजित ढंग से टीका लगाने और वैक्सीन की सुरक्षा करने की है. राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि वह टीकाकरण केंद्रों पर बेहतर योजना, कुशल प्रबंधन और समयबद्ध तरीके से कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति करें

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राठौड़ ने अपने तीसरे ट्वीट में जयपुर में हुई कोरोना डोज की चोरी का जिक्र किया और लिखा कि- दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार के कथित कोरोना प्रबंधन की सच्चाई तब सामने आ गई जब सरकार की नाक के नीचे जयपुर स्थित सरकारी अस्पताल से कोरोना वैक्सीन की 320 डोज चोरी हो गई. इस घटना से राज्य सरकार के ”राजस्थान सतर्क है” के दावे की पोल खुल गई है.

सीएम गहलोत ने साधा डॉ. हर्षवर्धन पर निशाना  
इससे पहले गुरुवार को सीएम गहलोत ने कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर गंभीर चिंता जाहिर की है और वैक्सीन और वैक्सीनेशन को लेकर केन्द्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के बयान को गलत बताते हुए उन्हें आड़े हाथ लिया है. सीएम गहलोत ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि- मैं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन जी से यह उम्मीद नहीं करता था कि वो ‘राज्यों में पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध होने’ जैसा असत्य बयान देंगे. स्वास्थ्य मंत्री द्वारा राज्यों पर मिस मैनेजमेंट का आरोप लगाना एक दम गलत है. राजस्थान सरकार ने केन्द्र सरकार की गाइडलाइंस का पालन करते हुए मेहनत कर प्रतिदिन वैक्सीनेशन की रफ्तार 5.81 लाख टीके प्रतिदिन तक पहुंचाई और देश में प्रथम स्थान पर पहुंचा. केन्द्र सरकार ने 10% वैक्सीन के खराब होने की छूट दी थी लेकिन राजस्थान में वैक्सीन के वेस्टेज का प्रतिशत सिर्फ 7% है. राजस्थान में पूरे देश में सर्वाधिक वैक्सीनेशन हुआ है.

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आपको बता दें कि इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन कहा कि देश में कोरोना वैक्सीन की कोई कमी नहीं है. सभी राज्यों को भरपूर मात्रा में आपूर्ति की जा रही है. उन्होंने कहा कि राज्यों की जिम्मेवारी बनती है कि टीकाकरण केंद्रों पर समयबद्ध तरीके से टीकाकरण सुनिश्चित करें. स्वास्थ्य मंत्री का बयान ऐसे समय में आया था जब कई राज्य कोरोना वैक्सीन के वितरण पर केंद्र पर भेदभाव का आरोप लगा रहे थे. स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि न तो देश में कोरोना वैक्सीन की कमी है और न ही कोरोना के गंभीर लक्षणों वाले मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाला रेमडेसिविर दवा की कोई कमी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा था कि Covid-19 महामारी के संदर्भ में कुछ राज्य सरकारों की ओर गैर जिम्मेदाराना बयान आए हैं

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