महाराष्ट्र (Maharastra) में विधानसभा चुनाव (Assembly Election-2019) से पहले राजनीतिक उथल पुथल का दौर जारी है. आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने प्रकाश अंबेडकर (Prakash Ambedkar) की पार्टी वंचित बहुजन आघाड़ी (VBS) से तालमेल समाप्त कर दिया. AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष इम्तियाज जलील (Imtiaz Jalil) ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की है कि सीटों का तालमेल नहीं होने के कारण VBS से संबंध समाप्त कर लिए गए हैं. इस बीच राकांपा (NCP) और कांग्रेस (Congress) में बगावत की आवाजें उठ रही हैं. कई नेताओं के भाजपा में शामिल होने के आसार नजर आ रहे हैं. हालांकि छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) ने स्पष्ट का कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं. वह शरद पवार के साथ बने रहेंगे. राकांपा के एक अन्य नेता गणेश नाइक (Ganesh Naik) अगले हफ्ते तक भाजपा में शामिल हो सकते हैं.

गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से छगन भुजबल के शिवसेना (Shiv Sena) में लौटने की अटकलें चल रही थीं. पहले वह शिवसेना छोड़कर राकांपा में शामिल हो गए थे. पुणे में राकांपा की बैठक से पहले भुजबल ने तमाम अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि मुझे कितनी बार कहना पड़ेगा कि मैं राकांपा में हूं और पार्टी के लिए काम करता रहूंगा. शरद पवार के साथ बना रहूंगा. जो कुछ भी अटकलें चल रही हैं, वह सिर्फ मीडिया की अटकलबाजी है. मीडिया में सूत्रों के अनुसार बताते हुए गलत खबर फैलाई जा रही है. ये अटकलें नासिक में राकांपा सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule) की संवाद यात्रा में शामिल नहीं होने के कारण लगाई जा रही हैं.

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टीवी के एक समाचार चैनल से भुजबल ने कहा, अगर कोई मेरे पार्टी छोड़ने की अफवाह फैला रहा है तो इसमें मेरी कोई गलती नहीं है. मीडिया अफवाह फैलाने का काम कर रहा है. गौरतलब है कि पिछले एक-दो महीनों से कांग्रेस और राकांपा नेताओं के पार्टी छोड़ने का सिलसिला बढ़ा है. वे भाजपा में शामिल हो रहे हैं या शिवसेना में. छगन भुजबल 20 वर्ष शिवसेना में रहे थे और कभी कट्टर शिवसैनिक माने जाते थे. शिवसेना के कई कार्यकर्ता उन्हें अब भी याद करते हैं.

हाल ही बारामती होस्टल में शरद पवार (Sharad Pawar) की अध्यक्षता में राकांपा कोर कमेटी की बैठक हुई थी, जिसमें विधानसभा चुनाव में पार्टी की रणनीति पर विचार किया गया. इस बैठक में प्रदेश राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटिल, मुंबई इकाई के अध्यक्ष नवाब मलिक, वरिष्ठ नेता अजीत पवार और सुप्रिया सुले शामिल थे. पुणे की इंदापुर सीट को लेकर हर्षवर्धन पाटिल (Harshvardhan Patil) ने जिस तरह राकांपा का विरोध शुरू किया है, उसे राकांपा नेताओं ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया. इंदापुर सीट फिलहाल राकांपा विधायक के पास है. इस सीट पर कांग्रेस के हर्षवर्धन पाटिल चुनाव लड़ना चाहते हैं. दोनों पार्टियां इस सीट के लेकर उलझ रही हैं. पाटिल का कहना है कि इस सीट का विवाद दिल्ली में शरद पवार और कांग्रेस नेता राहुल गांधी मिलकर सुलझाएंगे.

इस बीच राकांपा नेता गणेश नाइक ने भाजपा में शामिल होने की तैयारी कर ली है. इससे पहले उनके पुत्र संदीप कई नगर सेवकों सहित करीब 50 समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो चुके हैं. भाजपा के सूत्रों ने बताया कि जल्दी ही नवी मुबई में एक समारोह आयोजित कर भाजपा में गणेश नाइक का स्वागत किया जाएगा. गणेश नाइक पिछले हफ्ते नवी मुंबई के नगर पालिका आयुक्त और कोंकण के आयुक्त से मुलाकात कर चुके हैं. इस दौरान नवी मुंबई महानगरपालिका में बदलाव पर चर्चा हुई. सूत्रों के मुताबिक करीब 50 नगर सेवक नाइक के साथ भाजपा में आ सकते हैं. एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि गणेश नाइक के भाजपा में आने से कांग्रेस-राकांपा के बीच तालमेल गड़बड़ा सकता है.

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