पंजाब और राजस्थान का सियासी कलेश मिटा नहीं, अब हरियाणा कांग्रेस में मचा बवाल

राजस्थान की तरह ही हरियाणा कांग्रेस के 22 विधायकों का दिल्ली में डेरा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा के बीच बढ़ते टकराव ने बधाई आलाकमान की चिंता, हुड्डा समर्थक की दो टूक कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए हुड्डा को सौंपी जानी चाहिए कमान

हरियाणा कांग्रेस में मचा बवाल
हरियाणा कांग्रेस में मचा बवाल

Politalks.news/Haryana. कांग्रेस में जारी कलह थमने का नाम नहीं ले रही है. राजस्थान के बाद पंजाब और पंजाब के बाद अब हरियाणा कांग्रेस में आपसी कलह चरम पर पहुँच चुकी है. राजस्थान की तरह ही हरियाणा कांग्रेस के 22 विधायक दिल्ली में डेरा डाले बैठे हैं. हालांकि इन विधायकों के दिल्ली आवास से सूबे की सत्ता पर कोई असर नहीं पड़ेगा. दरअसल ये सभी 22 कांग्रेसी विधायक भूपिंदर हुड्डा के समर्थक है और ये सभी चाहते हैं की हरियाणा कांग्रेस की कमान हुड्डा को दी जाए. इन विधायकों का कहना है कि संगठन के मामलों में किसी भी फैसले को लेकर हुड्डा को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. वहीं कांग्रेस की दिग्गज नेता किरण चौधरी ने संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल से मुलाकात कर शैलजा को अपना समर्थन दिया.

पंजाब की आंतरिक कलह के बाद अब हरियाणा में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी शैलजा के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है. हुड्डा समर्थक विधायकों ने केसी वेणुगोपाल से मुलाकात कर कुमारी शैलजा को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाने की मांग की है. सूत्रों के अनुसार कई विधायकों ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए हुड्डा को कमान सौंपी जानी चाहिए. यही नहीं पार्टी के विधायकों को संगठन में नियुक्तियों को लेकर पूरी तवज्जो मिलनी चाहिए.

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हुड्डा समर्थकों ने इस मीटिंग में मांग करते हुए कहा कि राज्य संगठन में किसी बदलाव को लेकर हुड्डा को अहमियत मिलनी चाहिए. संगठन के मामलों में किसी भी फैसले को लेकर हुड्डा को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. प्रदेश में कांग्रेस की संभावनाओं के लिहाज से ऐसा करना सही नहीं होगा. संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात से पहले हुड्डा समर्थक विधायक और नेता उनके दिल्ली स्थित घर पर जुटे. वेणुगोपाल से मुलाकात के दौरान इन विधायकों ने कुमारी शैलजा को हटाकर हुड्डा को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग की. साथ ही कहा कि राज्य में संगठन बदलाव में विधायकों की भी राय ली जाए. पिछले सप्ताह 19 विधायकों ने प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल से मुलाकात कर हुड्डा को अध्यक्ष बनाने की मांग की थी.

संगठन महासचिव से मिलने वाले विधायकों में प्रमुख रूप से डॉ. रघुबीर कादियान, भारत भूषण बतरा, कुलदीप वत्स, वरुण चौधरी व बिशनलाल सैनी सहित अन्य विधायक शामिल हैं. अब पार्टी के 6-6 विधायकों के दो ग्रुप मंगलवार को वेणुगोपाल से मुलाकात करेंगे. वहीं इस पुरे मामले को लेकर कुछ विधायकों ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करने की भी मांग की है.

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बादली विधायक कुलदीप वत्स ने वेणुगोपाल से मुलाकात के बाद कहा- ‘कांग्रेस पार्टी हमारा घर है और घर की सभी बातें कैमरे पर नहीं कही जाती. हमारा अहम् मुद्दा संगठन में बदलाव का है, विधायकों को बिना कांफिडेंस में लिए संगठन में कोई नियुक्ति न की जाए. भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा मास लीडर हैं. किसी भी बड़े फैसले में उन्हें इग्नोर नहीं किया जा सकता’. विधायकों ने कहा कि उनकी बात सुनने के बाद वेणुगोपाल ने आश्वासन दिया है कि सभी मुद्दे जल्द निपटा दिए जाएंगे.

भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा की लड़ाई पुरानी है. इससे पहले भी कई बार दोनों नेता आपस में जोर आजमाइश कर चुके हैं. शैलजा के करीबी नेताओं का कहना है कि हुड्डा जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं, क्योकि प्रदेश संगठन में परिवर्तन होने वाला है. हुड्डा को डर है कि उऩकी पकड़ कमजोर पड़ सकती है. इसलिए वह पार्टी नेतृत्व पर दबाव बना रहे हैं. हरियाणा में कांग्रेस के 31 विधायक हैं. इनमें से 20 विधायक हुड्डा समर्थक माने जाते हैं.

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