विधायक पर हमले को लेकर छिड़ा सियासी संग्राम, अपनी ही सरकार के खिलाफ टीएस सिंह का वॉकआउट

कांग्रेस विधायक ने अपनी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- बीते दिनों मैंने की थी बघेल की प्रशंसा, बस यही बात टीएस सिंह को नहीं आई पसंद, इसी के चलते हुआ मेरे काफिले पर हमला, अब मेरी जान को भी है खतरा, वहीं देव बोले- जब तक सरकार उन पर लगे आरोपों के संदर्भ में जवाब नहीं देती वे सदन में नहीं आएंगे, सीएम बघेल से मुलाकात के बाद दिया अटपटा जवाब

अपनी ही सरकार के खिलाफ टीएस सिंह का वॉकआउट
अपनी ही सरकार के खिलाफ टीएस सिंह का वॉकआउट

Politalks.News/Chattisgarh. देश की सबसे पुरानी कांग्रेस पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं रहता है, कहीं न कहीं अंदरूनी सियासत जारी रहती है. कुछ समय से शांत पड़े छत्तीसगढ़ में आज एक बार फिर एक दम से सियासी खींचतान बढ़ गई है. 23 जुलाई की देर रात छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले पर हुए हमले की गूंज आज छत्तीसगढ़ विधानसभा में भी सुनाई दी. जैसे ही इस मामले पर शून्य काल में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू वक्तव्य देने खड़े हुए तो बीजेपी के विधायक भड़क गए. साहू ने इस दौरान विधायक पर हुए हमले को लेकर थाने में दर्ज हुई FIR की कॉपी पढ़कर सुना दी. जिसके बाद अपनी ही सरकार के विरोध में स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने सदन का बहिष्कार कर दिया. टी एस सिंहदेव ने कहा कि, ‘रामानुजगंज से कांग्रेस विधायक पर हुए हमले पर अब बहुत हो गया, जब तक सरकार उन पर लगे आरोपों के संदर्भ में जवाब नहीं देती वे सदन में नहीं आएंगे.’ इसके बाद टीएस सिंह देव विधानसभा के बाहर निकल गए. वहीं मुख्यमंत्री से हुई बैठक को लेकर सिंह देव बोले कि, ‘मुख्यमंत्री से चर्चा हो गई है अब क्या बातचीत हुई है यह तो मुख्यमंत्री ही जानें, आप उन्हीं से पूछ लीजिए.’

दरअसल, बीती 23 जुलाई को देर रात रामानुजगंज से कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले पर हमला हुआ था. कुछ युवकों ने उनकी गाड़ी रोककर तोड़फोड़ की थी. इस हमले के पीछे बृहस्पति सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के रिश्तेदार का हाथ होने की बात कही थी. इसके साथ ही विधायक ने कहा कि पार्टी का एक गुट उनसे नाराज है, जिसकी वजह से उनपर यह हमला कराया गया. बृहस्पति सिंह ने आगे कहा कि बीते दिनों मैंने बघेल की प्रशंसा की थी और कहा था कि वह मुख्यमंत्री बने रहेंगे, बस यही बयान स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव को पसंद नहीं आया और इसके बाद में उनके काफिले पर हमला किया गया. कांग्रेस विधायक ने यह भी आरोप लगाया था कि स्वास्थ्य मंत्री से उनकी जान को खतरा है.

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वहीं आज जब विधानसभा में शून्यकाल के दौरान सूबे के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू जब विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले के ऊपर हुए हमले को लेकर अपना वक्तव्य दे रहे थे तो इस दौरान बीजेपी विधायकों ने सदन में जमकर हंगामा किया. विपक्ष के हंगामे के बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि, ‘मेरे बारे में और मेरे चरित्र के बारे में यहां सभी जानते हैं. मेरे माता-पिता के व्यवहार और चरित्र से सभी परिचित हैं. उसके बाद भी उन पर ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं. शासन की ओर से जब तक उन पर लगे आरोपों के बारे में कोई स्पष्ट जवाब नहीं आ जाता, उनका इस पवित्र सदन में रहना उचित नहीं है. आरोपों को लेकर सिंहदेव ने कहा था कि कुछ लोग उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनके क्षेत्र और राज्य के लोग उन्हें अच्छी तरह से जानते हैं. वह इस पर कोई बयान नहीं देंगे. टीएस सिंहदेव के बाहर जाने और विपक्ष के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही कुछ समय के लिए रोक दी गई.

जब सदन की कार्यवाही पुनः शुरू हुई तो बीजेपी नेता सत्ता पक्ष से विधायक पर हुए हमले को लेकर जवाब की मांग करने लगे. बीजेपी नेताओं ने कहा कि यह पूरा मामला बहुत ही गंभीर है. सरकार के एक विधायक ने मंत्री पर आरोप लगाया है और खुद मंत्री ने भी शासन से जवाब की मांग की है, ऐसे में इस मामले को इस तरह नहीं छोड़ा जा सकता.

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वहीं इस पुरे मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता और मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि इस पूरे मामले का पटाक्षेप कर दिया गया था. लेकिन सदन में चर्चा के दौरान टीएस सिंहदेव साहब टिप्पणी कर सदन छोड़कर चले गए. हमें लगता है कि किसी ग़लतफ़हमी की वजह से ऐसा हुआ होगा. उनसे चर्चा कर इस पुरे मामले को सुलझा लिया जाएगा. गृह मंत्री का वक्तव्य घटना और विधायक बृहस्पत सिंह की सुरक्षा व्यवस्था पर केंद्रित था. यही विधानसभा अध्यक्ष की ओर से निर्देशित हुआ था. गृह विभाग तथ्यों के आधार पर ही जवाब देता है.

वहीं सदन से बाहर निकलने के बाद टीएस सिंहदेव ने विधानसभा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ टीएस सिंहदेव के साथ मुलाकात की. लंबी चली चर्चा के बाद बाहर निकले मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि, ‘इस मामले में मेरी मुख्यमंत्री से चर्चा हो गई है अब क्या बातचीत हुई ये तो मुख्यमंत्री ही बताएंगे.’ वहीं पुरे विवाद के सुलझने की बात पर सिंहदेव ने कहा कि ये तो भविष्य के गर्भ में है. मैं अपनी बातों पर अभी भी कायम हूं, जैसी परिस्थिति होगी मैं वैसे ही रहूंगा. अभी मेरी आलाकमान से इस मसले पर कोई बात नहीं हुई है. वहीं बैठक में मौजूद अन्य मंत्रियों ने कहा कि बातचीत के दौरान हम मौजूद थे. टीएस सिंहदेव नाराज नहीं है, मुख्यमंत्री से चर्चा हो गई है और सब ठीक है.

इधर छत्तीसगढ़ कांग्रेस में मचे घमासान के बीच राज्य के कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि यह बहुत छोटी बात है. विधायक बृहस्पति सिंह ने दावा किया कि टी एस सिंहदेव उन्हें मारना चाहते थे, लेकिन उन्होंने आईजी, गृहमंत्री या फिर मुख्यमंत्री के सामने इसकी शिकायत नहीं की. भावनाओं में बहकर उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री पर यह आरोप लगाया होगा.

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