Politalks.News/Aashram-3. वेब सीरीज की दुनिया में अपनी एक अलग ही पहचान बना चुकी ‘आश्रम’ अभी सबसे ज्यादा सुर्ख़ियों में है. प्रकाश झा के निर्देशन में बन रही आश्रम सीरीज के तीसरे पार्ट को लेकर सियासी चर्चाएं भी जोर पकड़ने लगी है. ‘आश्रम-3’ की शूटिंग इन दिनों भोपाल में चल रही है जहां वेब सीरीज से जुड़े सभी सदस्यों को विरोध का सामना करना पड़ा. रविवार को वेब सीरीज ‘आश्रम-3’ की पुरानी जेल में शूटिंग चल रही थी इस दौरान बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ताओं ने वहां जमकर हंगामा किया और कुछ अराजक तत्वों ने निर्देशक प्रकाश झा पर स्याही भी फेंकी. हालांकि इस मामले में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार जरूर कर लिया है. लेकिन हमला तो हुआ बॉलीवुड वालों पर लेकिन इस पूरे मसले में कूद पड़े राजनीति के खिलाड़ी.
मध्यप्रदेश में अब इस पूरे मामले को लेकर सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है. दिग्गी राजा ने बजरंग दल को बताया गुंडों का दल तो नरोत्तम मिश्र ने आश्रम शब्द पर जताई आपत्ति साथ ही इस पर नई नीति बनाने की कह दी बात, इधर भाजपा विधायक ने पूछा मदरसों पर फिल्म क्यों नहीं बनाते हैं. बजरंग दल से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सारी आपत्ति आश्रम नाम को लेकर है.
भोपाल की पुरानी जेल में चल रही वेब सीरीज आश्रम-3 की शूटिंग के दौरान हुए हंगामे को लेकर अब बीजेपी और कांग्रेस नेता आमने सामने हो गए हैं. मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘संघ का बजरंग दल अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों का दल बन चुका है’. दिग्विजय सिंह पूर्व में हुई कई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘भोपाल फ़िल्मों की शूटिंग के लिए काफ़ी लोकप्रिय हो गया है. प्रकाश झा देश के ख्याति प्राप्त फ़िल्म निर्माता हैं. इस प्रकार की गुण्डा गर्दी बर्दाश्त के बाहर होती जा रही है. जब मैंने ज़िला पुलिस अधीक्षक जी से बात की तो उन्होंने अपराधियों को बजरंग दल का नहीं होने की दलील दी!! क्या यह उचित है?’
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दिग्विजय सिंह ने ट्वीटर पर एक वीडियो अपलोड करते हुए कहा कि अब भोपाल के बजरंग दल के गुण्डों की हरकत देख लीजिए. दिग्गी राजा ने आगे कहा कि क्या प्रकाश झा की यूनिट को भोपाल पुलिस द्वारा संरक्षण नहीं देना चाहिए था? मुख्यमंत्री जी गृहमंत्री जी मध्यप्रदेश की जनता आपके पाले हुए गुण्डों को कब तक बर्दाश्त करेगी? वहीं इस पूरे मामले को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि, ‘भोपाल में वेब सीरीज ‘आश्रम-3’ की शूटिंग के दौरान बजरंग दल कार्यकर्ताओं के तोड़फोड़ करने के बाद मध्यप्रदेश में शूटिंग की अनुमति को लेकर नई गाइडलाइन बनेगी. ऐसी किसी भी फिल्म की शूटिंग को अनुमति नहीं दी जाएगी, जिसमें आपत्तिजनक या धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले सीन हों. अब ऐसे किसी भी सीन की शूटिंग से पहले स्क्रिप्ट और जानकारी प्रशासन को देनी होगी’.
मिश्रा ने आगे कहा कि, ‘आश्रम नाम पर हमें भी आपत्ति है, आखिर हमेशा हमारी भावनाओं को आहत करने वाले दृश्य ही क्यों फिल्माते हो. अगर हिम्मत है तो दूसरे धर्म की भावनाओं को आहत करने वाले दृश्य फिल्माओ’. साथ ही पुरानी जेल में हुए अगर प्रदर्शन को देखते हुए मिश्रा ने कहा कि, ‘प्रकाश झा को भी इस पूरे मामले पर विचार करना चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ’. वहीं इस मामले में दिग्गी राजा पर पलटवार करते हुए हुजूर से विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि, ‘आश्रम पर वेब सीरीज बनाने वाले क्या कभी मदरसों पर वेब सीरीज बनाने की औकात रखते हैं. ईद पर जबलपुर में पुलिस पर हमला करने वाले क्या थे, राजा साहब? शांति दूत? उस दिन आपकी ट्विटर की चिड़िया क्यों नहीं चहकी?’
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आपको बता दें कि वेब सीरीज ‘आश्रम-3’ की शूटिंग भोपाल की पुरानी जेल में चल रही थी. इस दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए जेल परिसर में घुए गए और हंगामा किया. इस दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बातचीत के लिए प्रकाश झा को बुलाया. झा जब उनसे बात कर रहे थे उसी दौरान कार्यकर्ताओं में से कुछ अराजक तत्वों ने उनपर स्याही फेंक दी. साथ ही उसे बदतमीजी करने लगे. साथ ही प्रदर्शनकारियों ने परिसर में खड़ी वैनिटी वैन, कार और ट्रक में रखे सामान में भी तोड़फोड़ की. हंगामा बढ़ता देख पुलिस अधिकारीयों ने हल्का दम प्रयोग करते हुए उन्हें वहां से खदेड़ दिया. इस पुरे मामले पर अभी तक प्रकाश झा की और से कोई बयान सामने नहीं आया है.