पॉलिटॉक्स न्यूज/दिल्ली-केरल. मल्लपुरम में एक गर्भवती मादा हाथी की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है और अब इस पर सियासी गदर मच रहा है. मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. कुछ समाज कंटकों ने अनानास में विस्फोटक रखकर हथनी को खिलाया था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. इस मामले में प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मामले में केंद्र सरकार बहुत गंभीर है. वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने वायनाड सांसद राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि अब वे कुछ करते क्यों नहीं हैं. राहुल गांधी वायनाड से सांसद हैं. इस मामले में केरल सरकार भी निशाने पर आ गई है और सीएम पिनयारी विजयन पर अंगुलियां उठ रही हैं.
बीजेपी सांसद मेनका गांधी ने हथिनी की मौत को हत्या बताया है. एक पशु कार्यकर्ता के रूप मेनका गांधी ने कहा, ‘यह एक घटना नहीं बल्कि हत्या है. एक गर्भवती हथिनी को बम से भरा एक अनानास खिलाया गया जिससे उसका मुंह फट गया. मलप्पुरम इस तरह की घटनाओं के लिए बदनाम है. इंसानियम को शर्मसार करने वाली घटना पर भी केरल सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की, लगता है कि सरकार डरी हुई है.’
Mallapuram is know for its intense criminal activity specially with regards to animals. No action has ever been taken against a single poacher or wildlife killer so they keep doing it.
I can only suggest that you call/email and ask for action pic.twitter.com/ii09qmb7xW— Maneka Sanjay Gandhi (@Manekagandhibjp) June 3, 2020
मेनका गांधी ने कहा कि भारत में 20 हजार से भी कम हाथी बचे हैं और केरल में हर तीन दिन में एक हाथी मारा जाता है. केरल सरकार पर नाराज होते हुए बीजेपी सांसद ने वन सचिव को हटाने की मांग की. राहुल गांधी पर भी उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि राहुल उस क्षेत्र से ताल्लुख रखते हैं तो उन्होंने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की. उनकी कुछ तो जिम्मेदारी बनती है. यहीं नहीं बीजेपी नेत्री मेनका गांधी ने केरल में बम फैक्ट्री बंद करने की मांग की है.
इस घटना को पर्यावरण मंत्रालय ने भी गंभीरता से लिया है और घटना की पूरी रिपोर्ट मांगी है. इस मसले पर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि केंद्र सरकार ने केरल के मल्लपुरम में एक हाथी की हत्या के मामले पर गंभीरता दिखाई है. मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. हम सही तरीके से जांच करने और अपराधियों को पकड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. हाथियों को पटाखा खिलाना और मारना भारतीय संस्कृति नहीं है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जो लोग भी इसमें दोषी होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
Central Government has taken a very serious note of the killing of an elephant in Mallapuram, #Kerala. We will not leave any stone unturned to investigate properly and nab the culprit(s). This is not an Indian culture to feed fire crackers and kill.@moefcc @PIB_India @PIBHindi
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) June 4, 2020
वहीं केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी वायनाड सांसद राहुल गांधी पर इस मुद्दे को लेकर हमलावर हो गई हैं. स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी वायनाड से सांसद हैं, ऐसे में इस मसले की पूरी जिम्मेदारी स्थानीय सांसद की बनती है. हम हाथियों को गणेश जी भगवान मानकर पूजते हैं लेकिन मल्लपुरम में जो कुकृत्य हुआ है, उससे राष्ट्र की भावनाओं के साथ खिलवाड़ हुआ है. स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि अमेठी में ही कभी राहुल गांधी ने लोगों की भावनाओं का ध्यान नहीं रखा था, अब जो मनुष्य का नहीं हुआ, वो जानवरों का क्या होगा.
इस निंदनीय प्रकरण पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने लिखा, ‘अपराध इतना क्रूर था कि इसने दुनिया भर में विवेक को झटका दिया है. मुझे दुनिया भर से ईमेल और अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं कि वे इसकी निंदा करें और अनर्थकारियों को दंडित करें. आक्रोश सभी अधिक तीव्र है क्योंकि किसी ने कभी भी उम्मीद नहीं की थी कि केरल में वन्यजीवों के साथ ऐसा होगा.’
The crime was so cruel that it has shocked consciences worldwide. I am receiving emails & requests from around the globe to condemn it & punish the evildoers. The outrage is all the more intense because no one ever expected that such a thing would happen to wildlife in Kerala.
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) June 3, 2020
दिल्ली सांसद और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि केरल में गर्भवती हथिनी को, पटाखों से भरी अनानास खिलाकर मार डालने की घटना सिर्फ़ मानवता को ही शर्मसार नहीं किया है, बल्कि वर्तमान में फैले नफ़रत की विभीषिका को भी दर्शा रहा है, जो सोशल मीडिया और देश के अन्य हिस्सों में फैलायी जा रही है. तिवारी ने गुनहगारों को कड़ी सजा की मांग की है.
केरल में गर्भवती हथिनी को,पटाखों से भरी अनानास खिलाकर मार डालने की घटना सिर्फ़ मानवता को ही शर्मसार नहीं किया है,बल्कि वर्तमान में फैले नफ़रत की विभीषिका को भी दर्शा रहा है,जो सोशल मीडिया और देश के अन्य हिस्सों में फैलायी जा रही है।कड़ी सजा हो इस घटना के गुनहगारों को @BJP4Delhi pic.twitter.com/iB6ylDzxA2
— Manoj Tiwari (@ManojTiwariMP) June 4, 2020
इधर, नागौर सांसद और रोलापा नेता हनुमान बेनीवाल ने भी घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने घटनाक्रम को अत्यंत दुखदायी बताते हुए जिम्मेदारों पर कार्यवाही करने की मांग की.
#केरल राज्य में गर्भवती हथिनी की समाज कंटको द्वारा विस्फोटक खिलाकर हत्या कर देना,अत्यंत दुःखद ,निःशब्द……..@CMOKerala संज्ञान लेकर जिम्मेदारो के खिलाफ कार्यवाही करें !@PMOIndia @ombirlakota @ShashiTharoor pic.twitter.com/W4E6XRUdJi
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) June 3, 2020
क्या है पूरी कहानी
केरल के मल्लपुरम से इंसानियत को झकझोर देने वाली तस्वीर सामने आई. गांव में अक्सर खाने की तलाश में हाथी भटककर आ जाते हैं. एक गर्भवती मादा हथिनी खाने की तलाश में जंगल के पास वाले गांव पहुंच गई, यहां लोगों ने अनानास में पटाखे छिपाए थे. सामान्य तौर पर ग्रामीण लोग ऐसा जंगली सूअरों को भगाने के लिए करते हैं. ऐसा ही एक अनानास कुछ शरारती तत्वों ने हथिनी को खिला दिया. जैसे ही हथिनी ने फल खाया, उसके मुंह में पटाखे फूट पड़े जिससे उसका मुंह और जबड़ा बुरी तरह से जख्मी हो गए. हथनी को असहनीय दर्द का सामना करना पड़ा. वन विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, विस्फोटक से उसके दांत भी टूट गए थे. इन जख्मों की वजह से उसका खाना-पीना बंद हो गया था और वो दर्द और भूख की वजह से बुरी तरह तड़पते हुए गांव में इधर उधर भटकती रही.
इसके बाद भी मादा हथिनी ने गांव में किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया. मादा हाथी जैसे तैसे वहां स्थित वेलियार नदी तक जा पहुंची और उसमें जाकर खड़ी हो गई. उसने खुद को मुंह तक पानी में डुबो लिया, शायद इससे उसके जख्मों को कुछ आराम मिल रहा था. वन विभाग को जब इस घटना के बारे में पता चला तो उसने उसे पानी से बाहर लाने की बहुत कोशिश की, लेकिन हथिनी बाहर नहीं निकली. नदी में वह तीन दिन तक पानी में मुंह डाले खड़ी रही. बाद में नदी में ही हथनी और साथ में उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई.
https://twitter.com/RavishVaidya/status/1268164098967195649?s=20
इस दर्दनाक घटना को नीलांबर के सेक्शन फॉरेस्ट अधिकारी मोहन कृष्णन ने सोशल मीडिया पर सबसे पहले शेयर किया. इसके बाद ये वीडियो वायरल होने लगा और सभी ने इस घटना पर गहरी नाराजगी व्यक्त की. इस मामले में केरल के वन विभाग ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जल्द ही उनका पता लगाकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है.
बिजनेसमैन रतन टाटा ने भी ट्वीट करते हुए इस हैवानियत को हत्या करार दिया है और इंसाफ की मांग की है. उन्होंने कहा कि निर्दोष जानवरों के प्रति आपराधिक रवैया ठीक उसी तरह है जैसे किसी व्यक्ति की इरादतन हत्या, ऐसे में इंसाफ की दरकार है.
— Ratan N. Tata (@RNTata2000) June 3, 2020