Politalks.News/Maharashtra. मुंबई की बांद्रा वेस्ट स्थित कराची स्वीट्स के नाम पर शुरु हुई वार तकरार अब मुंबई से निकल पीओके तक पहुंच गई है. कराची को लेकर पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के एक बयान पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि अगर कराची हिन्दुस्तान में आता है तो शिवसेना उसका स्वागत करती है लेकिन सबसे पहले पाकिस्तान के कब्जे में जो कश्मीर है, उसे तो ले आइए. रविवार को अपने एक बयान में बीजेपी नेता फडणवीस ने कराची को हिन्दुस्तान में मिलाने की बात कही थी. मुद्दा मुंबई की कराची स्वीट्स के नाम बदलने को लेकर शुरु हुआ था.
देवेंद्र फडणवीस के बयान पर पलटवार करते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि अगर कराची हिंदुस्तान में आता है तो हम उसका स्वागत करते हैं. लेकिन सबसे पहले जो पाक के कब्ज़े में कश्मीर है वो लाइए.. बाद में हम कराची तक भी पहुंच जाएंगे.
अगर कराची हिंदुस्तान में आता है तो हम उसका स्वागत करते हैं लेकिन सबसे पहले जो पाक के कब्ज़े में कश्मीर है वो लाइए, बाद में हम कराची तक भी पहुंच जाएंगे: महाराष्ट्र के पूर्व CM देवेंद्र फडणवीस के बयान "कराची भी एक दिन भारत का हिस्सा होगा" पर शिवसेना नेता संजय राउत pic.twitter.com/8enTlPjgX8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 23, 2020
संजय राउत के साथ साथ उद्धव सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) ने तंज कसते हुए कहा, ‘जिस तरह से फडणवीस ने कहा था कि कराची भारत का हिस्सा होगा, उसी तरह एनसीपी कह रही है कि भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश का विलय होना चाहिए.’ मलिक यही नहीं रूके. उन्होंने आगे कहा कि अगर बर्लिन की दीवार को ध्वस्त किया जा सकता है तो भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश एक साथ क्यों नहीं आ सकते? यदि बीजेपी इन तीन देशों को मिलाना चाहती है और एक ही देश बनाना चाहती है, तो हम निश्चित रूप से इसका स्वागत करेंगे.
इससे पहले एक सवाल के जवाब में महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कराची को हिन्दुस्तान में मिलाने की बात कही थी. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उनकी पार्टी अखंड भारत’ में विश्वास करती है और कराची एक दिन भारत का हिस्सा होगा. फडणवीस ने ये बयान शिवसेना नेता नितिन मधुकर के कराची स्वीट्स की दुकान के मालिक को कथित तौर पर कराची शब्द को हटाने वाले वीडियो पर दिया था. उन्होंने कहा कि हम यह भी मानते हैं कि कराची एक दिन भारत का हिस्सा होगा.
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दरअसल, शिवसेना नेता नितिन मधुकर नंदगांवकर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कराची स्वीट्स दुकान के मालिक को धमका रहे हैं और अपनी दुकान का नाम बदलने के लिए कह रहे हैं. दो मिनट के इस वीडियो में शिवसेना नेता नंदगांवकर को मिठाई दुकान के मालिक के साथ देखा जा रहा है. इसमें दुकान मालिक नंदगांवकर के सामने हाथ जोड़े नजर आया. वीडियो में शिवसेना नेता कहते सुनाई दे रहे हैं, ‘आपको यह करना होगा, हम आपको समय दे रहे हैं.’ इसे दुकान का नाम बदलने से जोड़कर वायरल किया जा रहा है.
Mumbai: Video of Shiv Sena leader Nitin Nandgaokar goes viral, where he's allegedly asking Karachi Sweets shop owner in Bandra West to change the name 'Karachi'.
"You have to do it, we're giving you time. Change 'Karachi' to something in Marathi," says Nitin Nandgaokar in video. pic.twitter.com/PfmM4B65ac
— ANI (@ANI) November 19, 2020
हालांकि यह पता नहीं चल पाया है कि यह वीडियो कब का है और किसने इसे सोशल मीडिया पर साझा किया. वीडियो वायरल होने के बाद शिवसेना को खूब आलोचना झेलनी पड़ रही है.
हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने इस मुद्दे पर पार्टी का रूख स्पष्ट कर दिया था. उन्होंने एक ट्वीट करते हुए साफ किया कि कराची स्वीट्स का नाम बदलना पार्टी का आधिकारिक रुख नहीं है और ये निरर्थक मांग है.
Karachi bakery and karachi sweets have been in mumbai since last 60 years. They have nothing to do with Pakistan . It makes no sense to ask for changing their names now.Demand for changing their name is not shivsena's official stance.
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 19, 2020
राउत ने कहा कि कराची बेकरी और कराची मिठाई पिछले 60 वर्षों से मुंबई में है. उनका पाकिस्तान से कोई लेना-देना नहीं है. अब उनके नामों को बदलने के लिए कहने का कोई मतलब नहीं है. उनका नाम बदलने के लिए शिवसेना का आधिकारिक रुख नहीं है.