सर्वदलीय बैठक में बोले पीएम, ‘सरकार का प्रस्ताव बरकरार, मैं सिर्फ एक फ़ोन कॉल की दुरी पर हूँ’

किसान आंदोलन को देखते हुए बजट सत्र शुरू होने के बाद सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, 'सरकार लगातार किसानों के मुद्दों को बातचीत के जरिए सुलझाने की कर रही है कोशिश, संसद में छोटे दलों को अधिक समय दिया जाए इसके लिए सरकार तैयार- पीएम मोदी'

सर्वदलीय बैठक में बोले पीएम, 'सरकार का प्रस्ताव बरकरार, मैं सिर्फ एक फ़ोन कॉल की दुरी पर हूँ'
सर्वदलीय बैठक में बोले पीएम, 'सरकार का प्रस्ताव बरकरार, मैं सिर्फ एक फ़ोन कॉल की दुरी पर हूँ'

Politalks.News/Delhi. बीते 64 दिन से देश भर के किसान भरी सर्दी और बारिश के बीच केंद्र सरकार द्वारा लाये गए तीनों कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत है. इन दो महीनों में सरकार और किसानों के बीच कई दौर की वार्ता भी हुई, लेकिन कोई नतीजा निकलता नजर नहीं आया. तीनों कृषि कानून के खिलाफ किसानों ने ट्रेक्टर परेड निकाली. ट्रेक्टर परेड के दौरान किसानों का लाल किले तक पहुँच जाना और इस परेड का हिंसक हो जाना, किसान आंदोलन पर कई सवाल भी खड़े कर रहा था. कयास ये भी लगाए जा रहे थे कि, अब जल्दी ही किसान आंदोलन ख़त्म होने वाला है. लेकिन किसान नेता राकेश टिकैत के आसुओं ने पूरा पासा ही पलट दिया और अब लग रहा है कि किसान आंदोलन बहुत तेज होने वाला है. किसान आंदोलन को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान सामने आया. पीएम मोदी ने कहा कि ‘मैं किसानों से सिर्फ एक फोन कॉल की दूरी पर हूं, बातचीत से ही हल निकलेगा.’

दरअसल संसद के बजट सत्र को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया. सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि ‘सरकार लगातार किसानों के मुद्दों को बातचीत के जरिए सुलझाने की कोशिश कर रही है. किसानों के लिए सरकार का प्रस्ताव अभी भी है. कृपया इसे अपने समर्थकों को बताएं. बातचीत के जरिए समाधान निकलना चाहिए. हम सभी को देश के बारे में सोचना होगा’.

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पीएम मोदी ने कहा कि ‘नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से जो कहा, उसे हम दोहराना चाहते हैं. हमने कहा कि हम आम सहमति तक नहीं पहुंच रहे हैं, लेकिन हम आपको प्रस्ताव दे रहे हैं और आप (किसान) विमर्श कर सकते हैं. मैं सिर्फ एक फोन कॉल की दूरी पर हू. इसका समाधान बातचीत के जरिए ही निकलेगा.’

पीएम मोदी ने कहा कि ‘छोटे दलों को संसद में कम समय मिलता है. यह मांग की गई थी कि उन्हें अधिक समय दिया जाए.’ पीएम ने कहा कि ‘सरकार इसके लिए तैयार है, लेकिन उन्होंने कहा कि भाजपा सहित बड़ी पार्टियों को व्यवधान पैदा नहीं करना चाहिए क्योंकि यह छोटी पार्टियों को परेशान करती है.’ कोरोना महामारी के चलते सर्वदलीय वैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई.

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बता दें कि हर बार बजट सत्र शुरू होने से पहले सर्वदलीय बैठक होती है. लेकिन इस बार बजट सत्र शुरू होने के बाद यह बैठक हुई. जिसके बाद ये कयास लगाए जा रहें है कि किसान आंदोलन को देखते हुए सरकार ने ये बैठक बुलाई है ताकि सत्र में हंगामा न हो.

बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि लगभग सभी पार्टियों ने बैठक में हिस्सा लिया. विपक्ष ने मांग की है कि लोकसभा में बिल के अलावा चर्चा हो और सरकार इसके लिए सहमत है. विपक्ष ने किसानों के मुद्दे पर भी चर्चा की मांग की है इसके लिए भी सरकार सहमत हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने जो प्रस्ताव दिया था, हम उस पर चर्चा के लिए तैयार है.

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प्रह्लाद जोशी ने कहा कि ‘महात्मा गांधी की एक प्रतिमा को अमेरिका में (कैलिफोर्निया में) तोड़फोड़ हुई है. यह बहुत बड़ा अपमान है. पीएम ने इसकी कड़ी निंदा की है.’

सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, टीएमसी के सुदीप बंद्योपाध्याय, शिवसेना सांसद विनायक राउत, और सिरोमणि अकाली दल के बलविंदर सिंह भांडेर ने किसान आंदोलन का मुद्दा उठाया. जेडीयू सांसद आरसीपी सिंह ने कानूनों का समर्थन किया.

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