Politalks.News/Bharat. भारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने कोहराम मचाया हुआ है. कोरोना की दूसरी लहर अब धीरे धीरे गांवों में भी अपने पैर पसार रही है. इसी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के कई जिला अधिकारीयों से वर्चुअल बैठक की और साथ ही कोरोना के हालात और इससे निपटने के लिए किये गए इंतजामों की जानकारी ली. इस दौरान में गृह मंत्री अमित शाह भी बैठक में मौजूद रहे. बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में जितने जिले हैं, उतनी ही अलग-अलग चुनौतियां हैं. वहीं पीएम मोदी की इस बैठक का टीवी पर लाइव प्रसारण भी हुआ जिसे दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि ‘आज की मीटिंग में प्रधानमंत्री का वक्तव्य TV पर लाइव प्रसारित हुआ, क्या आज के प्रोटोकॉल में live broadcast की इजाज़त थी?.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिला अधिकारीयों से बात करते हुए कहा कि हमारे देश में जितने जिले हैं, उतनी ही अलग-अलग चुनौतियां हैं. एक तरह से देखा जाए तो हर जिले की अपनी अलग चुनौती होती है. आप अपने जिले की चुनौतियों को बहुत बेहतर तरीके से समझते हैं. इसलिए जब आपका जिला कोरोना महामारी से जीतता है, तो ये देश जीतता है. कोरोना के खिलाफ इस युद्ध में आप सब लोग एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका में है. आप एक तरह से इस युद्ध के मैदान में कमांडर हैं. हम इसलिए कहते हैं कि मेरा गांव मैं कोरोना मुक्त रखूंगा, कोरोना को नहीं घुसने दूंगा. गांव के लोग ये संकल्प लें.
यह भी पढ़े:- टूलकिट पर गर्माई सियासत, नड्डा और संबित पात्रा के खिलाफ जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराएगी कांग्रेस
पीएम मोदी ने कहा कि अगर आपको लगता है कि सरकार द्वारा बनाई पॉलिसी में जिला स्तर पर इनोवेशन की जरूरत है तो आपको मेरी तरफ से पूरी छूट है कि आप इनोवेशन करिए. अगर इस इनोवेशन से देश या प्रदेश के लिए फायदेमंद हैं तो आप उसे सरकार तक पहुंचाइए. आप अपने अनुभव के आधार पर पॉलिसी में बदलाव की जरूरत लगती है तो उसे भी हम तक पहुंचाइए.
पीएम मोदी ने कहा कि इस जानलेवा वायरस के खिलाफ हमारे हथियार क्या हैं? हमारे हथियार हैं- स्थानीय कंटेंमेंट जोन, तेजी से जांच और लोगों तक सही व पूरी जानकारी. पीएम मोदी ने सभी अधिकारीयों से सतर्क रहने की बात भी कही. पीएम मोदी ने कहा कि कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के आंकड़े कम हो रहे हैं, कई राज्यों में बढ़ रहे हैं. लेकिन कम होते आंकड़ों के बीच हमें ज्यादा सतर्क रहने की ज़रूरत है. ट्रैकिंग, ट्रेसिंग, इलाज और कोविड बिहेवियर पर ध्यान देने की जरूरत है. ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत ध्यान देना है. इसमें आपका अनुभव बहुत काम आने वाला है. गांव में जागरूकता बढ़ानी है और उन्हें कोविड इलाज से जोड़ना है.
पीएम मोदी ने कहा कि बीते एक साल में करीब-करीब हर मीटिंग में मेरा यही आग्रह रहा है कि हमारी लड़ाई एक एक जीवन बचाने की है. कोरोना की इस दूसरी वेव में, अभी ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में हमें बहुत ध्यान देना है. कोविड के अलावा आपको अपने जिले के हर एक नागरिक की ‘Ease of Living’ का भी ध्यान रखना है. हमें संक्रमण को भी रोकना है और दैनिक जीवन से जुड़ी ज़रूरी सप्लाई को भी बेरोकटोक चलाना है.
यह भी पढ़े:- हेमाराम चौधरी के इस्तीफे के बाद शुरू हुए सियासी कयास, अनिरुद्ध सिंह ने क्यों कहा इट मार्क्स द स्टार्ट !
वहीं पीएम मोदी ने टीकाकरण अभियान को अधिक सशक्त बनाने की भी बात कही. पीएम ने कहा कि टीकाकरण कोविड से लड़ाई का एक सशक्त माध्यम है, इसलिए इससे जुड़े हर भ्रम को हमें मिलकर करना है. कोरोना के टीके की सप्लाई को बहुत बड़े स्तर पर बढ़ाने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं. वैक्सीनेशन को लेकर व्यवस्थाओं और प्रक्रियाओं को हेल्थ मिनिस्ट्री लगातार स्ट्रीमलाइन कर रही है. पीएम मोदी ने आगे कहा कि अस्पतालों में ऑक्सीजन मॉनिटरिंग कमेटी जितना सही काम करेगी, उतना ही ऑक्सीजन का सही इस्तेमाल हो पाएगा.
पीएम मोदी ने कहा कि बरसात के मौसम में आपकी चुनौतियां बढ़ जाती हैं. आपको बहुत तेजी से अपनी जरूरतों को पहचानना है और प्रबंध करना है. अस्पताल में बारिश की वजह से बिजली चली गई तो मुश्किल बढ़ जाएगी. इसे अभी से सोचना है. चुनौती बड़ी है और हमारा हौसला उससे भी बड़ा है. इरादों और हौसलों से ही हम देश को भी संकट से बाहर निकालेंगे.
वहीं प्रधानमंत्री मोदी की इस मीटिंग में पीएम के बयान का टीवी पर लाइव प्रसारण किए जाने को लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के डिजाज नेता मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करते हुए इस पर तंज कसा. सिसोदिया ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘आज की मीटिंग में प्रधानमंत्री का वक्तव्य TV पर लाइव प्रसारित हुआ. पिछली बैठक में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के लाइव प्रसारण पर आपत्ति जताई गई थी कि प्रोटोकाल तोड़ा गया, आज के प्रोटोकॉल में live broadcast की इजाज़त थी?’ सिसोदिया ने आगे लिखा कि इस बात का पता कैसे चले कि कौन सी बैठक से लाइव प्रसारण हो सकता है और कौन सी में नहीं.