पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज आपातकाल की बरसी के बहाने कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा. शाह ने कहा कि आज कांग्रेस पार्टी के नेता घुटन महसूस कर रहे हैं और खुद को निराश महसूस कर रहे हैं. अमित शाह के बयान पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जबरदस्त पलटवार किया और एक के बाद एक 7 ट्वीट्स करते हुए कहा कि सभी विपक्षी दलों में से मोदी और अमित शाह केवल कांग्रेस के बारे में चिंतित हैं. उनकी असुरक्षा और भय स्पष्ट है क्योंकि शाह सहित सभी जानते हैं कि कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया जी और राहुल जी के नेतृत्व में केवल कांग्रेस में वर्तमान शासन के अत्याचार को उठाने का साहस और शक्ति है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह कोई रहस्य नहीं है कि पिछले तीन दशकों से गांधी परिवार के किसी भी व्यक्ति ने सत्ता की कोई भी सीट नहीं संभाली है. गांधी परिवार ने हमेशा मेरे जैसे कांग्रेस पार्टी के कैडर और जमीनी कार्यकर्ता को प्रोत्साहित और सशक्त किया है और अगर हम सभी को जनता से अलग कर दिया जाता है, तो शाह इतने चिंतित क्यों हैं?
सीएम गहलोत ने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी है जिसने इस राष्ट्र के लोकतंत्र का निर्माण, संरक्षण और पोषण किया है. भारत दक्षिण एशियाई क्षेत्र में एकमात्र मजबूत कार्यशील और समृद्ध लोकतंत्र है. इस राष्ट्र के 70 वर्षों के इतिहास में कांग्रेस पार्टी द्वारा निभाई गई शानदार भूमिका के लिए धन्यवाद.
बलिदान कांग्रेस के डीएनए में निहित है नेहरू जी से आज तक. स्वर्गीय इंदिरा जी ने राष्ट्र के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया और बांग्लादेश को एक नया राष्ट्र बनाने में उनके योगदान को हमेशा भारत की सबसे बड़ी कूटनीतिक जीत बनी रहेगी और आने वाली पीढ़ियों के लिए याद किया जाएगा.
सीएम गहलोत ने अपने अगले ट्वीट में कहा कि स्वर्गीय राजीव जी ने भी इस महान राष्ट्र के लिए अपना जीवन लगा दिया और उनके योगदान ऐतिहासिक मील के पत्थर हैं, जो इस राष्ट्र को अभी भी 73 वें 74 वें संशोधन की तरह मजबूत बना रहे हैं. पंचायती राज और 18 वर्ष की आयु में युवाओं के लिए मताधिकार का अधिकार. यह राजीव गांधी का योगदान है इस देश के लोकतंत्र के लिए.
बीजेपी पर निशाना साधते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि बीजेपी को केवल 6 साल हो गए हैं और हम देख सकते हैं कि कैसे उन्होंने इस देश के लोकतांत्रिक, जातीय और सामाजिक ताने-बाने को तोड़ दिया है. क्या हम नहीं जानते हैं कि भाजपा में मोदी-शाह से आगे कोई नहीं है? यह चौंकाने वाला है कि 3-4 मंत्रियों के अलावा जनता को यह भी नहीं पता है कि मोदी के मंत्रिमंडल में सभी कौन हैं.
यह भी पढ़ें: मोदी सरकार के मिस-मैनेजमेंट और गलत नीतियों का नतीजा है चीन संकट: सोनिया गांधी
सीएम गहलोत ने अपने अंतिम टवीट में कहा कि पीएम मोदी के साथ अमित शाह ने बीजेपी और एनडीए सरकार को हाई जैक कर लिया है दूसरे नेताओं की उन्हें चिंता नहीं है. अमित शाह कांग्रेस पार्टी और सीडब्ल्यूसी के लोकतांत्रिक मूल्यों पर सवाल उठाने के लायक नहीं हैं. जैसा कि आडवाणी ने एक बार 2015 में कहा था कि ”जो ताकतें लोकतंत्र को कुचल सकती हैं, वे मजबूत हैं, मुझे विश्वास नहीं है कि यह (आपातकाल) फिर से हो सकता है”
बता दें, इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने गुरूवार सुबह टवीट कर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. अमित शाह ने अपने टवीट में कहा कि आज के दिन 45 साल पहले सत्ता के लिए एक परिवार के लालच ने आपातकाल लागू कर दिया. रातों रात राष्ट्र को जेल में बदल दिया गया. प्रेस, अदालतें, भाषण सब खत्म हो गए. गरीबों और दलितों पर अत्याचार किए गए. लाखों लोगों के प्रयासों के कारण, आपातकाल हटा लिया गया था. भारत में लोकतंत्र बहाल हो गया था लेकिन यह कांग्रेस में अनुपस्थित रहा. एक परिवार के हित पार्टी के हितों और राष्ट्रीय हितों पर हावी थे. यह खेदजनक स्थिति आज की कांग्रेस में भी पनपती है.
यह भी पढ़ें: राजस्थान में कहीं कोरोनिल दवाई बिकती नजर आई तो उसी दिन बाबा रामदेव जेल में होगा – रघु शर्मा
अमित शाह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए ट्विटर पर लिखा कि, सीडब्ल्यूसी की हालही में हुई बैठक के दौरान वरिष्ठ और युवा सदस्यों ने कुछ मुद्दों को उठाया. लेकिन उन्हें चुप करा दिया गया. पार्टी के एक प्रवक्ता को बिना सोचे समझे बर्खास्त कर दिया गया. दुखद सच्चाई यह है कि कांग्रेस में नेता घुटन महसूस कर रहे हैं.
गृहमंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि भारत के विपक्षी दलों में से एक के रूप में कांग्रेस को खुद से पूछने की आवश्यकता है. आपातकाल की मानसिकता अब तक क्यों बनी हुई है? ऐसे नेता जो एक वंश के नहीं हैं, उन्हें बोलने की इजाजत क्यों नहीं है? कांग्रेस में नेता क्यों निराश हो रहे हैं? अन्यथा लोगों के साथ उनका संबंध और कम होता जाएगा.