गहलोत साहब जब तक मैं प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष हूं, आप जितना चाहें बोल सकते हैं- पायलट
स्पष्टवादिता में, संवाद करने में या फिर दो नेताओं के बीच मतभेद अगर होता है तो दोनों पक्षों की बाते सुनकर सही निर्णय लेने की ताकत होनी चाहिए. कांग्रेस पार्टी की संवाद की परंपरा रही है