पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने 19 दिनों से लगातार बढ़ रही पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. पायलट ने कहा कि देश में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाकर केंद्र सरकार मध्यम वर्ग की कमर तोड़ने का काम कर रही है. पायलट ने कहा कि कांग्रेसजन जनता का आक्रोश प्रकट करने के लिए 29 जून को पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेंगे और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपेंगे. देश में पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ रहे हैं उसको कम किया जाए. जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम गिर रहे हैं तो बेवजह आर्थिक मंदी के इस दौर में लोगों पर यह अतिरिक्त बोझ डालने का काम गलत है. इसे तुरंत प्रभाव से वापस लेना चाहिए. इसको लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी एआईसीसी के निर्देशानुसार प्रदेशभर में अपना ज्ञापन राष्ट्रपति महोदय को देंगे.
बता दें, गुरूवार सुबह पूर्व मुख्यमंत्री स्व. शिवचरण माथुर की पुण्यतिथि पर पीसीसी में पुष्पांजलि अर्पित की गई. इस दौरान पायलट ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि भारत-चीन सैनिकों के बीच पिछले सप्ताह हुई झडप में शहीद हुए 20 भारतीय सैनिकों को प्रदेशभर में कांग्रेस कार्यक्रर्ता शुक्रवार को श्रद्धांजलि देंगे. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आहवान पर होने वाले इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम को शहीद सलाम दिवस नाम दिया गया है. पायलट ने आगे बताया कि शहीद हुए जवानों को सलाम करने के लिए 26 जून को कांग्रेस कार्यकर्ता एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर रहे हैं. प्रदेश के सभी जिला और ब्लॉक मुख्यालयों पर हम उन वीर शहीदों की शहादत को सलाम करेंगे. देश के सैनिकों ने जो बलिदान दिया है वह देश हमेशा याद रखेगा. इसी भावना के साथ शुक्रवार सुबह 11 बजे राजधानी के शहीद स्मारक पर हम सब एकत्रित होकर 1 घंटे मौन रहकर वीर शहीदों को याद करेंगे.
चीनी सेना की स्थिति स्पष्ट नहीं कर या रही केन्द्र सरकार
इस दौरान सचिन पायलट ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सवाल यह उठता है कि सैनिकों को सरहद पर बिना हथियार कैसे भेजा गया? कैसे उन्होंने शहादत दी? वास्तविकता यह है कि सेटेलाइट की तस्वीरें दिखाती है वैली में आज भी चीनी सेना की उपस्थिति कहीं ना कहीं है. केंद्र सरकार आज तक भी इस बात को स्पष्ट नहीं कर पाई कि चीनी सेना हमारे क्षेत्र में है कि नहीं? चीन ने हमारी भूमि पर कब्जा किया है कि नहीं? प्रधानमंत्री कार्यालय कुछ बोलता है ओर रक्षा मंत्रालय कुछ लेकिन देश यह जानना चाह रहा है कि हमारे 20 सैनिक जो शहीद हुए हैं उनकी सच्चाई अभी तक देश के सामने नहीं आई है.
अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा करना केंद्र सरकार की पहली जिम्मेदारी
सचिन पायलट ने आगे कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर कभी नेपाल और अब यह चीन आक्रामक रवैया अपना रहा है. पाकिस्तान की सरहद पर हमारे सैनिक लगातार शहीद हो रहे हैं. देश में इस समय चौतरफा मार जारी है ऐसे में हमारी अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा करना केंद्र सरकार की पहली जिम्मेदारी है. कोई भी ठोस कदम केंद्र सरकार ने अभी तक नहीं उठाया है. हम लोग कहना चाहते हैं कि पूरे देशवासी और कांग्रेस पार्टी भारत की फौज के साथ हमेशा थे और रहेंगे. पूरा सम्मान और समर्थन हम अपनी सेना को देना चाहते हैं इसलिए हमारे शहीद जवानों को कल हम याद करेंगे और मौन व्रत रखकर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे.
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राहुल गांधी संभालें अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी
वहीं सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की उठी मांग के सवाल पर पायलट ने कहा कि राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने को लेकर प्रस्ताव पास किया हुआ है. हम सबकी मांग है कि राहुल गांधी फिर से अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सम्भालें. राहुल गांधी जी को अध्यक्ष बनाने की मांग समय समय पर उठती रही है. इस मांग पर सोनिया गांधी जी और राहुल गांधी जी संज्ञान ले रहे है.
योजनाओं का नाम बदलना बीजेपी का काम
वसुंधरा सरकार की अन्नपूर्णा रसोई योजना का नाम बदलकर इंदिरा रसोई योजना किए जाने के सवाल पर पायलट ने कहा कि योजना का नाम बदलना भाजपा सरकार में होता है. हमने किसी योजना का नाम नहीं बदला है. इंदिरा रसोई नई स्कीम लागू की गई है. इस योजना से गरीबों को भरपेट भोजन मिल सकेगा.