sanjay
sanjay

केंद्र सरकार ने हर साल 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाने का किया ऐलान, बीते दिन हुए इस ऐलान के बाद विपक्ष के नेता केंद्र सरकार पर साध रहे निशाना, केंद्र के इस फैसले को लेकर शिवशेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा- इमरजेंसी उस समय लगाई गई थी राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर, इमरजेंसी लगी थी 50 साल पहले, लोग उसको भूल भी गए, लेकिन वर्तमान सरकार इसे किसी न किसी बहाने लाना चाहती है चर्चा में, क्योंकि वह जनता का ध्यान मूल मुद्दों से चाहती है भटकाना, उस समय रामलीला ग्राउंड से कुछ लोगों ने जवानों और सेनाओं को सरकार के आदेश न मानने का किया था अनुरोध, कुछ लोग चाहते थे कि पूरे देश में फैले अव्यवस्था, ऐसी स्थिति में अगर वाजपेयी भी प्रधानमंत्री रहते, तो यही कदम उठाते, कुछ लोग देश में अलग-अलग जगहों पर बना रहे थे बम, अमित शाह को इमरजेंसी के बारे में नहीं है पता, वैसे लोग जो बार-बार प्रशंसा करते हैं बाल ठाकरे की, उन्हें पता नहीं है कि उन्होंने इसका किया था समर्थन, आरएसएस ने भी किया था समर्थन, बाल ठाकरे ने इंदिरा गांधी का मुंबई में किया था स्वागत, पिछले 10 सालों से वर्तमान सरकार भी संविधान की कर रही है हत्या, इमरजेंसी के बाद वाजपेयी की भी बनी सरकार और उससे पहले जनता पार्टी की भी आई सरकार, लेकिन किसी ने ऐसा नहीं कहा कि हम मनाएंगे संविधान हत्या दिवस, हम जब इस सरकार के बारे में बोलना शुरू करेंगे, जो हर रोज कर रही है संविधान की हत्या, तो वे हो जाएंगे पूरी तरह से एक्सपोज

Leave a Reply