पहली बार पार्टी मुख्यालय में प्रेस से रूबरू हुए डोटासरा ने कहा कांग्रेस मरते दम तक किसानों के साथ है

देश के कई हिस्सों में किसान इस हाड़ कंपा देने वाली सर्दी में पिछले 34 दिनों से धरने पर बैठा है, लेकिन प्रधानमंत्री के पास किसानों से मिलने का समय नहीं है, जबकि वे प्रायोजित इवेंट में भाग लेने के लिए कहीं भी चले जाते हैं- गोविन्द सिंह डोटासरा

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Politalks.News/Rajasthan. कृषि कानूनों के विरोध पिछले 35 दिनों से जारी किसान आंदोलन के समर्थन में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के कई हिस्सों में किसान इस हाड़ कंपा देने वाली सर्दी में पिछले 34 दिनों से धरने पर बैठा है, लेकिन प्रधानमंत्री के पास किसानों से मिलने का समय नहीं है, जबकि वे प्रायोजित इवेंट में भाग लेने के लिए कहीं भी चले जाते हैं. डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस मरते दम तक किसानों के साथ खड़ी है.

आपको बता दें, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सोमवार को अपने राजनीतिक जीवन में पहली बार दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस से रूबरू हुए. इस दौरान डोटासरा ने कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली. डोटासरा ने कहा कि पहली बार प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी ने किसानों से दो वादे किए थे जिसमें एक वादा किसानों की आय दोगुनी करने का भी था, जिस पर किसानों ने मोदी को वोट देकर प्रधानमंत्री बनाया था.

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पीसीसी चीफ डोटासरा ने आगे कहा लेकिन सत्ता में आते ही 2014 में केंद्र की एनडीए सरकार भूमि अधिग्रहण का कानून लेकर आई, जिसके विरोध में किसानों ने आंदोलन किया था. कांग्रेस ने तब भी राहुल गांधी के नेतृत्व में किसानों के समर्थन में आंदोलन किया, जिस पर केंद्र को ये कानून वापस लेना पड़ा था. डोटासरा ने कहा अब 2019 में सरकार बनने के बाद मोदी सरकार य़े तीन काले कानून लेकर आई है, जिसे लाने से पहले न तो किसानों से बात की गई और न ही विपक्ष और न ही एनडीए के घटक दलों से बात की गई, इन कानूनों के क्या फायदे हैं ये भी प्रधानमंत्री नहीं बता पा रहे हैं.

मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि मोदी सरकार तेल, रेल और एलआईसी के बाद अब किसानों की खेती उधमियों को बेचने को तैयार है. मोदी सरकार के यहां वनवे ट्रेफिक है, टू वे नहीं है।,न तो प्रधानमंत्री मीडिया से संवाद करते हैं और नहीं उनके सवालों के जवाब देते हैं.

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राजस्थान विधानसभा में पारित कृषि कानूनों को राज्यपाल द्वारा रोके जाने पर पीसीसी चीफ ने कहा कि राजस्थान सरकार ने किसानों के लिए कानून बनाए, लेकिन राज्यपाल ने ये अध्यादेश अपने पास रोक लिए और राष्ट्रपति को नहीं भेज रहे हैं. डोटासरा ने कहा केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदेश के हर जिलें में आंदोलन हुए, धरने प्रदर्शन किए गए. राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अगुवाई में किसानों की लड़ाई लड़ी जा रही है.

वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस में गोविंद सिंह डोटासरा के साथ मौजूद रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता औऱ हिमाचल प्रदेश के प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहा कि आंदोलन के छोटे होने की सरकार की सोच है, जबकि देशभर के किसान इसमें शामिल है. वहीं बीजेपी द्वारा आंदोलनकारी किसानों पर लगाए गए आरोपों पर शुक्ला ने भाजपा नेताओं से पूछा कि उन्हें दूध-रबड़ी देंगे तो क्या वह इस कड़कड़ाती सर्दी में बैठना पसंद करेंगे.

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