पॉलिटॉक्स ब्यूरो. सोमवार को राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता शरद पवार ने एबीपी के मराठी न्यूज़ चैनल एबीपी माझा के एक साक्षात्कार में दावा किया था कि पीएम मोदी ने साथ काम करने का प्रस्ताव दिया था. मंगलवार को पवार के इस बयान पर नेशनल न्यूज़ चैनल एनडीटीवी इंडिया से खास बातचीत करते हुए शरद पवार की सांसद बेटी सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने कहा कि, “यह पीएम मोदी की ‘उदारता’ थी लेकिन मेरे पिता ने ‘विनम्रतापूर्वक’ मना कर दिया था.”
सुप्रिया (Supriya Sule) ने कहा, “मैं इस मीटिंग में नहीं थी, यह दो वरिष्ठों के बीच थी. यह पीएम मोदी की उदारता था कि उन्होंने ऐसा प्रस्ताव दिया. महाराष्ट्र में व्यक्तिगत संबंधों का काफी महत्व होता है भले ही वैचारिक मतभेद हों. लेकिन आपने पवार जी को सुना होगा कि उन्होंने क्या कहा- मैंने विनम्रतापूर्वक न कह दिया.” सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने आगे कहा, ‘पवार जी सिर्फ मेरे पिता नहीं हैं वह मेरे बॉस भी हैं. और जैसा कि आप जानते हैं कि बॉस हमेशा सही होते हैं (Boss is Always Right).
गौरतलब है कि NCP प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को एक मराठी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में यह दावा किया था ‘मोदी ने मुझे साथ मिलकर काम करने का प्रस्ताव दिया था. मैंने उनसे कहा था कि हमारे निजी संबंध बहुत अच्छे हैं और वे हमेशा रहेंगे, लेकिन मेरे लिए साथ मिलकर काम करना संभव नहीं है.’ शरद पवार ने ऐसी खबरों को खारिज कर दिया कि मोदी सरकार ने उन्हें देश का राष्ट्रपति बनाने का प्रस्ताव दिया. उन्होंने कहा, ‘लेकिन, मोदी नेतृत्व वाली कैबिनेट में सुप्रिया सुले (Supriya Sule) को मंत्री बनाने का एक प्रस्ताव जरूर मिला था.’ सुप्रिया सुले, पवार की बेटी हैं और पुणे जिला में बारामती से लोकसभा सदस्य हैं.
बता दें, महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रहे घटनाक्रम के बीच शरद पवार ने पिछले महीने मोदी से मुलाकात की थी. पीएम नरेंद्र मोदी कई मौके पर पवार की तारीफ कर चुके हैं. हाल ही में पिछले महीने राज्यसभा के 250वें सत्र को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि संसदीय नियमों का पालन कैसे किया जाता है इस बारे में सभी दलों को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के सांसदों (Supriya Sule) से सीखना चाहिए.