जम्मूकश्मीर और लद्दाख को केन्द्र शासित प्रदेश बनाने और जम्मूकश्मीर में अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के बाद से ही पाकिस्तान जबरदस्त बौखलाया हुआ है और हर प्रकार से उसने अपनी खीज निकालनी चाही किन्तु कमोबेश हर मोर्चे पर उसे मात खानी पड़ी है. पाकिस्तान 370 के मुद्दे पर भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घेरने की कवायद में जुटा है लेकिन उसे कामयाबी मिलती नहीं दिख रही. अब यह बात पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी अप्रत्यक्ष रूप से स्वीकार कर ली है.

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी ने माना है कि संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान को समर्थन मिलना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में कोई हार लेकर नहीं खड़ा है और इसके लिए हमें खासा संघर्ष करना पड़ेगा. दूसरी और पाकिस्तान की ये उम्मीद कि कश्मीरी लोग ईद के मौके पर भारत का विरोध करेंगे, लेकिन यहां पर भी पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी और कश्मीरियों ने अमन के साथ शांतिपूर्वक ईद मनाकर इमरान खान को करारा चांटा मारा है.

शाह महमूद कुरेशी ने अप्रत्यक्ष रूप से अपनी हार स्वीकार करते हुए कहा, ”यूएन सुरक्षा परिषद में हमें समर्थन मिलना मुश्किल है, हमें मूखों के स्वर्ग में नहीं रहना चाहिए. पाकिस्तानी और कश्मीरियों को ये जानना चाहिए कि कोई आपके लिए खड़ा नहीं है, आपको जद्दोजहद करनी होगी, जज्बात उभारना आसान है. बाएं हाथ का काम है मुझे दो मिनट लगेंगे, लेकिन मसले को आगे ले जाना कठिन है. सुरक्षा परिषद के 5 स्थायी सदस्य हैं कोई भी वीटो का इस्तेमाल कर सकता है.”

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शाह महमूद कुरेशी ने आगे कहा, ‘’संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद के स्‍थायी सदस्‍यों के भी निजी हित भारत से हैं और उन्‍होंने वहां पर अरबों का निवेश किया हुआ है. ऐसे में वह पाकिस्‍तान का साथ देंगे यह बेहद मुश्किल है.’’ हालांकि उन्होंने कहा कि देश कश्मीरियों के मुद्दे पर हर मंच पर लड़ रहा है. उन्होंने कहा कि मैं 35-36 साल से सियासत कर रहा हूं, अपने अनुभवों से कह सकता हूं कि संयुक्त राष्ट्र में कोई हमारे लिए माला लेकर नहीं खड़ा है. हमें इसके लिए संघर्ष करना होगा. कुरैशी ने कहा कि सुरक्षा परिषद के 5 स्थायी सदस्य हैं और इसमें से कोई भी धारा 370 पर हमारे खिलाफ जा सकता है.

कुरैशी ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने व्यापक प्रयासों में तुर्की, ईरान और इंडोनेशिया सहित विश्व के नेताओं से संपर्क किया है, ताकि उन्हें कश्मीर पर भारत द्वारा उठाए गए एकतरफा कदम से अवगत कराया जा सके. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बुधवार को मुजफ्फराबाद का दौरा करेंगे. कुरेशी ने कहा कि इस दौरान प्रधानमंत्री आजाद जम्मू एवं कश्मीर (एजेके) विधानसभा को कश्मीरियों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए संबोधित करेंगे.

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी ने कश्मीरियों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए सोमवार को मुजफ्फराबाद में ईद की नमाज अदा की. कुरैशी ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान 14 अगस्त को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का दौरा करेंगे और उसकी विधानसभा को संबोधित भी करेंगे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने कश्मीर का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ले जाने का निर्णय किया है और चीन ने इस उद्देश्य के लिए पूरा समर्थन देने का भरोसा दिया है.

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गौरतलब है कि मोदी सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने और जम्मूकश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के बाद बौखलाये पाकिस्तान ने घोषणा की है कि वह 14 अगस्त को कश्मीर एकजुटता दिवस और 15 अगस्त को काला दिवस के तौर पर मनाएगा.

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