पॉलिटॉक्स न्यूज. बारूद से भरी एक सफेद कलर की सैंट्रो कार… बाइक का फर्जी नंबर और पुलवामा पार्ट-2 की पूरजोर साजिश. गाड़ी में करीब 45 किलो विस्पोटक प्लांट किया गया था. हालांकि भारतीय जवानों ने इस साजिश को नाकाम कर दिया. अंधेरे का फायदा उठाकर सभी आतंकी भागने में कामयाब हुए. सुरक्षाबलों ने वक्त रहते ही इसे डिफ्यूज़ कर दिया. जब IED को डिफ्यूज़ किया गया, तो छोटा सा धमाका हुआ. इस दौरान सिर्फ गाड़ी में नुकसान हुआ, किसी भी जानमाल को नुकसान नहीं हुआ. बाद में खाली जगह ले जाकर कार को उड़ा दिया गया. जल्द ही एनआईए की एक टीम इस इलाके का दौरा कर मामले की जांच करेगी.
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह के मुताबिक, इस बारे में पिछले तीन-चार दिनों से इनपुट मिल रहा था. कुछ नाके पर सैंट्रो कार रुकी नहीं थी, जिसके बाद शक गहरा हुआ. इसके अलावा भी IED होने का इनपुट मिला था, जिसके बाद पूरी तरह से सतर्कता बढ़ा दी गई थी. जिस गाड़ी में IED मिली थी, वो एक सफेद कलर की सैंट्रो कार थी. इस गाड़ी में टू-व्हीलर की नंबर प्लेट लगाई गई थी, जो कठुआ से ट्रैस की गई है. ऐसे में आतंकियों की ओर से पूरी कोशिश की जा रही थी कि सुरक्षाबलों को चकमा देकर इस आतंकी हमले को अंजाम दिया जाए.
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जम्मू-कश्मीर पुलिस, CRPF समेत अन्य सुरक्षाबलों की ओर से इस ऑपरेशन को एक साथ चलाया गया. इस गाड़ी को साउथ कश्मीर के पुलवामा जिले के ग्रामीण इलाके में रजपुरा रोड के पास रोका गया. सामने सुरक्षाबल की टीम को देखते हुए आतंकी कार छोड़कर अंधेरे में कहीं गायब हो गए. कार मिलने के बाद जब कार की तलाशी ली गई तो उसमें करीब 45 किलो IED मिला. जांच के बाद फिर बम डिस्पोज़ल स्क्वायड को बुलाया गया. इस दौरान जहां गाड़ी के आसपास के इलाके को और घरों को खाली करवा दिया गया.
जब IED को डिफ्यूज़ किया गया, तो छोटा सा धमाका हुआ. इस दौरान सिर्फ गाड़ी में नुकसान हुआ, किसी भी जानमाल को नुकसान नहीं हुआ. बाद में आईईडी को कार से अलग न कर पाने की स्थिति में ही सेना और जम्मू पुलिस ने विस्पोट को कार के साथ ही विस्फोट कर उड़ा दिया. इस दौरान कई घरों में नुकसान हुआ है.
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इसी मसले पर जम्मू-कश्मीर के IG विजय कुमार मीडिया से मुखातिब हुए. उन्होंने दावा किया कि इस हमले के जरिए पुलवामा की तरह सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की साजिश रची जा रही थी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में विजय कुमार ने कहा कि पिछले एक हफ्ते से खबर थी कि जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिद्दीन मिलकर इस तरह का हमला कर सकते हैं, जिसके बाद हम लगातार ट्रैकिंग पर लगे हुए थे. बुधवार शाम को पुलिस ने सेना व CRPF की मदद से कार का पीछा किया. नाके पर वॉर्निंग फायरिंग की, लेकिन आतंकियों ने गाड़ी नहीं रोकी.
अगले नाके पर फिर से फायरिंग की लेकिन वहां पर अंधेरा था. मौका देखकर आतंकी वहां से भाग निकलने में कामयाब हो गए. गाड़ी को जब्त कर चेकिंग की तो उसमें भारी मात्रा में IED मिली. हमारी टीम ने IED को चेक किया और उसे डिफ्यूज़ किया. बता दें कि पिछले साल भी पुलवामा में इसी तरह का आतंकी हमला हुआ थ. तब भी एक आतंकी गाड़ी में विस्फोटक लेकर सुरक्षाबलों के काफिले में जा घुसा था. उस आतंकी हमले में CRPF के 45 जवान शहीद हो गए थे.