जेल से बाहर आते ही एक्शन में चिदंबरम, अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार पर साधा निशाना

प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- पिछले 106 दिनों में जो मेरे साथ हुआ, उससे मैं हुआ पहले से मजबूत, बतौर मंत्री मेरा रिकॉर्ड क्लीन

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. तिहाड़ जेल से बाहर आते ही पूर्व गृहमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी.चिदंबरम (P_Chidambaram) पूरी तरह एक्शन मोड में हैं. आईएनएक्स मीडिया मामले में 106 दिन तिहाड़ जेल में रहने के बाद चिदंबरम बुधवार को ही जेल से जमानत पर बाहर आए. उन्हें सशर्त जमानत मिली है और सार्वजनिक तौर पर बयानबाजी न करने की हिदायत दी गई है लेकिन बाहर आते ही न केवल चिदंबरम एक्शन में हैं, उन्होंने कांग्रेस में भी जान फूंक दी. चिदंबरम को जमानत मिलने से मानो कांग्रेस में आ गई हो. चिदंबरम की रिहाई पर कांग्रेस में जश्न सा माहौल देखने को मिल रहा है. छोटे से छोटे कार्यकर्ता से लेकर पार्टी अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी तक ने खुशी जताई.

आज सुबह सबसे पहले चिदंबरम (P_Chidambaram) ने राज्यसभा सदन के बाहर कांग्रेस सांसदों के साथ प्याज के मुद्दे को लेकर जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया. सभी कांग्रेस राज्यसभा सांसदों ने गांधी प्रतिमा के सामने हाथों में तख्तियां लेकर मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगाए. पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदंबरम ने प्याज के मुददे पर अपनी राय रखते हुए कहा कि जो सरकार प्याज-लहसुन खाने से रोक रही है, उस सरकार को चले जाना चाहिए. उनके साथ कांग्रेस ने सदन में भी प्याज को लेकर जमकर हंगामा किया.

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उसके बाद दोपहर 12:30 बजे पी.चिदंबरम ने कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता चिदंबरम ने कहा कि अर्थव्यवस्था पर सरकार दिशाहीन है और प्रधानमंत्री चुप हैं. अगर साल के अंत तक विकास दर 5 फीसदी तक पहुंचती है तो हम भाग्यशाली होंगे. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जीडीपी असल में 5 फीसदी नहीं है, ये 1.5 फीसदी से कम है क्योंकि जीडीपी तय करने का तरीका संदेहास्पद है.

मंदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने (P_Chidambaram) कहा कि सरकार वर्तमान मंदी को ‘चक्रीय’ कह रही है लेकिन भगवान का शुक्र है कि उन्होंने इसे ‘मौसमी’ नहीं कहा. अगा यह ‘संरचनात्मक’ है और सरकार के पास इन समस्याओं का न तो कोई समाधान है और न ही कोई सुधार का तरीका. उन्होंने कहा कि सरकार का कहना है देश में मांग कम है लेकिन वो इसलिए कम है क्योंकि लोगों के पास पैसा कम है. जब तक मांग और निवेश नहीं बढ़ेगा. चिदंबरम ने कहा कि यूपीए सरकार ने 14 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला लेकिन एनडीए ने लाखों लोगों को फिर से गरीब बना दिया.

अपने उपर लगाए गए सीबीआई और ईडी के आरोपों पर चिदंबरम ने कहा कि सरकार पूरी तरह से गलत है. उनके पास मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं है. बतौर मंत्री मेरा रिकॉर्ड बिल्कुल क्लीन रहा है और जिन्होंने भी मेरे साथ काम किया है, उससे वाकिफ हैं. सरकार लगातार गलती पर गलती कर रही है जिन्हें छुपाने के लिए इस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं. बिना किसी आरोप के लोगों को हिरासत में लिया जा रहा है. चिदंबरम ने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हैं. जो मामले अभी भी अदालत में हैं, उन पर कमेंट नहीं करेंगे. चिदंबरम ने कहा कि पिछले 106 दिनों में जो मेरे साथ हुआ, उससे मैं और भी मजबूत हुआ हूं.

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पूर्व केंद्रीय मंत्री ने तिहाड़ जेल की तुलना जम्मू कश्मीर के माहौल से करते हुए पत्रकारों से कहा कि 106 दिन के बाद आपसे बात करने में खुशी हो रही है. मुझे जब घर से गिरफ्तार किया गया तो सबसे पहले जम्मू-कश्मीर के लोगों की याद आई जिन्हें इस तरह रखा गया है.

गौरतलब है कि चिदंबरम (P_Chidambaram) को आईएनएक्स मीडिया को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी देने के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 21 अगस्त को गिरफ्तार किया था. यह मामला तब का है, जब वह देश के वित्तमंत्री थे. सीबीआई की पूछताछ पूरी होने के बाद उन्हें ईडी ने अपनी हिरासत में ले लिया. वे तिहाड़ में 106 बिताने के बाद बुधवार शाम दो लाख रुपये के मुचलके पर जमानत पर जेल से बाहर निकले. लेकिन सुप्रीम कोर्ट की हिदायत के बावजूद चिदंबरम ने बाहर निकलते ही जिस तरह तीखे स्वर में सरकार पर हमले किए हैं, इससे लग रहा है कि वे अपने साथ काफी सारी एनर्जी भी लेकर आए हैं जिससे कांग्रेस भी अपने पूरे रंग में है.

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