Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान कांग्रेस में छिड़ी आतंरिक कलह किसी से छिपी नहीं है तो वहीं प्रदेश भाजपा में भी जगजाहिर हो चुकी आपसी खींचतान रह रह कर उबाले मार रही है. पार्टी नेताओं के खिलाफ बयानबाजी को लेकर भाजपा से निष्काषित पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं. एक बार फिर रोहिताश शर्मा ने पार्टी में चल रही आंतरिक कलह के बीच बड़ा बयान देते हुए भाजपा में तानाशाही हावी होने की बात कही है. मामला बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश चंद्र मेघवाल द्वारा नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने के लिए आलाकमान को लिखे गए पत्र से जुड़ा है. हालांकि प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह से कैलाश मेघवाल की मुलाकात के बाद यह मामला लगभग शांत हो चुका है. लेकिन इससे पहले आया रोहिताश शर्मा का भाजपा में तानाशाही से जुड़ा बयान एक अलग ही कलह की ओर इशारा कर रहा है.
अरुण सिंह के दखल से नरम पड़े मेघवाल के तेवर
दरअसल, राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया द्वारा भगवान राम एवं महाराणा प्रताप को लेकर पूर्व में की गई टिप्पणियों से उपचुनाव में हुए नुकसान का हवाला देते हुए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश चंद्र मेघवाल ने कटारिया के खिलाफ बिगुल फूंक दिया था. जिसके बाद प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह के दखल के बाद मेघवाल के तेवर न केवल बदले-बदले नजर आए बल्कि उन्होंने कटारिया के खिलाफ लाने वाले निंदा प्रस्ताव के लिए भी ना कर दिया. इससे पहले मेघवाल विधायक दल की बैठक में कटारिया के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने की बात कह चुके थे एवं गुलाब चंद कटारिया पर संगीन आरोप लगाते हुए एक पत्र बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेजा है. वहीं इस पूरे मामले में गुलाब चंद कटारिया ने सधे हुए अंदाज में पार्टी द्वारा किसी भी तरह के निर्णय को स्वीकार करने की बात कही.
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जैसी धमकी मुझे मिली ठीक वैसी ही धमकी मेघवाल को मिली- रोहिताश
वहीं इस मसले पर अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में रहने वाले एवं भाजपा से निष्काषित रोहिताश शर्मा ने बड़ा बयान दिया है. रोहिताश शर्मा ने कहा कि गुलाबचंद कटारिया ने जिस तरह से भगवान राम व राजस्थान के वीरों के खिलाफ टिप्पणी की वह निंदनीय है. शर्मा ने आगे कहा कि कैलाश मेघवाल को भी मेरी तरह पार्टी से निकालने की नसीहत दी है. इस संबंध में जब कैलाश मेघवाल ने केंद्रीय नेतृत्व को चिट्ठी लिखी, तो केंद्रीय नेतृत्व ने कैलाश मेघवाल को ठीक उसी तरह से धमकी दी है, जिस तरह से मुझे दी थी.
भाजपा में हो चुकी डिक्टेटरशिप हावी- रोहिताश
वहीं प्रदेश भाजपा प्रभारी अरुण सिंह पर निशाना साधते हुए रोहिताश शर्मा ने कहा कि कैलाश मेघवाल उस समय से राजनीति कर रहे हैं, जब अरुण सिंह का जन्म भी नहीं हुआ था. आज अगर देखा जाए तो भाजपा में लोकतांत्रिक व्यवस्था पूरी तरह समाप्त हो चुकी है. भाजपा में डिक्टेटरशिप हावी हो चुकी है और इसी नीति के तहत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है, जिससे कि कुछ चुनिंदा लोग अपनी मनमानी कर सकें व उनका किसी भी तरह से कोई विरोध न हो.
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प्रदेश में विपक्ष नहीं निभा रहा अपनी भूमिका- शर्मा
अपनी ही पार्टी पर निशाना साधते हुए रोहिताश शर्मा ने कहा कि आज प्रदेश में विपक्ष अच्छे से अपनी भूमिका नहीं निभा रहा है और यही कारण है कि पंचायत चुनाव में कांग्रेस को सफलता मिली है. शर्मा ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि भाजपा में इस समय केवल चापलूस लोग हैं. आज पार्टी में सही बोलने वाले के खिलाफ पार्टी आलाकमान सख्ती दिखाता है, जो की पूरी तरह से गलत है. अगर इसी तरह के हालात रहे, तो आने वाले समय में भाजपा को मुंह की खानी पड़ेगी.
महंगाई के मुद्दे पर की सीएम गहलोत की तारीफ, जंगलराज बताते हुए सरकार को घेरा भी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ करते हुए रोहिताश शर्मा ने कहा कि आज प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत केंद्र सरकार की ओर से बढ़ाए जा रहे पेट्रोल के दाम, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने में सफल रहे हैं. तो वहीं रोहिताश शर्मा ने प्रदेश सरकार पर निशाना भी साधा और कहा कि प्रदेश में कांग्रेस का जंगलराज है. कांग्रेस के विधायक अपनी मनमानी कर रहे हैं. एसपी व थाना इंचार्ज की ऊपर से तैनाती हो रही है. शर्मा ने आगे कहा कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है, जनता परेशान है व विकास के कार्य रुके हुए हैं, लेकिन उसके बाद भी कांग्रेस जीत रही है, ऐसे में यह बात साफ है कि प्रदेश में विपक्ष फेल है.