Politalks.News/Bengal/NusratJahan. योगी सरकार और शिवराज सरकार द्वारा लव जिहाद (Love Jihad) पर कानून बनाने के ऐलान के बाद देश में इस मुद्दे पर एक जंग सी छिड़ गई है. बीजेपी लव जिहाद को हिंदूत्व से जोड़ रही है, वहीं कांग्रेस इसे देश को अलग करने की कोशिश बता रही है. शिवसेना सांसद संजय राउत ने लव जिहाद को बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़ा है. लव जिहाद की इस जंग में बंगाली सुपरस्टार और तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां भी उतर आई हैं. लव जिहाद पर अपनी राय रखते हुए नुसरत ने इसे चुनावी हथकंडा बताया और कहा कि प्यार व जिहाद एक साथ नहीं चल सकते.
पार्टी दफ्तर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नुसरत जहां (Nusrat jahan) ने कहा, ‘प्यार बहुत ही निजी चीज है. प्यार और जिहाद दोनों एक साथ नहीं चल सकते. चुनाव से पहले लोग इस तरह के मुद्दे लेकर आते हैं. आप किसे अपनाना चाहते हैं यह आपकी अपनी पसंद है. प्यार में रहें और एक दूसरे से प्यार करें. धर्म को राजनैतिक हथकंडा न बनाएं.’ उन्होंने कहा कि हम कभी धर्म, जाति के आधार पर किसी को नहीं बांटते हैं. ऐसे में लोगों को ऐसे मुद्दों के बचना चाहिए और धर्म को किसी का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए.
@AITCofficial Press Conference #LIVEhttps://t.co/xnb8jT06JJ
— Nusrat Jahan Ruhi (@nusratchirps) November 23, 2020
सीएम ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सांसद नुसरत जहां पहले भी कट्टरपंथियों और कट्टरपंथी मानसिकता को खारिज करते हुए बयान दे चुकी हैं. नुसरत ने प्रस्तावित ‘लव जिहाद’ कानून के बारे में बात करते हुए कहा कि यह बीजेपी शासित राज्य में ही शुरु किया जा सकता है जिनमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और असम शामिल हैं.
यह भी पढ़ें: नीतीश कुमार बिहार में लागू करें ‘लव जिहाद’ कानून, फिर महाराष्ट्र में सोचेगी सरकार: शिवसेना
नुसरत जहां ने आगे कहा कि लव और जिहाद को एक ही तरह से मापा नहीं जा सकता. प्रेम बेहद व्यक्तिगत होता है और जिहाद अलग चीज है. नुसरत ने ये भी कहा कि इस तरह के मुद्दे उठाकर लोगों की निजी च्वाइस पर हमला नहीं किया जा सकता है और न ही कोई भारत में इस तरह हुक्म नहीं चला सकता है. नुसरत ने भाजपा को नसीयत देते हुए कहा कि बीजेपी के लिए मेरी एक ही सलाह है कि उन्हें समझना चाहिए कि प्यार व्यक्तिगत है और उन्हें प्यार करना सीखना चाहिए.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है. बीजेपी की ओर से चुनाव प्रचार शुरु हो चुका है और कई बड़े नेता बंगाल में डेरा डाल रहे हैं. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर बंगाल जा चुके हैं जबकि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव प्रचार के सिलसिले में 120 दिन की देशव्यापी यात्रा पर निकल गए हैं. इस दौरे में कुछ हफ्ते बंगाल में भी बिताए जाएंगे. बीजेपी के इस चुनाव प्रचार के जवाब में सीएम ममता बनर्जी और टीएमसी भी आक्रामक रुख अपनाए हुए है.
हालिया बयानबाजी में तृणमूल और बीजेपी दोनों ने एक दूसरे के सांसदों के असंतुष्ठ होने का हवाला देते हुए पार्टी छोड़ दल बदल का दावा किया है. बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने सौगत राय सहित पांच सांसदों के जल्द ही टीएमसी छोड़ बीजेपी में शामिल होने का दावा किया था. उसके बाद तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने कहा कि बीजेपी नेता आंतरिक कलह से नाराज हैं और उनके कुछ सांसद टीएमसी में शामिल होने की कोशिश कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें: कराची स्वीट्स से शुरू हुई सियासत पहुंची PoK और बांग्लादेश तक, राउत बोले- पहले कश्मीर तो ले लो
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अणुब्रत मंडल ने तो बंगाल में बीजेपी को सबसे बड़ा वायरल बताते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को टीएमसी में शामिल होने का न्यौता तक दे दिया. इस संबंध में जब दिलीप घोष से पूछा गया तो उन्होने मीडिया से कहा कि तृणमूल कांग्रेस नेता ने पहले बहुत शोर मचाया है और यह बयान उनके पहले के बयानों से बेमेल है.