अब राजे समर्थक नेताओं पर भड़के मदन दिलावर, कहा- ये घमंड में हैं और घमंड किसी का कभी टिका नहीं

प्रताप सिंह सिंघवी पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत, प्रहलाद गुंजल और पूर्व सांसद बहादुर सिंह कोली ने पिछले दिनों बयान देकर कहा कि राज्य में वसुंधरा ही भाजपा और भाजपा ही वसुंधरा है, राज्य में पार्टी की कमान वसुंधरा के हाथ में सौंपी जाए, वसुंधरा के नेतृत्व में ही भाजपा की सरकार बनाई जा सकती है, जो भी ऐसा कह रहा है ऐसे लोगों के कार्यकर्ता निर्माण में कहीं ना कहीं कमी रही है- मदन दिलावर

ये घमंड में हैं और घमंड किसी का कभी टिका नहीं
ये घमंड में हैं और घमंड किसी का कभी टिका नहीं

Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान विधानसभा चुनाव से ढाई साल पहले ही प्रदेश भाजपा में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर संग्राम छिड़ गया है. कांग्रेस के अंदर गुटबाजी का आरोप लगाने वाली भाजपा अब खुद दो खेमों में बंटी नजर आ रही है. हालांकि, बताया जाता है कि प्रदेश भाजपा में दो नहीं बल्कि आने वाले समय में मुख्यमंत्री पद के लिए कई चेहरे अपना दावा ठोक सकते हैं. फिलहाल पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थक नेताओं वर्तमान प्रदेश नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए प्रदेश भाजपा की कमान मैडम राजे को सौंपे जाने को लेकर मौर्चा खोल दिया है. पूर्व मंत्री और विधायक प्रतापसिंह सिंघवी ने एक बयान में कहा कि वसुंधरा राजे राजस्थान ही नहीं बल्कि देश की बड़ी नेता है.

छबड़ा से बीजेपी विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने कहा कि राजस्थान में वसुंधरा की जितनी लोकप्रियता है उतनी किसी दूसरे नेता की नहीं है. वसुंधरा में वोटों का 15 से 20 फीसदी स्विंग करने की क्षमता है. सिंघवी ने कहा कि वसुंधरा जनता की आवाज है और जनता की आवाज को हम आगे नहीं रखेंगे तो कौन रखेगा? मैं छह बार का विधायक और एक बार मंत्री रह चुका हूं, अपने अनुभव से कह रहा हूं कि जनता वसुंधरा को पसंद करती है और उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ना पार्टी के हित में होगा.

यह भी पढ़े: राजे समर्थक नेताओं को पूनियां और कटारिया की नसीहत- कोई व्यक्ति पार्टी से ऊपर नहीं, गलतफहमी में न रहें

प्रताप सिंह सिंघवी के अलावा पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत, प्रहलाद गुंजल और पूर्व सांसद बहादुर सिंह कोली ने भी पिछले दिनों इसी तरह के बयान दिए और पार्टी नेतृत्व से आग्रह किया कि राज्य में पार्टी की कमान वसुंधरा के हाथ में सौंपी जाए. ये नेता भी कह चुके कि वसुंधरा के नेतृत्व में ही भाजपा की सरकार बनाई जा सकती है. वसुंधरा राजे के कारण ही राज्य में दो बार पूर्ण बहुमत वाली सरकारें बनी हैं. इससे पहले भाजपा ने कभी पूर्ण बहुमत की सरकार नहीं बनाई थी. वसुंधरा को आगे किए बिना सरकार बनना मुश्किल है. राज्य में वसुंधरा ही भाजपा और भाजपा ही वसुंधरा है.

वहीं हाड़ौती क्षेत्र के नेताओं को जवाब देने के लिए बीजेपी ने भी संगठन की तरफ से हाड़ौती के चेहरे को ही आगे किया. पूर्व मंत्री, रामगंजमण्डी से विधायक और बीजेपी के प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर ने वसुंधरा राजे या उनके समर्थक नेताओं का नाम लिये बिना कहा कि बीजेपी में संगठन ही सर्वोपरि है. दिलावर ने तो यहां तक कह दिया कि अगर किसी ने खुद को संगठन से बड़ा समझा तो वह घमण्ड में है और घमण्ड किसी का नहीं टिका.

यह भी पढ़े:मध्यप्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच कैलाश विजयवर्गीय के बयान ने मचाई खलबली

मदन दिलावर ने आगे कहा कि अगर वे खुद यह कहें कि दिलावर के बिना पार्टी का काम नहीं चलेगा. तो उनसे बड़ा मूर्ख कोई नहीं है. बीजेपी के प्रदेश महामंत्री ने कहा कि इससे पहले बलराज मधोक जैसे नेताओं ने खुद को संगठन से बड़ा समझने और साबित करने की गलती की, लेकिन वक्त ने सभी का हश्र देखा है. दिलावर ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि आजकल कुछ लोग कह रहे हैं कि अमुक व्यक्ति के बिना पार्टी नहीं चल सकती और अमुक व्यक्ति ही पार्टी है, लेकिन जो भी ऐसा कह रहा है ऐसे लोगों के कार्यकर्ता निर्माण में कहीं ना कहीं कमी रही है.

होर्डिंग से वसुंधरा राजे की फोटो हटने से बिगड़ी बात
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की तस्वीर बीजेपी कार्यालय के बाहर लगे होर्डिंग से हटने और वसुंधरा राजे को पार्टी में कथित तौर पर दरकिनार की चर्चा के बाद बाद से ही वसुंधरा राजे समर्थक खेमा नाराजगी जता रहा है. हालांकि बीजेपी संगठन का कहना है कि होर्डिंग पर किसका फोटो होगा और किसका नहीं यह राष्ट्रीय नेतृत्व के स्तर पर तय होता है. किसी भी नेता की फोटो पूर्व अध्यक्ष के नाते नहीं लगी है. बल्कि प्रदेशाध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की फोटो ही इस होर्डिंग पर लगी है.

Leave a Reply