Politalks.News/REET2021: प्रदेश में 26 सितंबर को होने जा रही रीट परीक्षा (REET Exams 2021) की तैयारियों को लेकर गुरुवार को सीएम आवास पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तैयारियों की समीक्षा बैठक ली और अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए. मुख्यमंत्री गहलोत के निर्देश पर सरकार ने रीट परीक्षा 2021 में शामिल होने वाले सभी अभ्यार्थियों को सरकारी और गैर-सरकारी बसों में नि:शुल्क यात्रा की सुविधा के बाद निशुल्क खाने की भी व्यवस्था की है. रीट परीक्षा के दौरान 24 से 27 सितंबर तक रीट परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों को इंदिरा रसोई से निशुल्क भोजन मिलेगा. रसोई संचालकों को 8 रुपए प्रति थाली भोजन व 5 रुपए प्रति थाली पैकिंग का भुगतान कलेक्टर और जिला परीक्षा संचालन समिति के माध्यम से किया जाएगा. इस संबंध में स्वायत्त शासन विभाग ने गुरुवार को आदेश जारी किए हैं. इन तीन दिनों तक इंदिरा रसोई से भोजन की थाली की संख्या असीमित रहेगी.
सरकार के निर्देशानुसार इस व्यवस्था में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए निकाय की ओर से इंदिरा रसोई में एक कर्मचारी की नियुक्ति की जाएगी. साथ ही भोजन का वितरण भी स्थानीय प्रशासन व निकाय अपने स्तर पर करेंगे. मॉनिटरिंग का काम निकाय के आयुक्त या अधिशासी अधिकारी करेंगे. इस काम में कोताही बरतने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. यही नहीं नियमित आने वाले लोगों को पूर्व की तरह ही 8 रुपए में रसोई से भोजन उपलब्ध कराया जाएगा.
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REET Exams 2021 दे रहे लाखों अभ्यर्थियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए गहलोत सरकार ने जबरदस्त इंतजाम किए हैं. गुरुवार शाम अधिकारियों के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने सोशल मीडिया पेज पर बैठक में लिए गए निर्णयों को साझा करते हुए लिखा कि युवाओं के हित में रीट परीक्षा के सफल आयोजन के लिए आज निम्न महत्वपूर्ण निर्णय किए हैं:
- रोडवेज बसों में निशुल्क यात्रा के साथ पर्याप्त संख्या में निजी बसों की व्यवस्था कर अभ्यर्थियों की निशुल्क यात्रा की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.
- नकल, पेपर लीक अथवा परीक्षा से जुडी किसी भी गैर-कानूनी गतिविधि में शामिल सरकारी कर्मचारी को सीधे बर्खास्त किया जाएगा. ऐसी गतिविधि में शामिल निजी संस्थानों के कार्मिकों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई के साथ संस्थान की मान्यता हमेशा के लिए रद्द की जाएगी.
- परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.
- प्रिंटिंग प्रेस से एग्जाम पेपर के परीक्षार्थी के पास पहुंचाने तक के प्रोसेस में शामिल कोई भी अधिकारी एवं कर्मचारी अपनी ड्यूटी के समय मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर सकेगा.
- एग्जाम पेपर के प्रिंटिंग प्रेस से परीक्षार्थी तक पहुंचने की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी होगी.
- सभी अभ्यर्थियों को परीक्षा केन्द्रों पर मास्क उपलब्ध करवाए जाएंगे. परीक्षार्थी परीक्षा केन्द्र में अपना मास्क नहीं ले जा सकेंगे.
- पेपर को लेकर गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल होने वाले संदिग्धों पर इंटेलिजेंस द्वारा कड़ी नजर रखी जा रही है. जरूरत महसूस होने पर इन्हें हिरासत में भी लिया जा सकेगा.
- अभ्यर्थियों को आवागमन में असुविधा ना हो इसलिए बड़े शहरों में अस्थाई बस स्टैंड बनाए जाएंगे.
- ट्रैफिक और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस जाब्ता तैयार किया जाएगा.
- महिला, दिव्यांग एवं जरूरतमंद अभ्यर्थियों की संवेदनशीलता के साथ मदद करने के लिए प्रशासन को निर्देशित किया गया है.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लिखा कि, ‘प्रदेश सरकार युवाओं के सुनहरे भविष्य के लिए हर कदम उठा रही है. सभी से निवेदन है कि कोई अफवाह ना फैलाएं और बिना आधिकारिक सूचना के किसी भी मैसेज पर भरोसा ना करें. यदि कोई आपको पेपर में नकल करवाने, पेपर पास करवाने या सलेक्शन करवाने का झांसा दे तो तुरन्त पुलिस को सूचित करें.’
सीएम गहलोत ने आगे अपील करते हुए लिखा कि अभ्यर्थी परीक्षा से एक दिन पूर्व ही परीक्षा केन्द्र वाले शहर में पहुंचने का प्रयास करें एवं परीक्षा केन्द्र तक मोबाइल फोन ना लेकर जाएं. आमजन से अपील है कि सभी अभ्यर्थियों का सहृदयता से सहयोग करें एवं इस परीक्षा के आयोजन को सफल बनाने में सहायक बनें.