Politalks.News/Keral. कांग्रेस (Congress) की राज्य इकाइयों के झगड़े थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हरियाणा और उत्तराखंड के बाद अब केरल कांग्रेस में भी कलह शुरू हो गई है. पार्टी के खिलाफ जाने को लेकर केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के सुधाकरन (KPCC president K Sudhakaran) ने सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) को चेतावनी दी है. बताया जा रहा है कि थरूर की बयानबाजी को लेकर कई कांग्रेसी नेता और सांसद खुश नहीं हैं. कांग्रेस नेता शशि थरूर पर पार्टी लाइन पर ना चलने का आरोप लग रहे हैं. हाई-स्पीड रेल परियोजना (High-Speed Rail Project) पर की गई थरूर की टिप्पणी से सारे विवाद की शुरुआत हुई थी. थरूर ने सीएम पिनाराई विजयन की तारीफ भी की थी. हालांकि थरूर ने कहा है कि ‘कुछ मुद्दों पर राजनीतिक मतभेदों को अलग रखना जरूरी है. वह सिल्वर लाइन परियोजना पर अध्ययन करने के बाद अपनी राय प्रकट करेंगे’. अब सियासी गलियारों में इस वाक्ये को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है.
या तो पार्टी के फैसलों का करें पालन या छोड़ सकते हैं पार्टी- सुधाकरन
केरल के कन्नूर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष के सुधाकरन ने पार्टी सांसद शशि थरूर की आलोचना की और कहा कि, ‘थरूर या तो पार्टी के फैसलों का पालन करें या पार्टी छोड़ सकते हैं’
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सेमी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के खिलाफ लिखे पत्र पर हस्ताक्षर करने से किया इनकार
केरल कांग्रेस के चीफ के सुधाकरन के बयान को पार्टी के राज्य नेतृत्व में थरूर के खिलाफ बढ़ते असंतोष के परिपेक्ष में देखा जा रहा है. केरल कांग्रेस में शशि थरूर को लेकर उस वक्त नाराजगी बढ़ गई जब थरूर ने सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की सेमी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर परियोजना के खिलाफ यूडीएफ सांसदों द्वारा केंद्र सरकार को भेजे जा रहे एक पत्र पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया. इतना ही नहीं कांग्रेस अध्यक्ष का पारा उस वक्त और चढ़ गया जब थरूर ने आग में घी डालते हुए, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की ‘निवेश अनुकूल’ पहल के लिए खुले तौर पर उनकी प्रशंसा कर दी. हालांकि, के सुधाकरन ने हाल के घटनाक्रम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
थरूर से लिखित में मांगा गया स्पष्टीकरण
के सुधाकरन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि, ‘शशि थरूर भी कांग्रेस पार्टी के किसी अन्य सदस्य की तरह ही हैं. हर किसी की अपनी राय है. अगर वह पार्टी के नियमों का पालन करता है तो वह पार्टी में रहेगा, अन्यथा, वह इससे बाहर हो जाएगा चाहे वह शशि थरूर हो या के सुधाकरन, एक व्यक्ति जो पार्टी का सांसद है, उसे पार्टी के फैसलों को खारिज नहीं कर सकता.’ सुधाकरन ने कहा कि, ‘थरूर से लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया है और यह प्राप्त होने के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा’ .
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थरूर ने ट्वीट से दिया था जवाब
अपनी पार्टी के सहयोगियों की आलोचना का जवाब देते हुए थरूर ने ट्वीट किया था कि, ‘कुछ मुद्दों पर राजनीतिक मतभेदों को अलग रखना जरूरी है. वह सिल्वर लाइन परियोजना पर अध्ययन करने के बाद अपनी राय प्रकट करेंगे’.