‘एकला चालो से कुछ नहीं होगा, नेता वही जो सभी को साथ लेकर चले’- नड्डा ने पार्टी नेताओं को दी नसीहत

प्रदेश भाजपा नेताओं के बीच जारी गुटबाजी और खींचतान पर कड़ा रुख अपनाते हुए नसीहत दी कि वे करें आत्मविश्लेषण, नेताओं के हाथ मिलाकर एकजुटता का किया इज़हार, नेताओं को दिए टास्क और साथ ही उनको पूरा करने की तारीख भी दे दी, जयपुर में काली की पूजा और बंगालियों से मुलाकात कर बंगाली वोटर्स को साधने की कोशिश की जेपी नड्डा ने

जेपी नड्डा ने बीजेपी नेताओं को दी नसीहत
जेपी नड्डा ने बीजेपी नेताओं को दी नसीहत

Politalks.News/Rajasthan. बीजेपी कार्यसमिति की बैठक में भाग लेने जयपुर आए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रदेश भाजपा नेताओं के बीच जारी गुटबाजी और खींचतान पर कड़ा रुख अपनाते हुए प्रदेश के भाजपा नेताओं को नसीहत दी कि वे आत्मविश्लेषण करें कि पार्टी के लिए कितना योगदान दे रहे हैं. जेपी नड्डा ने वसुंधरा राजे और सतीश पूनियां का नाम लिए बिना नसीहत देते हुए कहा कि, ‘अकेले चलने से कुछ नहीं होगा, पार्टी के साथ चलें,’ साथ ही यह भी कहा कि, ‘नेता वही है जो सभी को साथ लेकर चले.’ एकजुटता का संदेश देते जेपी नड्डा ने कहा कि पार्टी को मजबूत करने का काम करें.

प्रदेश भाजपा नेताओं में लगातार बढ़ रही गुटबाजी की खबरों के बीच मंगलवार को बिड़ला ऑडिटोरियम में अपने सम्बोधन के बाद जेपी नड्डा ने सभी नेताओं के साथ हाथ मिलाकर एकजुटता का इज़हार किया. इतना ही नहीं, पार्टी में इस एकजुटता को दर्शाने के लिए नड्डा ने अपने पास खड़े प्रदेश प्रभारी महामंत्री अरुण सिंह को भी एक तरफ करके वसुंधरा राजे को अपने साथ बुलाया, फिर पूनिया और वसुंधरा के हाथ पकड़ कर एक एकजुटता का इजहार किया. अपने संबोधन के दौरान नड्डा ने राजस्थान बीजेपी के नेताओं को टास्क और उनको पूरा करने की तारीख भी दे दी.

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पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी नेताओं को टास्क देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी काडर बेस्ड पार्टी है, इसलिए संगठन को मजबूत करना हमारी जिम्मेदारी है. नड्डा ने आगामी 6 अप्रैल को पार्टी स्थापना दिवस तक की मियाद देते हुए कहा कि इस विशेष दिन से पहले सभी मंडलों को मजबूत किया जाना चाहिए. नड्डा ने कहा कि कोई बूथ ऐसा नहीं रहना चाहिए जिस पर हमारी बूथ कमेटी नहीं हो. इसमें सभी वर्ग के लोगों को शामिल किया जाना चाहिए. इसके लिए जेपी नड्डा ने प्रदेश के नेताओं को मंथन करके आगे बढ़ने के निर्देश दिए. इसके साथ ही नड्डा ने मंडल और बूथ कमेटियों को मजबूत करने के बाद हर बूथ पर पन्ना प्रमुख बनाने और उन्हें सक्रीय करने की भी मियाद भी दे दी. नड्डा ने कहा कि 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमन्त्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती तक हर बूथ पर सक्रिय पन्ना प्रमुख बनाने का लक्ष्य तय किया जाना चाहिए.

प्रदेश भाजपा नेताओं को बूथ मैनेजमेंट का पाठ पढ़ाते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि एक राष्ट्रीय अध्यक्ष दिल्ली से चलकर बूथ की बात इसलिए कर रहा है क्योंकि बूथ ही भाजपा की ताकत है. नड्डा ने गुजरात के सूरत का उदाहरण देते हुए कहा कि सूरत में पार्टी को सबसे ज्यादा मार्जिन से जीत इसलिए नसीब हुई थी क्योंकि वहां का बूथ मजबूत था, जबकि वहां कोई बड़ी सभा तक नहीं हुई.

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कुल मिलाकर जेपी नड्डा ने प्रदेश भाजपा नेताओं को साफ संदेश दे दिया कि पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करें, गुटबाजी और शक्ति-प्रदर्शन बंद करें. यही नहीं प्रदेश कार्यसमिति में सार्वजनिक रूप से संदेश देने के बाद जेपी नड्डा ने राजस्थान बीजेपी के कोर ग्रुप के साथ अलग से बैठक ली. इस बैठक मे वसुंधरा राजे, सतीश पूनियां, गजेंद्र सिंह शेखावत समेत राजस्थान सभी प्रमुख नेता शामिल थे. कोर ग्रुप की इस बैठक में भी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने एकजुट रहने और मिलकर काम करने की नेताओं को नसीहत दी.

बंगाली वोटर्स को साधने की कोशिश

बीजेपी कार्यसमिति की बैठक में भाग लेने आए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जयपुर से बंगाली वोटर्स को साधने की भी कोशिश की. इसके लिए जेपी नड्डा दिल्ली लौटने से पहले जयपुर के मालवीय नगर स्थित कालीबाड़ी मंदिर पहुंचे और यहां मां काली की पूजा की. इस तरह जयपुर के इस मंदिर से बंगाल के वोटर्स को साधने की पूरी कोशिश की गई. मंदिर में आने के बाद नड्डा जयपुर में बसे प्रवासी बंगालियों से मुलाकात भी की. इस दौरान जेपी नड्डा ने कहा कि मैंने यहां आकर मां काली से कामना की और मां काली का आर्शीवाद लेने यहां आया हूं. नड्डा ने कहा कि इस मंदिर से नई स्फूर्ति लेकर जा रहा हूं. इसके बाद जेपी नड्डा दिल्ली के लिए रवाना हो गए.

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