पॉलिटॉक्स ब्यूरो. झारखंड में 81 सीटों पर शुरू हुए विधानसभा चुनाव में अब दोनों राज्यों की तर्ज पर स्थानीय पार्टियां किंग नहीं बल्कि किंगमेकर की भूमिका के लिए लड़ाई लड़ रही हैं. झारखंड की राजनीति को गौर से देखा जाए तो यहां भी माहौल महाराष्ट्र से ज्यादा अलग नहीं है. यहां सरकार बनाने में मुख्य पार्टियों से अधिक भूमिका क्षेत्रप पार्टियों की रही है. महाराष्ट्र व हरियाणा की राजनीति (Kingmaker Jharkhand) से प्रेरित होकर झारखंड में भी सहयोगी पार्टियां सरकार बनाने नहीं बल्कि बनवाने में भूमिका का निर्धारण कर बीजेपी से किनारा कर रही हैं.