Politalks.News/Punjab. पंजाब में कांग्रेस की गले की फांस बने कैप्टन अमरिंदर सिंह की दुखती रग पर चन्नी सरकार ने हाथ रखने की तैयारी कर ली है. नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना चीफ जनरल बाजवा का करीबी बताने वाले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर को अब चन्नी सरकार इसी मुद्दे पर घेरने की तैयारी में है. पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा ने शुक्रवार को कहा कि, ‘उनकी सरकार अमरिंदर की पाकिस्तानी दोस्त अरूसा आलम की आईएसआई से लिंक की जांच करेगी’. अरूसा पाकिस्तान की डिफेंस जर्नलिस्ट हैं और कैप्टन की करीबी हैं. दरअसल कैप्टन ने नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान और ISI का नजदीकी बताया था तो अब कांग्रेस सरकार कैप्टन को उन्हीं के पैतरे में फंसाने की तैयारी कर रही है. इधर कैप्टन ने भी रंधावा पर हमला बोलते हुए कहा है कि, ‘जब वो मेरी सरकार में मंत्री थे तब तो उनको कोई तकलीफ नहीं थी’. कैप्टन को घेरने की रणनीति में कांग्रेस कितनी कामयाब हो पाती है ये देखने वाली बात होगी.
पंजाब सरकार महिला मित्र के ISI के कनेक्शन की करवाएगी जांच- रंधावा
उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा ने कैप्टन की पाकिस्तानी दोस्त अरूसा आलम और आईएसआई के बीच लिंक को लेकर कहा कि, ‘उनकी सरकार इसकी जांच कराएगी. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक रंधावा ने कैप्टन और अरूसा आलम के आईएसआई से लिंक को लेकर कहा कि, ‘कैप्टन ने यह मुद्दा उठाया और फिर पंजाब में बीएसएफ को तैनात कर दिया गया. हम डीजीपी को इस मामले की जांच करने को कहेंगे. अब वह (कैप्टन) कह रहे हैं कि आईएसआई से खतरा है. इसलिए हम महिला की आईएसआई से कनेक्शन की जांच करेंगे’.
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कैप्टन ने सिद्धू को बताया था पाकिस्तान का नजदीकी
चन्नी सरकार ने अमरिंदर पर ऐसे समय में सवाल खड़े किए हैं, जब पूर्व सीएम लगातार पंजाब की सुरक्षा का मुद्दा उठा रहे हैं और नवजोत सिंह सिद्धू को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है. अमरिंदर ने कहा था कि, ‘सिद्धू की पाकिस्तान और आईएसआई के साथ नजदीकी है’. कैप्टन ने पिछले दिनों दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और एनएसए अजित डोवाल से भी मुलाकात की थी.
कैप्टन ने किया है नई पार्टी बनाने का ऐलान
आपको बता दें कि खुद को कांग्रेस में अपमानित बताकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हाल ही में ऐलान किया है कि, ‘वह अपनी नई पार्टी बनाने जा रहे हैं’. कैप्टन ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से गठबंधन की बात भी कही है. हालांकि, उन्होंने इसके लिए किसानों के मुद्दे के समाधान की शर्त रखी है.
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अरूसा की जांच के आदेश को लेकर रंधावा बरसे अमरिंदर
अरूसा आलम के ISI कनेक्शन की जांच पर कैप्टन अमरिंदर सिंह की तीखी प्रतिक्रिया आई है. अमरिंदर ने डिप्टी CM रंधावा को कहा कि, ‘अब वह पर्सनल अटैक पर आ गए हैं’, अमरिंदर ने पूछा कि ‘पद संभालने के एक महीने बाद लोगों को दिखाने के लिए क्या उनके पास यही कुछ है’. कैप्टन ने पूछा कि आपके बरगाड़ी बेअदबी और ड्रग केसों के बड़े वादों का क्या हुआ? पंजाब अभी तक आपके कार्रवाई के वादे का इंतजार कर रहा है’.
‘जब मेरी सरकार में मंत्री थे, तब कोई शिकायत नहीं की’
अमरिंदर ने सुखजिंदर रंधावा को कहा कि, ‘वह उनकी कैबिनेट में मंत्री थे. तब कभी अरूसा आलम के खिलाफ शिकायत नहीं की. अरूसा आलम पिछले 16 वर्षों से भारत सरकार की क्लीयरेंस से यहां आ रही हैं’. अमरिंदर ने पूछा कि, ‘क्या वो NDA और कांग्रेस की अगुवाई वाली UPA सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि दोनों सरकारें पाकिस्तानी ISI के साथ मिली हुईं थी’.
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कौन है अरूसा आलम?
गुजरे जमाने के पाकिस्तानी नेता अकलीम अख्तर की बेटी अरूसा आलम पत्रकार हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘अमरिंदर सिंह की 2004 में अरूसा आलम से उस समय मुलाकात हुई थी जब कैप्टन पाकिस्तान गए थे. यह पहली बार नहीं है जब अरूसा का नाम पंजाब की राजनीति में घसीटा गया है. वास्तव में इस साल अगस्त में सिद्धू के तत्कालीन सलाहकार मलविंदर सिंह माली ने अमरिंदर और अरूसा की तस्वीर साझा करके सवाल खड़े किए थे. माली ने लिखा था कि, ‘मैं सोचता था कि यह आपका पर्सनल मुद्दा है, लेकिन आपने नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार को कांग्रेस की राजनीति और राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ दिया. मैं इसे पोस्ट करने के लिए मजबूर हूं’.