Politalks.News/Bihar. बिहार में पहले चरण के विधानसभा चुनाव का प्रचार की गूंज थम चुकी है. कल 71 सीटों पर मतदान होना है लेकिन वार-पलटवार का शोर अभी भी जोशो-खरोश से जारी है. इधर, राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कल एक चुनावी रैली में दिए बयान पर पलटवार करते हुए कहा, ‘हमें वो कितनी भी गाली दें, हम आशीर्वाद के तौर पर लेंगे’. वहीं लालू यादव पर साधे निशाने को उन्होंने अपनी माता राबड़ी देवी की मर्यादा से जोड़ते हुए महिलाओं का अपमान बताया. जब बीजेपी ने नीतीश कुमार का बचाव किया तो तेजस्वी ने बड़ी चालाकी से बयान देते हुए इसे प्रधानमंत्री मोदी से जोड़ दिया और कहा कि नीतीश पीएम को अपमानित करने की कोशिश कर रहे हैं.
दरअसल, वैशाली की एक जनसभा में जदयू (JDU) उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने ने लालू का बिना नाम लिए कहा था, ‘किसी को प्रजनन दर के बारे में क्या मालूम है. आठ-आठ, नौ-नौ बच्चा बच्ची पैदा करता है. बेटी पर भरोसा ही नहीं. कई बेटियां पैदा हो गईं, तब जाकर बेटा पैदा हुआ. ये कैसा बिहार बनाना चाहते हैं. यही लोग आदर्श हैं तो सोचिए बिहार का क्या हाल होगा? कोई पूछने वाला नहीं होगा. कुछ लोगों के लिए परिवार ही सबकुछ है.’
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लेकिन इस बयान पर पलटवार तेजस्वी ने कुछ इस अंदाज में किया कि ये बयान नीतीश कुमार पर ही उलटा पड़ गया. तेजस्वी यादव ने कहा कि इस तरह के बयानों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि वो भी 6-7 भाई-बहन हैं. तेजस्वी ने ये भी कहा कि नीतीश कुमार का बयान महिलाओं की अस्मिता पर सवाल उठा रहा है, इसलिए उन्होंने मेरी मां और अन्य महिलाओं की भी मर्यादा को ठेस पहुंचाई है. कहने का मतलब ये है कि नीतीश कुमार जहां पूर्व सीएम लालू यादव और राबड़ी देवी को घेरने की कोशिश कर रहे थे, वहीं तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिवार का ही जिक्र कर दिया जिसके जवाब में भाजपा को नीतीश का पक्ष रखने सामने आना पड़ा.
बीजेपी ने तेजस्वी के पलटवार पर नीतीश का बचाव किया है. पार्टी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा है कि किसी के बहाने कोई निशाना नहीं साध रहा है. जिसके माता पिता दोनों मुख्यमंत्री रहे हों, वह 10वीं भी नहीं कर सका और अब वो नौकरी देने की बात करता हो तो इससे ज्यादा हास्यास्पद और क्या हो सकता है. जासयवाल ने कहा कि हर परिवार को बेटे और बेटी को एक बराबर देखना चाहिए. पढ़ी लिखी बेटियों की जगह 9वीं पास बेटे को आगे बढ़ाना गलत है.
खैर ये तो वार पलटवार था जिसमें एक तरफ तो तेजस्वी ने नीतीश के हर वार को आशीर्वाद बता दिया, साथ ही उनके बयान की दिशा को घुमाकर प्रधानमंत्री और उनके परिवार की तरफ कर दिया. बेहद चतुराई भरे इस बयान से तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर मनोवैज्ञानिक बढ़त बनाने का काम तो किया है. नीतीश कुमार के ऐसे ही एक बयान पर चिराग पासवान ने भी सीएम नीतीश की खिंचाई की थी और उसे प्रधानमंत्री मोदी का अपमान बताया था.