Politalks.News/Rajasthan. केंद्रीय मंत्री और जोधपुर सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत ने सोमवार को जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में व्यवस्थाओं का जायजा लिया और मरीजों की खैर-खबर पूछी. इस दौरान दो महिला परिजनों की वेदना सुनने के बाद ‘बालाजी महाराज के नारियल चढ़ा देना, भगवान सब ठीक करेंगे’ दिए गए व्यक्तव्य को लेकर सोशल व अन्य मीडिया पर बनाए गए माहौल को लेकर सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत ने नाराजगी जाहिर की है. केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए पूछा कि, “डॉक्टर अपना काम कर रहे हैं और बालाजी महाराज को आप नारियल चढ़ा देना, भगवान सब ठीक करेंगे” कहना किस नजरिए से गलत है? विरोधी मुझे समझाएं!”
जोधपुर सांसद गजेन्द्र सिंह ने कहा कि, ‘अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन को ढाढ़स बंधाना किस मानसिकता से गलत है, यह स्पष्ट किया जाए. एक परेशान माताजी को दवा और दुआ दोनों पर भरोसा दिलाना मेरे कर्तव्य के दायरे में आता है और वही मैंने निभाया. मैं अस्पतालों की व्यवस्था जांचने ही गया था और सब देखने के बाद ही कहा कि डॉक्टर अपना काम कर रहे हैं. मैं बता दूं कि मुझे वहां दिन – रात ड्यूटी कर रहे डॉक्टरों द्वारा किए जा रहे इलाज पर कोई संदेह नहीं है. निश्चित रूप से वे अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह निभा रहे हैं.
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गजेन्द्र सिंह शेखावत ने आगे कहा कि, ‘लेकिन मरीज और उसके परिवारवालों को मानसिक रूप से मजबूत बनाए रखना भी जरूरी होता है, मैंने जो कहा सामाजिक व्यवहार में वह बहुत सामान्य बात है. हम परेशान लोगों से आम बोलचाल में यही कहते हैं. वहां मैं कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं कर रहा था. मैं उन परेशान माताजी को संबल दे रहा था कि डॉक्टर सही इलाज कर रहे हैं आप भरोसा रखिए और साथ ही साथ भगवान पर भी भरोसा रखिए. भगवान बालाजी पर आस्था रखने की बात कहना, बुराई है क्या? राजस्थान ही नहीं देश और दुनिया में करोड़ों लोग बालाजी महाराज के भक्त हैं, अगर मैंने कह दिया कि नारियल चढ़ा दीजिएगा, तो क्या इससे मैं निष्क्रिय और लापरवाह साबित होता हूं. हम मनोकामनाओं के लिए मंदिर जाते ही हैं, सामान्य स्थिति में भी अपने घरवालों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए नारियल चढ़ाते ही हैं.’
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने आगे कहा कि, ‘मेरी संवेदना का मजाक बनाकर खबर तैयार कर रहे पत्रकार मित्रों से मैं कहना चाहूंगा कि यदि मुझे परवाह नहीं होती और मैं जनता के सवालों से भाग रहा होता तो फिर मैं संक्रमण के इस दौर में अस्पताल ही क्यों जाता? मैंने सभी मुख्य अस्पतालों का अवलोकन किया, जरूरी दिशा – निर्देश दिए और हर संभव सहायता के लिए स्वयं को उपलब्ध बताया, लेकिन मीडिया के एक धड़े को केवल बालाजी महाराज का सुमिरन ही ख़बर के लायक लगा.’
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की संवेदना और भावनाओं को आहत करने का किसी मीडिया का मन्तव्य नहीं हो सकता. यहां मीडिया और माननीय सांसद दोनों अपनी जगह सही हैं. बात सिर्फ इतनी सी है कि अभी तो पूरा देश और प्रदेश भगवान भरोसे ही नजर आ रहा है ऐसे में माननीय भी भगवान के लिए ही बोलेंगे (जबकि उनकी भावना सही है, उस पर कोई संदेह नहीं है) तो परिजनों को सुनने में थोड़ा अखर जरूर सकता है. डॉक्टर्स भी जब उम्मीद छोड़ देते हैं तब यही कहते हैं कि अब भगवान का ही सहारा है, यहां मीडिया द्वारा सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत की बात को इसी संदर्भ में लिया गया है- टीम पॉलिटॉक्स