Politalks.News/Bihar. बिहार विधानसभा चुनाव के प्रभारी देवेंद्र फडणवीस ने एक प्रेस वार्ता में स्पष्ट तौर पर कहा कि चिराग पासवान कहीं नहीं जा रहे और लोजपा एनडीए गठबंधन के बैनर में ही चुनाव लड़ेगी. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर विवाद पर भी इनकार किया है. उन्होंने कहा कि लोजपा एनडीए के साथ है और तीनों दल (भाजपा-जदयू-लोजपा) साथ मिलकर बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. फडणवीस ने विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत का दावा करते हुए कहा कि चुनाव में महागठबंधन का सफाया हो जाएगा.
बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने लोजपा प्रमुख चिराग पासवान का पक्ष लेते हुए कहा कि कई बार दलों की अपनी आवश्यकताएं होती है और उसे प्रकट किया जाता है. इसका मतलब यह नहीं कि कोई अलग होने वाला है. बिहार चुनाव प्रभारी फडणवीस ने बताया कि तीनों दलों की विचारधारा अगर एक नहीं होती तो तीन दल नहीं होते. तीनों दल एक साथ बैठेंगे और सारे मु्द्दे सुलझा लिए जाएंगे. इस मौके पर मंच पर देवेंद्र फडणवीस के साथ केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और रामकृपाल यादव भी मौजूद रहे.
बता दें, चिराग पासवान लंबे समय से बिहार के एनडीए के नेतृत्वकर्ता और प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं. माना यही जा रहा है कि ज्यादा सीटों पर दावा करने के लिए वो ऐसा कर रहे हैं. यहां तक की चिराग जदयू के हर उम्मीदवार के सामने लोजपा प्रत्याशी उतारने की बात तक कह चुके हैं. चिराग के बयान के बाद एनडीए में गर्मा गर्मी के बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शुक्रवार शाम पटना पहुंचे. एयरपोर्ट पर प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने उनका स्वागत किया. यहां से नड्डा सीधे पार्टी दफ्तर के लिए रवाना हो गए जहां वे चुनाव संचालन समिति की बैठक की अध्यक्षता करेंगे.
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इसके बाद शनिवार को पहली बार भाजपा और जदयू अध्यक्ष की मुलाकात होगी. हालांकि नीतीश कुमार से मिलने का समय निश्चित नहीं हुआ है. नीतीश और नड्डा के बीच मुलाकात में विधानसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग पर फाइनल डील हो सकती है. बिहार में सीट बंटवारे को लेकर पहले ही काफी देर हो चुकी है. लोजपा के जदयू से बढ़ती तल्ख़ी और चिराग के तीखे तेवर के बाद सीटों का मामला उलझा हुआ है.
लोजपा नेताओं ने खुलकर जदयू के खिलाफ उम्मीदवार देने का प्रस्ताव पार्टी सुप्रीमो को दिया है. ऐसे में नड्डा की नीतीश से मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है. इस समय सीटों को लेकर भाजपा और जदयू के बीच भी गतिरोध है. भाजपा वि.स. चुनाव में जदयू से बराबर-बराबर सीटों पर समझौता चाहती है जबकि जदयू का अधिक सीटों पर दावा है. इस बीच जीतन राम मांझी की एनडीए में एंट्री के बाद नया समीकरण बन गया है. नड्डा-नीतीश की मुलाकात से इन गतिरोधों के ख़त्म होने के आसार हैं. उनकी मुलाकात के बाद ही ये भी साफ हो जाएगा कि चिराग एनडीए में रहेंगे या फिर स्वतंत्र तरीके से चुनाव लड़ेंगे.
सुशांत का चुनावी मु्द्दे से कोई लेना देना नहीं: फडणवीस
प्रेस कॉन्फ्रेंस में देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि विपक्ष हमपर गलत आरोप लगा रहा है. सुशांत का चुनावी मु्द्दे से कोई लेना देना नहीं है. सुशांत बिहार के बेटे जैसे थे. उनकी मौत के बाद जिस तरह खुलासे हो रहे हैं उससे आम आदमी को यह लगा कि सच्चाई सामने आनी चाहिए. सीबीआई जांच कर रही है और मामले में जल्द खुलासा होगा. वहीं फडणवीस ने कंगना और महाराष्ट्र सरकार का भी जिक्र किया.
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कंगना के मुद्दे पर फडणवीस ने कहा कि वो लगातार अन्याय के खिलाफ आवाज उठा रही थी. सरकार कंगना की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है, जो अलोकतांत्रिक है. बीजेपी नेता ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार की लड़ाई कोरोना से है और वह कंगना से लड़ रही है. सरकार को अपनी जिम्मेदारी को समझना चाहिए.