बच्चों के स्वास्थ्य के साथ कोई समझौता नहीं, 31 जनवरी बाद होगी सख्ती, नो वैक्सीन-नो एंट्री- गहलोत

सभी को वैक्सीन की दोनों डोज लेनी आवश्यक, अगर 31 जनवरी तक वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लगवाई गई तो फिर सभी जगहों पर 'नो मास्क-नो एंट्री' की तर्ज पर 'नो वैक्सीन नो एंट्री' अभियान, जल्दबाजी में फैसले नहीं करेंगे लेकिन कई बार करने पड़ते हैं फैसले, अगर भारत सरकार के पास वैक्सीन नहीं है तो स्वीकार करें, स्वीकार करेंगे तो जनता को समझा पाएंगे

31 जनवरी बाद ‘नो वैक्सीन-नो एंट्री’
31 जनवरी बाद ‘नो वैक्सीन-नो एंट्री’

Politalks.News/Rajasthan. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने कहा है कि ये सिद्ध हो गया है कि वैक्सीन ही बचा सकती है और सभी को वैक्सीन की दोनों डोज लेनी आवश्यक है. खुद कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद कोरोना वैक्सिनेशन को लेकर सीएम गहलोत ने एक आवश्यक समीक्षा बैठक की. इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने साफ कहा कि नागरिकों के पास 31 जनवरी का तक का समय है अगर 31 जनवरी तक वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लगवाई गई तो फिर सभी जगहों पर ‘नो मास्क-नो एंट्री’ की तर्ज पर ‘नो वैक्सीन नो एंट्री’ अभियान शुरू किया जाएगा. इसके साथ ही बूस्टर डोज को लेकर केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि कई देशों में 2 साल तक के बच्चे को वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और उसको मान्यता भी मिल गई. वहीं हमारे देश में केंद्र सरकार क्यों इसको शुरू नहीं कर रही है, ये समझ से परे है. अगर भारत सरकार के पास वैक्सीन नहीं है तो स्वीकार करें, स्वीकार करेंगे तो जनता को समझा पाएंगे.

बच्चे देश का भविष्य हैं और इनके स्वास्थ्य के साथ कोई समझौता नहीं
शुक्रवार को सीएम आवास से कोरोना वैक्सिनेशन को लेकर हुई वर्चुअल समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा की अब ये सिद्ध हो चुका है कि कोरोना से वैक्सीन ही बचा सकती है, इसके लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह किया जाएगा कि छोटे बच्चों को भी वैक्सीन लगाया जाए. सीएम गहलोत ने कहा कि 12 साल तक के बच्चों का ट्रायल हो चुका है और दुनिया के 40 देशों में बच्चों को वैक्सीन लग रही है. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि तीसरी लहर के बाद चौथी लहर भी आ सकती है. लिहाजा बच्चे देश का भविष्य हैं और इनके स्वास्थ्य के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने कहा कि 14.14 लाख बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है. यही स्पीड रही तो हम कामयाब हो जाएंगे, लेकिन केवल 15 से 18 साल के बच्चों को वैक्सीन लगाने से काम नहीं चलेगा बल्कि सभी के लिए वैक्सीन लगाई जानी चाहिए.

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31 जनवरी के बाद ‘नो वैक्सीन-नो एंट्री’
बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जनता को हमें यह समझना पड़ेगा कि कई बीमारियां पोस्ट कोविड की वजह से हो रही है. जनता गफलत में ना रहे कि ओमीक्रॉन घातक नहीं है. इसके पोस्ट कोविड असर अभी सामने नहीं आये हैं लेकिन पहले का अनुभव बताता है कि आने वाला समय खतरनाक होगा. इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि वैक्सीन की दोनों डोज लगाना अनिवार्य है. 31 जनवरी के बाद हम पूरी तरह से सख्ती करने जा रहे हैं. सीएम गहलोत ने साफ कहा कि अगर 31 जनवरी तक वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लगवाई गई तो फिर सभी जगहों पर नो मास्क नो एंट्री की तर्ज पर नो वैक्सीन नो एंट्री अभियान शुरू किया जाएगा.

सीएम अशोक गहलोत ने आगे कहा कि ओमिक्रॉन के ज्यादा गंभीर परिणाम सामने नहीं आ रहे हैं इसीलिए लोग लापरवाही बरत रहे हैं. लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं, यह बहुत खतरनाक स्थिति है, मैं खुद भुगत भोगी हूं और पोस्ट कोविड के गंभीर परिणाम हो सकते हैं. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि मुझे दूसरी बार कोरोना हो गया है. मैं खुद भुगत भोगी हू्ं, पहली बार डेल्टा हुआ था. स्टंट लगा हुआ था लेकिन प्रदेशवासियों को दुआओं और डॉक्टर्स के प्रयासों से मुझे नया जीवन मिला. सीएम गहलोत ने कहा ओमिक्रॉन पोस्ट कोविड का क्या असर करेगा किसी को मालूम नहीं है. सबको वैक्सीन लग गई तो राजस्थान को सुरक्षित रख पाएंगे.

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जीवन रहा तो बाद में भी हो जाएगी राजनीति
स्कूल-कॉलेजों को बन्द करने के निर्णय को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अभी स्थिति का आंकलन किया जा रहा है. स्कूल संस्थान बंद करना कोई समाधान नहीं है लेकिन आने वाला समय कैसा होगा उसे लेकर ही फैसला लिया जाएगा. सीएम गहलोत ने कहा जल्दबाजी में फैसले नहीं करेंगे लेकिन कई बार फैसले करने पड़ते हैं. सभी लोगों को मिलकर प्रदेश में वैक्सीन और प्रॉटोकॉल की पालना की दिशा में काम करना है. सीएम ने कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, अगर जीवन रहा तो राजनीति बाद में भी हो जाएगी.

अगर वैक्सीन नहीं है तो स्वीकार करे भारत सरकार
वहीं समीक्षा बैठक के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कि वैक्सीनेशन के अभियान को सफल बनाएं. सब काम छोड़कर वैक्सीन लगवाएं. हम लोग समय पर वैक्सीन लगवा लेंगे तो लोगों को बचा पाएंगे. सीएम गहलोत ने कहा कि 60 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन लगनी चाहिए. भारत सरकार की अनुमति के बिना वैक्सीन नहीं लग सकती. अगर वैक्सीन नहीं है तो भारत सरकार स्वीकार करे, स्वीकार करेंगे तो जनता को समझा पाएंगे.

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