Politalks.News/Budget2021-22. केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए आम बजट 2021-22 को लेकर जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे एक जनविरोधी बजट बताते हुए कहा कि वे हमेशा झूठ बोलते हैं, मोदी सरकार ने भारत के पहले पेपरलेस बजट में लगभग सभी सेक्टर्स को बेच दिया. असंगठित क्षेत्र के लिए इसमें कुछ भी नहीं है. तो वहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि यह बजट नहीं बल्कि सरकारी संपत्तियों को बेचने की सेल थी. इसके साथ ही जाप नेता पप्पू यादव ने इसे थकाऊ, पकाऊ, उबाऊ और बिकाऊ बजट बताया. तो दूसरी तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे बड़ा संतुलित बजट बताया है.
लोगों को धोखा देने वाला बजट – ममता बनर्जी
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मोदी सरकार के बजट 2021-22 पर निशाना साधते हुए कहा कि यह किसान विरोधी, जनता विरोधी और देश विरोधी बजट है. वे सरकारी कंपनियों से लेकर बीमा कंपनियों तक सब बेच रहे हैं, यह लोगों को धोखा देने वाला बजट है. ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने आम बजट को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह शत-प्रतिशत दूरदर्शिता रहित बजट है जिसकी थीम ‘सेल इंडिया (भारत को बेचना) है. तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओब्रायन ने कहा, ”भारत का पहला कागज रहित बजट शत-प्रतिशत दूरदर्शिता रहित बजट भी है. इस फर्जी बजट की थीम भारत को बेचना है. ओब्रायन ने कहा, ”रेलवे: बिक गया, हवाईअड्डे: बिक गए, बंदरगाह: बिक गए, बीमा कंपनियां: बिक गईं, पीएसयू: 23 बिक गए.”
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अमीरों को और धनवान और निर्धन को और गरीब बनाएगा यह बजट
तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओब्रायन ने दावा किया कि बजट में आम आदमी और किसानों की अनदेखी की गई है और यह अमीरों को और धनवान और निर्धन को और गरीब बनाएगा, वहीं मध्यम वर्ग को इसमें कुछ भी नहीं मिला है. उन्होंने पश्चिम बंगाल में ग्रामीण सड़कों के निर्माण के आंकड़े देते हुए कहा, ”ग्रामीण सड़कें: 2011 तक 39,705 किलोमीटर ग्रामीण सड़कें थीं, 2011-20 के बीच 88,841 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का निर्माण हुआ. डेरेक ओब्रायन ने कहा कि ग्रामीण सड़कों के मामले में पश्चिम बंगाल पहले स्थान पर है. उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल ने कल ही कर दिया, केंद्र सरकार आज केवल बातें कर रही है.”
यह बजट नहीं, सरकारी प्रतिष्ठानों व संपत्तियों को बेचने की सेल थी – तेजस्वी यादव
वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सोमवार को पेश किए गए बजट को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने देश बेचने वाला बजट बताया है. तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा कि यह बजट नहीं, सरकारी प्रतिष्ठानों व संपत्तियों को बेचने की सेल थी. रेल, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, लाल किला, बीएसएनएल, एलआईसी बेचने के बाद यह बजट नहीं बल्कि अब बैंक, बंदरगाह, बिजली लाइनें, राष्ट्रीय सड़कें, स्टेडियम, तेल की पाइप लाइन से लेकर वेयरहाउस बेचने का भाजपाई निश्चय है.
थकाऊ, पकाऊ, उबाऊ और बिकाऊ बजट- पप्पू
वहीं जाप नेता पप्पू यादव ने कहा है कि यह बजट थकाऊ, पकाऊ, उबाऊ और बिकाऊ है. पेट्रोल पर 2.5 और डीजल पर 4 रुपए सेस बढ़ा दिया गया है. अंतराष्ट्रीय बाज़ार में आज कच्चे तेल की कीमत कम है, लेकिन फिर भी सरकार पेट्रोल और डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि किए जा रही है. यह देश के मिडिल क्लास की कमर तोड़ने जैसा है
केंद्र सरकार पर चुटकी लेते हुए पप्पू यादव ने कहा कि अब सरकार ऐसा क्या कमाल करने वाली है कि जीडीपी 23.9 से 11 फीसदी हो जाएगी? इस बजट में ना रोज़गार सृजन की बात है, ना शिक्षा, कृषि और स्वास्थ्य की. सिर्फ बेचने की बात की गई है. पीएसयू, एयरपोर्ट, वेयरहाउस सभी को बेचा जा रहा है. बिजली ट्रांसमिशन लाइन पूंजीपतियों को दिया जा रहा है. अब किसानों को बिजली सब्सिडी भी नहीं मिलेगी. सरकार की योजना देश बेचने की है.
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केंद्र सरकार ने पेश किया संतुलित बजट- नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केन्द्रीय बजट को लेकर कहा कि कोविड महामारी और राजस्व संग्रहण में दिक्कतों के बावजूद केन्द्र सरकार द्वारा संतुलित बजट पेश किया गया, यह स्वागत योग्य बजट है. मैं एक संतुलित बजट प्रस्तुत करने के लिये केन्द्र सरकार को बधाई देता हूं. आम बजट (वर्ष 2021-22) के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2021-22 के लिये 34.8 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया है, जो वर्ष 2020-21 के अनुमानित बजटीय खर्च 30.42 लाख करोड़ रुपये से अधिक है. सीएम नीतीश ने कहा कि 15वें वित्त आयोग की अनुशंसा के आलोक में 41 प्रतिशत राशि राज्य सरकारों को दी जायेगी. स्वास्थ्य क्षेत्र में 2 लाख 23 हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी है, जो गत वर्ष से 137 प्रतिशत अधिक है. साथ ही नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ वर्ल्ड हेल्थ की स्थापना की जायेगी.