बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने धारा 370 को लेकर बड़ा बयान दिया है. मतदान करने के बाद उन्होंने कहा, ‘मेरी पार्टी धारा 370 को हटाने के समर्थन में नहीं है.’ आपको बता दें कि धारा 370 बीजेपी के प्रमुख मुद्दों में से एक है. पार्टी इसका समर्थन करने वालों को कठघरे में खड़ा करती रही है. ऐसे में एनडीए के सहयोगी नीतीश कुमार का यह बयान बीजेपी को असहज कर सकता है.
हालांकि बिहार के मुख्यमंत्री ने दावा किया कि कुछ भी हो केंद्र में एनडीए की सरकार ही बनेगी. उसमें जेडीयू भी शमिल होगी. साथ ही उन्होंने गोडसे पर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा दिए गए बयान की निंदा करते हुए कहा कि बीजेपी का आंतरिक मामला है, लेकिन वे गोडसे को देशभक्त बताए जाने की निंदा करते हैं.
नीतीश कुमार ने कहा चुनाव के लंबे कार्यक्रम पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा, ‘2019 का लोकसभा चुनाव बहुत लम्बा हुआ, जो ठीक नहीं है. चुनाव के चरण कम होने चाहिए. फरवरी, मार्च या फिर नवंबर और दिसंबर में चुनाव होने चाहिए, क्योंकि अप्रैल और मई में बहुत गर्मी होती है. इससे मतदाताओं को परेशानी होती है. मैं इस पर हर पार्टी अध्यक्ष को पत्र लिखूंगा और इस पर एक बैठक होनी चाहिए.’
नीतीश कुमार ने कहा कि चुनाव में कुछ तकनिकी बाधाएं हैं जिसे उसे दूर करना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव में जिस तरह की भाषा का उपयोग किया गया वो लोकतंत्र के लिए ठीक नही है. चुनावी भाषा में मर्यादा होनी चाहिए. साथ ही नीतीश ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के मांग पर कहा कि यह मुद्दा था और रहेगा. उनकी मानें तो बिहार को हर हाल में विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए.