बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही राज्य में फर्जी वोटिंग होने की आशंकाओं के बादल मंडराने लगे हैं. एक तरफ राहुल गांधी महाराष्ट्र विसचु में फर्जी वोटिंग होने का दावा कर रहे हैं. वहीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं राजद विधायक तेजस्वी यादव ने फर्जी वोटर कार्ड को लेकर चुनाव आयोग को घेरा है. जवाब में चुनाव आयोग ने तेजस्वी को नोटिस जारी किया. अब प्रदेश के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के भी दो मतदाता पहचान पत्र सामने आए हैं. मतदाता सूची में विजय सिन्हा का लखीसराय और पटना के बांकीपुर विधानसभा के नाम से EPIC नंबर दर्ज है. खास बात ये है कि एफिडेविट में सिन्हा द्वारा दिया गया एड्रेस दोनों ही वोटर कार्ड पर नहीं है. अब तेजस्वी ने मुखर होते हुए चुनाव आयोग पर फर्जी वोटिंग लिस्ट बनाने का आरोप जड़ा है.
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इस संबंध में तेजस्वी यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘विजय कुमार सिन्हा का दो EPIC नंबर है. वो भी दो विधानसभा क्षेत्रों में, जिनमें उम्र भी अलग अलग है. चुनाव आयोग उन्हें नोटिस देगा?’ वहीं कांग्रेस ने राज्य के डिप्टी सीएम को फ्रॉड बताया.
डिप्टी सीएम फर्जी या तो चुनाव आयोग
तेजस्वी यादव ने हमलावर होते हुए कहा, ‘जो हम लोग SIR को लेकर आरोप यही न लगा रहे हैं. या तो विजय सिन्हा ने दो जगह जाकर साइन किया होगा. या तो चुनाव आयोग ने फर्जीवाड़ा किया है या तो बिहार का डिप्टी सीएम फर्जी हैं.’ नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि चुनाव आयोग से हम लोग निष्पक्षता और ट्रांसपेरेंसी की बात कर रहे हैं. दिल्ली में बैठकर लोग मुझे जेल भेज रहे थे. 7 अगस्त की शाम मुझे चुनाव आयोग की ओर से नोटिस आया. हमने अगले दिन 8 तारीख को जवाब दिया. क्या पटना जिला प्रशासन और लखीसराय जिला प्रशासन डिप्टी CM विजय सिन्हा को नोटिस भेजेगा.
चुनाव आयुक्त को दी खुली चुनौती
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ‘मुख्य चुनाव आयुक्त को नियंत्रण देता हूं. वो हमारे विधानसभा क्षेत्र में आए और SIR के जरिए 65 लाख मतदाताओं के नाम काटे गए है, उसका डिटेल्स जनता के सामने रखिए. 22 लाख मृत पाए गए तो क्या हर केस में मृत्यु प्रमाण पत्र लिया गया है. सर्टिफिकेट भी दिखाना होगा. दिल्ली में बैठकर बीजेपी के कहने पर सब कुछ नहीं चलेगा. पोस्ट ऑफिस बनकर नहीं चलेगा.
डिप्टी सीएम ने दी बयान में सफाई
राजद और कांग्रेस के उठाए सवाल पर डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा, ‘पटना के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र में मेरा नाम पूरे परिवार के साथ था. अप्रैल 2024 में मैने लखीसराय में अपना नाम वोटर लिस्ट में जोड़ने के लिए आवेदन किया. उसी समय पटना में नाम हटाने का भी आवेदन किया था लेकिन मेरा नाम पटना से नहीं हटा. SIR के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट के बाद मालूम पड़ा कि मेरा नाम दो जगह है तो पटना से नाम हटवाने के लिए BLO को 5 अगस्त को आवेदन दिया है.



























