Politalks.News/Delhi. मानसून सत्र का पहला दिन भाजपा और एनडीए के लिए एक बड़ी सौगात लेकर आया. कई दिनों से राज्यसभा के उपसभापति पर जारी रस्साकशी के बीच एनडीए उम्मीदवार ‘हरिवंश नारायण सिंह ने जीत का परचम लहरा दिया.’ इसके साथ ही भाजपा ने एक तीर से कई निशाने भी साध दिए हैं. पहले तो भाजपा की ताकत राज्यसभा में और बढ़ गई, दूसरी आगामी दिनों में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा और जदयू अब मजबूती के साथ चुनाव मैदान में ताल ठोकेंगे. इसके साथ ही यूपीए प्रत्याशी आरजेडी सांसद मनोज झा की हार के बाद कांग्रेस समेत विपक्ष कमजोर हुआ है.
यहां हम आपको बता दें कि राज्यसभा के उपसभापति चुनाव को एनडीए और विपक्ष बिहार चुनाव से जोड़कर देख रहा है. कोरोना संकट के बीच शुरू हुए मानसून सत्र के पहले ही दिन एनडीए राज्यसभा में अपनी ताकत दिखाने में कामयाब रही और विपक्षी दलों के साझा उम्मीदवार को हराते हुए राज्यसभा के उपसभापति के पद पर फिर से कब्जा कर लिया. हरिवंश नारायण सिंह के फिर से उपसभापति के रूप में चुने जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई देते हुए हरिवंश के पहले कार्यकाल की तारीफ की और कहा कि वे सभी पक्षों से संबंधित रहे हैं. उन्होंने निष्पक्ष तरीके से कार्यवाही का संचालन किया है. पीएम मोदी ने कहा कि वे एक शानदार अंपायर रहे हैं.
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हरिवंश सिंह दोबारा राज्यसभा के उपसभापति चुने गए-
जनता दल यूनाइटेड से राज्यसभा सांसद हरिवंश सिंह दूसरी बार राज्यसभा के उपसभापति चुने गए हैं. जनता दल यूनाइटेड के नेता हरिवंश सिंह ने विपक्ष की ओर से आरजेडी उम्मीदवार और सांसद मनोज झा को हराया. यहां आपको बता दें कि सोमवार को जब उपसभापति चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई तो जेपी नड्डा, नरेंद्र तोमर और नरेश गुजराल ने हरिवंश के समर्थन में प्रस्ताव रखा. जबकि कांग्रेस नेता आनंद शर्मा, गुलाम नबी आजाद त्रिची शिवा ने मनोज झा के समर्थन में प्रस्ताव रखा. राज्यसभा में भाजपा के मेंबर जेपी नड्डा ने उप-सभापति पद के लिए एनडीए के प्रत्याशी हरिवंश के नाम का प्रस्ताव रखा. एनडीए का बहुमत ज्यादा होने के कारण ध्वनि मत से हरिवंश को उप-सभापति चुन लिया गया. यहां हम आपको बता दें कि निर्वाचन आयोग की टीम आज ही बिहार दौरे पर पहुंची है. संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही आयोग बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर सकती है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफी करीबी हैं हरिवंश नारायण सिंह-
राज्यसभा के उपसभापति चुने गए हरिवंश सिंह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफी करीबी हैं. वर्ष 2018 में नीतीश की वजह से ही हरिवंश सिंह वर्ष पहली बार राज्यसभा के उपसभापति बने थे. हरिवंश सिंह ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एमए और पत्रकारिता में डिप्लोमा की पढ़ाई की और अपने कैरियर की शुरुआत टाइम्स समूह से की थी. 90 के दशक में हरिवंश बिहार के एक बड़े मीडिया समूह से जुड़े, जहां पर उन्होंने दो दशक से ज्यादा समय तक काम किया. हरिवंश ने बिहार से जुड़े गंभीर विषयों को प्रमुखता से उठाया. इसी दौरान वह नीतीश कुमार के करीब आए. इसके बाद हरिवंश को जेडीयू का महासचिव बना दिया गया.
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साल 2014 में जेडीयू ने हरिवंश को राज्यसभा के लिए नामांकित किया और इस तरह से हरिवंश पहली बार संसद तक पहुंचे थे. आज भी हरिवंश सिंह के ऊपर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सबसे अधिक भरोसा करते हैं. ऐसा माना जा रहा है कि हरिवंश नारायण सिंह के राज्यसभा उपसभापति बनने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में आरजेडी से पहली लड़ाई आज जीत ली है.