लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस में उठापटक का दौर थम नहीं रहा है. प्रदेशों में कांग्रेस के नेता एक-दूसरे को आलाकमान के सामने हार के लिए जिम्मेदार ठहराने के लिए लालायित दिख रहे हैं. पहला मामला राजस्थान से सामने आया जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने पुत्र की हार के लिए पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट को जिम्मेदार ठहराया. इसके बाद कांग्रेस में अशोक गहलोत गुट के उपर सचिन पायलट गुट के विधायकों ने जुबानी प्रहार करते हुए पार्टी की हार के लिए मुख्यमंत्री गहलोत को जिम्मेदार ठहरा दिया.
ऐसे ही हालात कुछ पंजाब कांग्रेस के भीतर फैले हैं. हालांकि यहां पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के मध्य हालात सामान्य नहीं हैं. पहले तो चुनावी नतीजों के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 5 लोकसभा क्षेत्रों में मिली हार के लिए कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को जिम्मेदार ठहराया.
इसकी वजह से लोकसभा चुनाव के बाद बुलाई गई कैबिनेट की बैठक में सिद्धू शामिल नहीं हुए. बैठक के बाद कैप्टन ने सिद्धू के मंत्रालय को बदल दिया जिसके बाद से कैप्टन और सिद्धू के बीच तल्खी ओर बढ़ गई.
मंत्रिमंडल में उनके विभाग बदलने के बाद आज नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की है. इस मुलाकात के दौरान प्रियंका गांधी और अहमद पटेल मौजूद रहे. मुलाकात के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने कैप्टन विवाद पर राहुल के समक्ष अपनी बात रखी. साथ ही कुछ दस्तावेज भी राहुल गांधी को सौंपे हैं. इस मुलाकात के बाद से ही खबर आ रही है कि नवजोत सिंह सिद्धू मंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं.



























