Naresh Bansal Latest News – भारतीय जनता पार्टी के नेता नरेश बंसल उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद हैं. राज्य में वे भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड के महासचिव रह चुके है. वे कम आयु में ही संघ से जुड़ गए थे. भाजपा में भी वे तीन दशक से भी अधिक समय से सेवा दे रहे है. नरेश बंसल उत्तराखंड भाजपा के वरिष्ठ नेता माने जाते है. अब यही कारण है कि उन्हें राज्य में आसानी से राज्यसभा का निर्विरोध सदस्य चुन लिया गया. इस लेख में हम आपको उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद नरेश बंसल की जीवनी (Naresh Bansal Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
नरेश बंसल की जीवनी (Naresh Bansal Biography in Hindi)
| पूरा नाम | नरेश बंसल |
| उम्र | 70 साल |
| जन्म तारीख | 03 फरवरी 1955 |
| जन्म स्थान | देहरादून |
| शिक्षा | एम.कॉम. |
| कॉलेज | डीएवी (पीजी) कॉलेज, देहरादून |
| वर्तमान पद | उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद |
| व्यवसाय | राजनीतिज्ञ |
| राजनीतिक दल | बीजेपी |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| पिता का नाम | स्वर्गीय श्री हुकुम चंद बंसल |
| माता का नाम | श्रीमती पानो देवी |
| पत्नी का नाम | श्रीमती क्षमा बंसल |
| बच्चें | दो बेटे और एक बेटी |
| बेटें का नाम | – |
| बेटी का नाम | – |
| स्थाई पता | 91/4, पार्क रोड, लक्ष्मण चौक, देहरादून, उत्तराखंड |
| वर्तमान पता | 101, ब्रह्मपुत्र अपार्टमेंट, डॉ. बी.डी.मार्ग, नई दिल्ली |
| फोन नंबर | 9412054565, 9411111131 |
| ईमेल | nareshbansal[dot]mprs[at]sansad[dot]nic[dot]in |
नरेश बंसल का जन्म और परिवार (Naresh Bansal Birth & Family)
नरेश बंसल का जन्म 3 फरवरी 1955 को उत्तरप्रदेश (अब उत्तराखंड) के देहरादून में हुआ था. उनके पिता का नाम स्वर्गीय श्री हुकुम चंद बंसल है तो उनके माता का नाम श्रीमती पानो देवी है. उनकी शादी 25 जून 1982 को श्रीमती क्षमा बंसल से हुई है. उन्हें तीन संतान है. उन्हें दो बेटे और एक बेटी है. नरेश बंसल हिन्दू है. नरेश बंसल पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है.
नरेश बंसल की शिक्षा (Naresh Bansal Education)
नरेश बंसल ने डीएवी (पीजी) कॉलेज, देहरादून, उत्तराखंड से एम.कॉम. किया है.
नरेश बंसल का राजनीतिक करियर (Naresh Bansal Political Career)
नरेश बंसल की राजनैतिक यात्रा बहुत कम आयु में शुरू हुई थी. वह मात्र आठ वर्ष की बाल आयु में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में शामिल हो गए थे. बाद में वे लगातार संघ से जुड़े रहे और वे आज भी इसके सक्रिय सदस्य हैं. इस बीच बंसल ने संघ में विभिन्न पदों पर काम किया.
बंसल ने सबसे पहले संघ में कोषाध्यक्ष की भूमिका निभाई. बंसल 1972 से 1974 तक आरएसएस विद्यार्थी परिषद के नगर कोषाध्यक्ष रहे. उसी के बाद वर्ष 1977 में बंसल संघ के छात्र संगठन, ‘अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी)’ के जिला संयोजक चुने गए. बाद के वर्षो में वे हिंदू जागरण मंच में भी रहे. वे 1980 से 1986 तक हिंदू जागरण मंच में सक्रिय सदस्य रहे.
इस सदी के आरंभ में बंसल भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. भाजपा में वह दौर अटल और आडवानी का था. पार्टी उस समय देश के सभी राज्यों में विस्तार कर रही थी और जनता में हिंदुत्व वाली पार्टी के तौर पर अपनी पहचान बना रही थी.
नरेश बंसल भाजपा में आने के बाद मुख्य राजनीति के बदले संगठन में यानि आंतरिक कार्यो में अपनी सेवा देने में रूचि दिखलायी और फिर पार्टी ने भी उन्ही की इच्छा के अनुसार उन्हें संगठन में कार्य करने को कहा.
नरेश बंसल वर्ष 2002 से लेकर वर्ष 2009 तक भारतीय जनता पार्टी, उत्तराखंड के राज्य महासचिव (संगठन) रहे. नरेश बंसल 2009 से लेकर 2012 तक उत्तराखंड राज्य के आवास एवं विकास परिषद के अध्यक्ष रहे. फिर 2012 से लेकर 2019 उत्तराखंड भाजपा के महासचिव के पद पर रहे. बंसल को 2012 में भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवार के रूप में टिकट दिया गया था, लेकिन बाद में उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया. राज्यसभा के लिए चुने जाने से पहले बंसल राज्य स्तरीय 20 सूत्री कार्यक्रम ‘कार्यान्वयन समिति’ के उपाध्यक्ष थे. वे 2019 से लेकर अक्टूबर 2020 तक इस पद पर रहे.
इसी के बाद उनके लंबे अनुभव व 20 से अधिक वर्षों तक संघ के आपदा प्रबंधन पैनल का नेतृत्व करने के कारण उन्हें पार्टी ने राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया. 2 नवंबर 2020 नरेश बंसल को उत्तराखंड से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुन लिया गया. वर्तमान में, नरेश बंसल राज्यसभा सदस्य है.
नरेश बंसल की संपत्ति (Naresh Bansal Net Worth)
राज्यसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार नरेश बंसल की कुल संपत्ति 4.34 करोड़ रूपये हैं जबकि उनपर कोई कर्ज नहीं है.
इस लेख में हमने आपको उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद नरेश बंसल की जीवनी (Naresh Bansal Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.



























