कश्मीर मुद्दे पर मोदी को मिला राहुल गांधी का साथ

मोदी को मिला राहुल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भले ही कई मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी सरकार के खिलाफ हों लेकिन जम्मू कश्मीर की मध्यस्थता के मुद्दे पर मोदी 2.0 सरकार को राहुल गांधी का साथ मिल रहा है. उनका एक ताजा बयान इस बात की पुष्टि कर रहा है.

बुधवार की सुबह राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर एक ट्वीट पोस्ट करते हुए लिखा, ‘मैं मोदी सरकार से कई मुद्दों पर असहमत हूं लेकिन मुझे यह पूरी तरह स्पष्ट करना चाहिए कि कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा है और इसमें हस्तक्षेप करने के लिए पाकिस्तान या किसी अन्य विदेशी देश के लिए कोई जगह नहीं है.’

बता दें, हाल में फ्रांस के बिआरित्ज में हुए जी-7 शिखर सम्मेलन (G7 Summit) के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई. यहां ट्रंप को जवाब देते हुए मोदी ने दो टूक शब्दों में कहा कि कश्मीर समेत भारत और पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं और इन मसलों में किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की जरूरत नहीं है. अब इस मुद्दे पर राहुल गांधी ने साफ कर दिया है कि धारा 370 पर न सही लेकिन कश्मीर और पीओके के मुद्दे पर तो राहुल गांधी मोदी के साथ हैं.

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राहुल गांधी ने आतंकवाद पर पाकिस्तान को आड़े हाथ लेते हुए अपने एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा,  ‘जम्मू-कश्मीर में हिंसा हुई है. हिंसा है क्योंकि यह पाकिस्तान द्वारा उकसाया और समर्थित है जिसे दुनिया भर में आतंकवाद का प्रमुख समर्थक माना जाता है.’ यह कहते हुए राहुल गांधी ने एक तरीके से पाकिस्तान पर जम्मू कश्मीर में आतंकवाद फैसले और आतंकवादी साजिश रचने का सीधे सीधे आरोप जड़ा है.

गौरतलब है कि 5 अगस्त को जैसे ही जम्मू कश्मीर (Jammu & Kashmir) से अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाया, विपक्ष ने मोदी सरकार को चहूंओर दिशा से घेरना शुरू कर दिया. बात को एक महीना ​बीतने वाला है और वहां एक झंडे के नीचे स्वतंत्रता दिवस भी मनाया जा चुका है लेकिन कांग्रेस नेताओं की धारा 370 और कश्मीर के कथित तौर पर बिगड़े हालातों पर बयानबाजी का दौर खत्म नहीं हुआ. यहां तक की राज्यसभा सांसद गुलाब नबी आजाद दो बार और राहुल गांधी को एक बार जम्मू एयरपोर्ट से आगे जाने नहीं दिया गया. इसके बाद भी लगता है कि मोदी सरकार को देशभक्ति की राह पर चलते हुए देर से ही सही लेकिन राहुल गांधी ने अपना समर्थन दे ही दिया.

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