Politalks.News/Maharashtra. हाल ही में बुधवार को दिल्ली में हुई राहुल गांधी और महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर नाना पटोले की मुलाकात के मायने अब निकल कर सामने आ रहे हैं. राहुल गांधी से मुलाकात के दूसरे दिन गुरुवार को ही नाना पटोले में महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर पद से अपना इस्तीफा दे दिया है. गुरुवार को उन्होंने अपना इस्तीफा डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल को सौंपा. पार्टी सूत्रों की मानें तो नाना पटोले को महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष बनाया जा रहा है. इधर, नाना पटोले के इस्तीफे के बाद महाविकास आघाड़ी सरकार के लिए अगले माह शुरू होने वाले बजट सत्र से पहले विधानसभा स्पीकर के चुनाव की नई चुनौती खड़ी हो गई है. बता दें, नए स्पीकर के चुने जाने तक डिप्टी स्पीकर कार्यभार देखेंगे.
कांग्रेस विधायक नाना पटोले ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा संबंध मजबूत रहेगा. एक विधायक के रूप में मैं अपना काम जारी रखूंगा. आपको बता दें, विधानसभा अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के एक दिन पहले पटोले ने दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की थी. मुंबई लौटकर गुरुवार को सहयाद्री गेस्ट हाउस में चल रही मंत्रिमंडल की बैठक के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार से मुलाकात की और उसके बाद विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरी झीरवाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया.
नाना पटोले को राहुल गांधी का करीबी माना जाता है, जिसके चलते यह कन्फर्म माना जा रहा है कि महाराष्ट्र कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के लिए ही पटोले से इस्तीफा दिलवाया गया है. फिलहाल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी बालासाहेब थोराटा के पास है जो कि अभी महाराष्ट्र सरकार में मंत्री भी हैं. बता दें, महाराष्ट्र कांग्रेस में लगातार नए अध्यक्ष की मांग की जा रही है. कुछ नेताओं ने एक व्यक्ति एक पद के स्लोगन के साथ नए प्रदेश अध्यक्ष की मांग की थी. नए अध्यक्ष के लिए जल्द ही कांग्रेस आलाकमान की तरफ से घोषणा कर दी जाएगी.
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उधर, नाना पाटोले के इस्तीफे के बाद रिक्त हुए विधानसभा अध्यक्ष का पद के लिए सियासत तेज हो गई है. अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस की ओर से कैबिनेट मंत्री विजय वाडेट्टीवार और नितिन राऊत नाम सबसे आगे है. इसी बीच पृथ्वीराज चव्हाण का नाम भी फिर से एक बार चर्चा में आया है. माना जा रहा है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार को साधकर वह स्पीकर के लिए लाबिंग जरूर करेंगे. वैसे चर्चा इस बात की भी चल रही है कि विधानसभा अध्यक्ष का पद शिवसेना को देकर कांग्रेस महाविकास आघाड़ी सरकार में उपमुख्यमंत्री पद चाहती है. खैर, अगले कुछ दिनों में ही यह तस्वीर साफ होने की पूरी उम्मीद है क्योंकि अगले माह से विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने वाला है.
कौन हैं नाना पटोले
बागी नेता के तौर पर अपनी पहचान बनाने वाले वर्तमान में भंडारा जिले की सकोली सीट से कांग्रेस विधायक नाना पटोले कई पार्टियों में रह चुके हैं. बता दें, पटोले ने शिवसेना के नेता के तौर पर भी काम किया है. नाना पटोले कांग्रेस की ओर से महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता भी रह चुके हैं. हालांकि, पटोले पहली बार तब सुर्खियों में आए जब 2014 में वो बीजेपी से सांसद बने. दरअसल, दिग्गज नेता नाना पटोले 2014 के आम चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. 2014 का लोकसभा चुनाव नाना पटोले ने भाजपा के टिकट पर लड़ा था और दिग्गज एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल को हराया था. लेकिन इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ लगातार बयान देने के कारण बीजेपी में उनकी पारी लंबी नहीं चल पाई. 2018 में नाना पटोले ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया और फिर से कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. अब उनको महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की कवायद चल रही है.