Politalks.News/Rajasthan/Nagar Nigam. राजस्थान के नवगठित 6 नगर निगमों के 560 वार्डों में हुए चुनावों का फाइनल परिणाम आ चुका है. कुल 6 निगमों में से दो में कांग्रेस और दो में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिला है. अन्य दो नगर निगमों में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला है. यहां निर्दलीय पार्षद किंगमेकर की भूमिका में होंगे. हालांकि शेष दोनों निगमों में कांग्रेस को बढ़त हासिल है और अधिकांश निर्दलीय का झुकाव कांग्रेस की ओर है. ऐसे में चार नगर निगमों में कांग्रेस का बोर्ड बनना तय माना जा रहा है. वहीं बीजेपी को जयपुर ग्रेटर और जोधपुर दक्षिण में शानदार सफलता हाथ लगी है.
जयपुर हैरिटेज (100), जयपुर ग्रेटर (150), जोधपुर उत्तर (80) व जोधपुर दक्षिण (80) और कोटा उत्तर (70) व कोटा दक्षिण (80) के नए निर्मित नगर निगमों का अंतिम परिणाम आ गया है. जयपुर ग्रेटर और जोधपुर दक्षिण में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिला है. वहीं जोधपुर उत्तर और कोटा उत्तर में कांग्रेस का बोर्ड बनना तय है. जयपुर हैरिटेज और कोटा दक्षिण में किसी को भी बहुमत नहीं मिला लेकिन इन दोनों में भी कांग्रेस का बोर्ड बनना तय माना जा रहा है.
जयपुर नगर निगम (250) की बात करें तो जयपुर ग्रेटर की 150 सीटों में से बीजेपी ने 88 सीटों का जादूई आंकड़ा छुआ है. कांग्रेस ने 49 वार्ड में जीत हासिल की है. 13 वार्ड में निर्दलीय को जीत मिली है. यहां बीजेपी का मेयर बनना तय है. इसी तरह जयपुर हैरिटेज में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है और यहां पेंच निर्दलीयों के बीच फंस गया है. कांग्रेस को 47 और बीजेपी को 42 वार्डों में जीत मिली है. 11 वार्ड में निर्दलीयों को जीत मिली है. अंतर काफी कम है और मुकाबला टक्कर का है. दोनों निगमों में कुल 1116 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई थी.
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जोधपुर नगर निगम (160) के जोधपुर उत्तर में कांग्रेस ने एक तरफा जीत तय की है. कांग्रेस को 80 में से 58 वार्डों में जीत मिली है. 19 वार्ड में बीजेपी और 8 वार्डों में निर्दलीयों को जीत मिली है. वहीं जोधपुर दक्षिण में बीजेपी ने 43 वार्डों में जीत हासिल की है. यहां भाजपा का मेयर बनना तय है. कांग्रेस को 29 और निर्दलीय को 8 वार्ड में जीत मिली है.
बात करें कोटा नगर निगम (150) की. यहां कोटा उत्तर के 70 में से 42 वार्डों में कांग्रेस ने जीत दर्ज कर स्पष्ट बहुमत हासिल किया है. यहां कांग्रेस का बोर्ड बनना तय है. 13 वार्डों में बीजेपी और 5 वार्ड में निर्दलीयों ने कब्जा जमाया है. कोटा दक्षिण में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. यहां जीत की चाबी निर्दलीयों के हाथों में है और मुकाबला बराबर का है. 80 में से बीजेपी और कांग्रेस दोनों को ही 36-36 वार्डों में जीत मिली है. 8 निर्दलीय जीतकर आए हैं. बहुमत के लिए 41 सीटों की जरूरत है. ऐसे में जिसके पास निर्दलीयों का साथ होगा, उसी का मेयर बनेगा.
जयपुर हैरिटेज और कोटा दक्षिण में निर्दलीय किंगमेकर बनकर उभरेंगे. ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी दोनों की मान मनुहार का दौर शुरु हो गया है. लेकिन ये भी सच है कि अधिकांश निर्दलीय पार्षदों का झुकाव कांग्रेस की ओर अधिक है. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि दोनों निगमों में जीते हुए कांग्रेस बागियों की संख्या अधिक है. ऐसे में कुल 6 में से 4 में कांग्रेस की बल्ले बल्ले मानी जा रही है. वहीं जयपुर ग्रेटर और जोधपुर दक्षिण में बीजेपी ने सफलता हासिल की है, वहां कांग्रेस दूर दूर तक मुकाबले में नहीं दिखी है. जबकि जयपुर हैरिटेज और कोटा दक्षिण में मुकाबला करीब करीब बराबरी का छूटा है.
नगर निगम चुनाव के परिणाम आने के बाद महापौर की लॉबिंग शुरु हो गई है. जयपुर ग्रेटर से बीजेपी की सौम्या गुर्जर का नाम सबसे आगे चल रहा है. सभी 6 निगमों में महापौर का चुनाव 10 नवंबर होगा. 11 नवंबर को उप महापौर के लिए मतदान होगा.