PoliTalks.news/UP-MP. ‘ब्राह्मण हूं, एनकाउंटर हो जाएगा’ बयान देने वाले बाहुबली विधायक विजय मिश्रा को मध्य प्रदेश पुलिस ने हिरासत में लिया है. उत्तर प्रदेश के ज्ञानपुर से विधायक विजय मिश्रा को एमपी पुलिस ने प्रदेश के आगर जिले के मालवा से भदोही पुलिस की सूचना पर हिरासत में लिया है. भदोही पुलिस की टीम मालवा रवाना हो गई है, जो उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तारी कर वापिस लाएगी. विजय मिश्रा ने एक वीडियो जारी करके अपना एनकाउंटर होने की आशंका जताई थी. विजय मिश्रा निषाद पार्टी से विधायक हैं.
दरअसल, विधायक विजय मिश्रा, उनकी पत्नी एवं एमएलसी रामलली मिश्रा और उनके कारोबारी पुत्र विष्णु मिश्रा पर विधायक के रिश्तेदार कृष्णमोहन तिवारी ने मुकदमा दर्ज कराया था. इन तीनों पर मारपीट करने और संपत्ति हड़पने का आरोप है. 8 अगस्त को पुलिस ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. मुकदमा दर्ज होने के बाद विधायक विजय मिश्रा गायब हो गए. इस बीच विधायक विजय मिश्रा ने बुधवार रात एक वीडियो जारी कर अपना एनकाउंटर होने की आशंका व्यक्त की है. वीडियो में विधायक ने कहा कि मैं ब्राह्मण हूं, इसलिए पुलिस कभी भी मेरा एनकाउंटर हो सकता है.
वीडियो में विधायक मिश्रा ने कहा, ‘मेरी पत्नी रामलली और बेटे विष्णु को फर्जी मामले में फंसाया जा रहा है. ब्राह्मण होने के नाते उन्हें परेशान किया जा रहा है, क्योंकि वो ब्राह्मण होकर चार बार से विधायक हैं.’ विजय मिश्रा यह कहते दिख रहे हैं कि उनके साथ ये सब इसलिए हो रहा है ताकि बनारस या चंदौली का कोई माफिया यहां आकर चुनाव लड़ सके. बलिया के किसी बेटे को चुनाव लड़ने की बात भी कर रहे हैं इसीलिए उनकी हत्या कराई जा सकती है.
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अपने वीडियो में निषाद विधायक ने यहां तक कहा है कि कभी भी किसी भी समय या आज रात को ही उनकी हत्या हो सकती है. उन्होंने कहा कि मैं चार बार का विधायक हूं. ऐसे में कुछ लोग नहीं चाहते कि जनपद से कोई चुनाव लड़े. इसके लिए विधायक विजय मिश्रा ने एक पत्र भी यूपी सरकार को भेजा है.
अपने उपर लगे आरोपों का खंडन करते हुए विधायक मिश्रा ने कहा कि आरोप लगाने वाले रिश्तेदार का मकान अलग और उनका मकान अलग है, कागजात में भी यही लिखा है. विजय मिश्रा ने प्रशासन पर भी उनके खिलाफ षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया. विधायक ने कहा कि सारे विरोधी नेता और पुलिस विभाग मिला हुआ है. उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी रामलली और बेटे विष्णु को फर्जी मामले में फंसाया जा रहा है.
बता दें, सपा के दौर में बाहुबली विजय मिश्रा की पूर्वांचल में तूती बोलती थी. विजय मिश्रा का राजनीतिक सफर कांग्रेस से शुरू होकर समाजवादी पार्टी और बाद में निषाद पार्टी तक पहुंचा है. कांग्रेस से 30 साल पहले भदोही में ब्लॉक प्रमुख बनने वाले विजय मिश्रा ज्ञानपुर सीट से 2002, 2007 और 2012 में सपा के टिकट पर विधानसभा का सफर तय किया. 2017 के वि.स.चुनाव में सपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया था, तो वे निषाद पार्टी से चुनावी मैदान में उतरे और मोदी लहर के बावजूद जीतने में कामयाब रहे. विजय मिश्रा पर पहले से ही छोटे-बड़े मिलाकर करीब 64 मामले दर्ज हैं.