नागौर सांसद और RLP पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल का बयान, राजस्थान के फलोदी जिले में मतोड़ा के निकट हुए भीषण सड़क हादसे के बाद सांसद हनुमान बेनीवाल ने प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर खड़े किए सवाल, सांसद बेनीवाल ने कहा कि अवैध रूप से संचालित ढाबों के कारण रुका ट्रेलर बना हादसे की बड़ी वजह, एनएचएआई अधिकारियों के संज्ञान में होने के बावजूद अवैध ढाबों को नहीं किया जा रहा है बंद, वही इसे लेकर सांसद हनुमान बेनीवाल ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को दी जानकारी, सोशल मीडिया पर सांसद बेनीवाल ने कहा- नितिन गडकरी जी आपका ध्यान आज हमारे प्रदेश राजस्थान के फलोदी जिले से गुजर रही भारतमाला परियोजना के अंतर्गत बनी सड़क पर लोहावट क्षेत्र में हुए हुए भीषण सड़क हादसे में एक दर्जन से अधिक लोगों की हुई दुःखद मृत्यु से जुड़े अत्यंत हृदयविदारक मामले की तरफ आकर्षित करते हुए अवगत करवाना चाहता हूं कि भारतमाला परियोजना के अंतर्गत बने राष्ट्रीय राजमार्गो पर अवैध ढाबों के कारण सड़क हादसों में हो रही वृद्धि के बावजूद NHAI के अधिकारी अवैध ढाबे हटाने में नाकाम नजर आ रहे है और आज हुआ यह हादसा भी अवैध रूप से संचालित ढाबे के कारण हुआ जहां एक ट्रेलर खड़ा था, जिससे एक श्रद्धालुओं से भरी बस टकरा गई जिससे यह स्पष्ट है कि यह हादसा इस भारतमाला परियोजना के अंतर्गत बने NH की मॉनिटरिंग कर रहे अफसरों की लापरवाही का भी परिणाम है.
सांसद बेनीवाल ने आगे कहा- मंत्री जी एक तरफ सरकार कहती है कि भारतमाला सड़क परियोजना का उद्देश्य देश के प्रमुख मार्गों को चौड़ा और आधुनिक बनाकर तेज ,सुरक्षित और निर्बाध यातायात सुनिश्चित करना है मगर जब ऐसी दुर्घटनाएं देखते है तो सरकार के दावे खोखले साबित होते नजर आते है क्योंकि बिना अनुमति के बने अनेक ढाबे, दुकानें और पार्किंग स्पॉट जो सड़क सुरक्षा के लिए तो गंभीर खतरा बने हुए है मगर आपके विभाग के अफसरों को नजर नहीं आते है ,मेरी मांग है कि इस मामले में NHAI के अधिकारियों की भी जिम्मेदारी तय करके उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए क्योंकि यदि अधिकारी अवैध ढाबों को इस सड़क पर लगने ही नहीं देते तो शायद यह हादसा नही होता साथ ही राजस्थान सरकार को भी निर्देशित करके सड़क किनारे अवैध ढाबों / दुकानों के खिलाफ NHAI और राज्य प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई करवाई जाए ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृति नहीं हो साथ ही NHAI के जिम्मेदार अफसरों से यह स्पष्टीकरण दिलवाया जाएं कि इस दुर्घटना स्थल से भारतमाला सड़क पर निर्धारित दूरी पर ट्रॉमा सेंटर था या नहीं यदि था तो क्या वो ऑपरेशनल है या नहीं और ऑपरेशनल नहीं है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार है ?



























