नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल का बयान, आरपीसी को लेकर बोले सांसद हनुमान बेनीवाल, बेनीवाल ने भजनलाल सरकार से मांग करते हुए कहा कि RPSC का UPSC की तर्ज पर पुनर्गठन अत्यंत आवश्यक है, सांसद बेनीवाल ने कहा- हम लगातार RPSC को भंग करके उसका UPSC की तर्ज पर पुनर्गठन करने की मांग भी कर रहे है और अब तो माननीय राजस्थान उच्च न्यायालय ने भी राजस्थान लोक सेवा आयोग की कार्यशैली को लेकर प्रसंज्ञान लिया है और इसे पीआईएल के तौर पर दर्ज करने के निर्देश दिए है जिससे यह साबित होता है कि RPSC में बैठे जिम्मेदारों ने सत्ता के संरक्षण में किस तरह राजस्थान के मेहनतकश युवाओं के सपनों के साथ कुठाराघात किया , तत्कालीन RPSC अध्यक्ष संजय क्षोत्रिय,RPSC सदस्य मंजू शर्मा, संगीता आर्य, रामूराम राइका व बाबूलाल कटारा को लेकर जो बात माननीय न्यायालय ने कही है उसको ध्यान में रखते हुए सरकार को तत्काल मंजू शर्मा व संगीता आर्य को आयोग के सदस्य पद से हटाने के लिए संवैधानिक प्रक्रियाओं को अपनाना चाहिए और संजय क्षोत्रिय के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करके तत्काल उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए, जयपुर में हमारे द्वारा की गई रैली के बाद सरकार ने RPSC के पुनर्गठन को लेकर हमे भी आश्वासन दिया और इस मांग को लेकर हमने राज्यपाल महोदय से भी मुलाकात की और मैने संसद के मानसून सत्र से पहले आयोजित सर्वदलीय बैठक में तथा उसके बाद लोक सभा में भी यह मामला उठाया और दिल्ली में बैठे नेताओं को भी अवगत करवाया कि राजस्थान के युवाओं के हित में RPSC का UPSC की तर्ज पर पुनर्गठन अत्यंत आवश्यक है, ऐसे में अब राजस्थान सरकार को इस बात को गंभीरता से लेते हुए RPSC का पुनर्गठन करना चाहिए



























