Politalks.News/MP. मध्यप्रदेश में 28 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनावों को लेकर कांग्रेस ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है. सत्ता वापसी की आस में एमपी कांग्रेस ने 28 सीटों के लिए 28 वचन पत्र तैयार किए हैं. कांग्रेस ने इन वचन पत्रों में लोक लुभावन बनाने की कोशिश की है. इसमें सबसे प्रमुख और लुभावना जो है वो कोरोना को लेकर है. वचन पत्र में कांग्रेस ने वादा किया है कि सत्ता में आने के बाद कांग्रेस कोरोना को राजकीय आपदा घोषित करेगी. कोरोना से मरीज की मौत होने पर कांग्रेस अनुग्रह राशि देगी. अगर संक्रमित मुखिया की मौत हुई तो सरकार परिवार के एक सदस्य को संविदा नौकरी देगी. कांग्रेस ने इस वचन पत्र में घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को सौ यूनिट फ्री बिजली देने का वादा भी किया है.
गौशालाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए कांग्रेस ने सरकार बनने पर छत्तीसगढ़ की गौधन योजना को एमपी में लागू करने की बात कही है. छत्तीसगढ़ सरकार की तर्ज पर गौ धन सेवा योजना शुरू करने और गौ सेवकों की सेवाएं लेने का भी वादा किया है. इसके साथ ही फुटकर व्यापारियों को 50 हजार रुपये का ब्याज मुक्त कर्ज दिया जाएगा. खास बात ये है कि हर विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग वचनपत्र तैयार कराया गया है जिन्हें भी जल्द ही लांच किया जाएगा.
विधानसभा वार वचन पत्र में कृषि और किसान, सिंचाई, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेलकूद, पेयजल, सड़क पुल, उद्योग, रोजगार, पर्यटन, संस्कृति, प्रशासनिक से लेकर नए वचन का सारांश भी पेश किया है. इनके अलावा, सरकारी कर्मचारियों के बकाया डीए और वेतन वृद्धि जारी करने से लेकर अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण की बात भी वचन पत्र में कही गई है.
यह भी पढ़ें: एमपी उपचुनाव में कांग्रेस को कमलनाथ के मंगल कनेक्शन पर विश्वास तो नरोत्तम मिश्रा ने उड़ाई खिल्ली
इधर, एमपी कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि शिक्षक भर्ती-2018 के चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति की मांग भी की है. कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को बीच में रोक देने के कारण बड़ी संख्या में उच्च माध्यमिक तथा माध्यमिक चयनित शिक्षक परेशान होकर दर-दर भटक रहे हैं. बेरोजगारी के कारण वे इस महामारी में आर्थिक व मानसिक परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं. ऐसे में शिक्षक भर्ती-2018 वर्ग 1, वर्ग 2 की प्रक्रिया को तत्काल पूरी कराकर, चयनित शिक्षकों अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रदान करें और उनकी रोजगार की मांग को पूरा करें.
मैं सरकार से मांग करता हूँ कि शिक्षक भर्ती – 2018 वर्ग 01, वर्ग 02 की प्रक्रिया को तत्काल पूर्ण करवा कर ,चयनित शिक्षकों अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रदान करें , उनकी रोजगार की मांग को पूरा करें।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 1, 2020
इनके अलावा, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार को अलग-अलग मुद्दों पर निशाना बनाया है. उन्होंने कहा, ‘शिवराज सरकार में मध्यप्रदेश में किसान फ़सल खराब होने पर मुआवजे के अभाव में आत्महत्या कर रहे हैं, रोज़गार को लेकर युवा भटकते हुए खुदखुशी कर रहे हैं, मासूम बहन-बेटियों से दरिंदगी की घटनाएं हो रही हैं. खरगोन में मासूम बेटी के साथ दरिंदगी की घटना, सिहोर में फिर एक किसान की खुदकुशी की घटना और भोपाल में युवा की रोज़गार ना मिलने पर खुदकुशी की घटना इसके प्रत्यक्ष उदाहरण हैं. पता नहीं शिवराज सरकार कब नींद से जागेगी और ऐसी घटनाओं पर रोक लगेगी?’
गौरतलब है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस वचन पत्र लेकर आई थी, जिसमें सबसे प्रमुख मुद्दा किसानों की कर्ज माफी और बिजली का बिल माफ करने जैसे मुद्दे थे. इन मुद्दों को पूरा करने में कमलनाथ सरकार ने प्रयास भी किया था लेकिन विपक्ष किसानों के मुद्दे को लेकर कांग्रेस को घेरती रही है. ऐसे में अब प्रदेश कांग्रेस अपने मिनी वचन पत्र के सहारे 28 सीटों को जीतने की कोशिश में जुटी है.
कमलनाथ ने योगी सरकार को बताया तानाशाह
हाथरस जाते वक्त कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की गिरफ्तार व उससे पहले यूपी पुलिस द्वारा किए गए व्यवहार की कमलनाथ ने निंदा की है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसे बेहद आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि यूपी सरकार की इस तानाशाही का कांग्रेस विरोध करेगी.
हाथरस की पीड़िता के परिजनो से मिलने जा रहे श्री राहुल गांधी व प्रियंका गांधी को यूपी की भाजपा सरकार के ईशारे पर जिस तरह से पुलिस ने बलपूर्वक ज़बर्दस्ती रोका , उनके साथ धक्का मुक्की की गयी , अभद्र व्यवहार किया गया ,वो बेहद आपत्तिजनक व निंदनीय है।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 1, 2020
कमलनाथ ने कहा कि हाथरस की घटना पूरे देश के माथे पर कलंक है. पूरे देश ने देखा कि किस प्रकार आधी रात में परिजन को बताए बिना पीड़िता का धार्मिक भावनाओं के विपरीत अंतिम संस्कार किया गया. पीड़िता न्याय की उम्मीद से अस्पताल में जीवन और मौत से संघर्ष करती रही और यूपी सरकार बेखबर बनी रही. कमलनाथ ने कहा कि जब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पीड़िता के परिवार से मिलना चाहते है, सांत्वना देना चाहते हैं तो उन्हें रोका जा रहा है. यूपी सरकार की तानाशाही का कांग्रेस राज्य में विरोध करेगी.