Wednesday, January 15, 2025
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मोरबी की घटना लापरवाही का नमूना, सिर्फ जांच से नहीं चलेगा काम, दोषियों को मिले सजा- CM गहलोत: रविवार को गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी पर बना केबल ब्रिज टूटने पर गर्म हुई सियासत, विपक्षी दल लगातार साध रहे हैं बीजेपी पर निशाना, गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए अहमदाबाद पहुंचे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना पर दुःख जताते हुए उठाए सवाल, सीएम गहलोत पत्रकारों से बात करते हुए कहा- ‘मोरबी की घटना है लापरवाही का नमूना, इस घटना की सिर्फ जांच से काम नहीं चलेगा, दोषियों को सजा मिलनी चाहिए, सरकार को निष्पक्ष जांच कर पता करनी चाहिए कि कुछ दिन पूर्व ही रिनोवेशन के बाद खुला पुल कैसे गिर गया? अभी जो मुआवजा सरकार की तरफ से दिया जा रहा है वह है नाकाफी, घायलों का कराया जाए बेहतर इलाज,’ रविवार को हुए इस हादसे में करीब 130 लोग गंवा चुके हैं अपनी जान, वहीं कुछ लोग अब भी बताए जा रहे हैं लापता, इस हादसे के बाद ब्रिज मैनेजमेंट कंपनी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस किया गया है दर्ज

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शिंदे का बड़ा एलान, CAG करेगी BMC के पिछले 2 सालों के काम की जांच, बढ़ सकती है उद्धव की मुश्किल: महाराष्ट्र की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर, बृह्नमुंबई महानगरपालिका में चुनाव से पहले होगी बड़ी हलचल, महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने CAG के जरिए बीएमसी की कामों की जांच कराने के दिए आदेश, संभावनाएं जताई जा रही हैं कि कोरोनावायरस महामारी के दौरान बीएमसी की तरफ से लिए गए फैसले भी कैग की जांच के दायरे में आ सकते हैं, राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 24 अगस्त को महाराष्ट्र विधानसभा में की थी कैग ऑडिट की घोषणा, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को बीएमसी की तरफ से 28 नवंबर 2019 और 28 फरवरी 2022 के बीच 12 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की जांच के लिए कैग का किया है रुख, उस दौरान राज्य में थी महाविकास अघाड़ी की सरकार, साथ ही बीएमसी पर तब तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना का था नियंत्रण, मिली जानकारी के अनुसार कैग महामारी के दौरान अस्पताल स्थापित करने से जुड़े विवादित फैसलों की कर सकता है जांच
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शिंदे के विश्वासघात और अपवित्र महत्वकांक्षा के कारण पिछड़ने लगा है प्रदेश, इनसे बेहतर तो हम थे- ठाकरे: महाराष्ट्र में निवेशकों के राज्य से बाहर जाने पर विपक्ष ने साधा प्रदेश सरकार पर निशाना, शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने साधा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लिया आड़े हाथ, शिंदे गुट पर निशाना साधते हुए बोले आदित्य ठाकरे- ‘महाराष्ट्र एकनाथ शिंदे के विश्वासघात और अपवित्र महत्वाकांक्षा के कारण लगा है पिछड़ने, जब हम डबल इंजन सरकार के बारे में बात करते हैं तो महाविकास आघाड़ी सरकार के समय केंद्र के साथ हमारे डबल इंजन ने किया है काफी अच्छा काम, इस असंवैधानिक सरकार के सत्ता में आने के बाद एक इंजन फेल हो गया और जो निवेश महाराष्ट्र में आना था, वह जा रहा है दूसरे राज्यों में,’ वहीं उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा- ‘अगर अगर मैं वर्तमान सरकार में डिप्टी सीएम के पद पर होते तो दे चूका होता कब का इस्तीफा, क्योंकि इस सरकार में फडणवीस की छवि लगी है दांव पर, मैं उपमुख्यमंत्री की जगह नए सिरे से चुनाव का चुनता विकल्प’
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