Politalks.News/Bihar/Rahul Gandhi. बिहार विस चुनाव प्रचार का अंतिम दौर चल रहा है. गुरुवार शाम 5 बजे तक रैलियों का शोर पूरी तरह थम जाएंगा. इससे पहले सभी राजनीतिक दल रैलियों में जमकर पसीना बहा रहे हैं. इसी कड़ी में राहुल गांधी ने अररिया और मधेपुरा के बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्र में चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया. बिहारीगंज सीट पर दिग्गज़ राजनीतिज्ञ और जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है. यहां से उनकी बेटी सुभाषिनी यादव कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में है. राहुल गांधी ने न केवल सुभाषिनी यादव के लिए वोट अपील की, बल्कि नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर हमला करते हुए महागठबंधन जीतने का दावा किया, साथ ही EVM को MVM यानि मोदी वोटिंग मशीन बताया.
बिहार के अररिया में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग का मशीन (ईवीएम) का नाम मोदी वोटिंग मशीन (एमवीएम) है, लेकिन इस बार बिहार के युवाओं में गुस्सा है इसलिए मोदी वोटिंग मशीन के बावजूद महागठबंधन चुनाव जीतने जा रहा है. अपने भाषण की शुरुआत करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जब भी नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की बात होती है तो आज इन्हें अलग न समझें. दोनों एक ही हैं. नीतीश कुमार मोदी की मदद करते हैं और पीएम मोदी नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाते हैं. ऐसे में आप लोगों के मन में कोई गलतफहमी नहीं रहनी चाहिए.
पहला मौका नहीं जब नीतीश कुमार ने जनता को छुरा मारा
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले चुनाव में आपने महागठबंधन को वोट किया लेकिन नीतीश जी ने आपके पेट में छुरा मारा. यह पहला मौका नहीं है जब उन्होंने ऐसा किया. वो कई बार ऐसा कर चुके हैं. प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि टीवी पर सिर्फ और सिर्फ नरेंद्र मोदी का चेहरा दिखता है. वे रात को आठ बजे आते हैं और नोटबंदी की घोषणा कर देते हैं. इसी तरह उन्होंने बिना चर्चा किए ही लॉकडाउन लगा दिया. देश के प्रधानमंत्री जानते हैं कि लाखों-करोड़ों मजदूर दिहाड़ी पर जीते हैं. प्रधानमंत्री ने एक मिनट सोचा कि आपके बिना नोटिस या चेतावनी के बिहार के मजदूरों का क्या हाल होगा?
यह भी पढ़ें: राहुल गांधी के राजनीतिक भविष्य पर गहरा प्रभाव डालेंगे बिहार चुनाव के नतीजे
वहीं नए कृषि कानूनों का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ये कैसी आजादी है कि किसान परेशान है और प्रदर्शन करने को मजबूर है. बिहार में 800 रुपये धान का रेट है लेकिन हमारी सरकार आई तो 2500 रुपए धान का रेट दिया जाएगा. छत्तीसगढ़ में आज वहां के किसान 2500 रुपए धान का पा रहे हैं.
बिचौलियों के रूप में उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाना चाहती है सरकार
मधेपुरा के बिहारीगंज में एक अन्य जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कोरोना वायरस संकट, बेरोजगारी, किसानों एवं छोटे व्यापारियों की समस्याओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता ने केंद्र के नए कृषि कानूनों को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नए कानून किसानों को खत्म करने वाले हैं. किसानों को उनकी फसल के सही दाम दिलवाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार ने क्या किया? मोदी कहते हैं कि हमने किसान को आजाद किया कि वो अपना मक्का-धान देश में कहीं भी जाकर बेच सकता है लेकिन किसान कैसे बेचेगा.. बिहार में सड़क कहां है.
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार बिचौलियों के रूप में उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाना चाहती है. मोदी सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की प्रणाली, खरीद की व्यवस्था, मंडी की प्रणाली को पूरे हिंदुस्तान में नष्ट कर रही है.
राहुल गांधी ने कहा कि पिछले वादे पूरे नहीं करने वाले ये नेता अब चुनाव में लोगों से वोट मांग रहे हैं. मोदी जब 6 साल पहले सत्ता में आए कहा था कि दो करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे. नीतीश कुमार सीएम बने तो उन्होंने बिहार को बदल देने की बात कही थी लेकिन जो हुआ, सब आपके सामने है. इस चुनाव में वो ही युवा उनसे पूछते हैं कि हमें रोजगार क्यों नहीं दिया तो नीतीश जी उन्हें धमकाते हैं.
यह भी पढ़ें: ‘बिहार का मौसम बदल रहा है यारो…हिंदुस्तान जिंदाबाद’
राहुल गांधी ने बिहारीगंज में कांग्रेस प्रत्याशी सुभाषिनी यादव के लिए वोट अपील की. राहुल गांधी ने शरद यादव की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने वरिष्ठ समाजवादी नेता से काफी कुछ सीखा है और शरद यादव उनके गुरु हैं. इस नाते सुभाषिनी को जिताने की जिम्मेदारी उनकी है. वहीं कोरोना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए कहा था कि ताली बजाओ, थाली बजाओ. इसके बाद उन्होंने मोबाइल फोन की लाइट जलवाई और 22 दिन में कोरोना वायरस संक्रमण खत्म होने की बात कही लेकिन कोरोना फैलता जा रहा है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान जब लाखों मजदूर पैदल ही अपने घर आ रहे थे, तब नीतीश कुमार और मोदी ने उनकी मदद नहीं की. जब कोरोना महामारी आई तो प्रधानमंत्री मोदी ने बिना कोई चेतावनी दिये, बिना लॉकडाउन का नोटिस दिए ही, इसे लागू कर दिया. जैसे नोटबंदी लागू की, वैसे ही लॉकडाउन कर दिया और देशभर के मजदूरों को इस दौरान भूखे प्यासे पैदल यहां आना पड़ा. संबोधन के अंत में उन्होंने जनता से दिल खोलकर महागठबंधन को वोट देने की अपील की.