पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में देश के 20 सैनिकों के शहीद होने को लेकर एक तरफ जहां देशवासियों का चीन पर गुस्सा फूट रहा है वहीं कांग्रेस इस झडप को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साध रही है. बुधवार सुबह कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जवानों के शहीद होने पर पीएम चुप क्यों हैं? वह क्यों छुपा रहे हैं? अब बहुत हो गया है, हमें यह जानना होगा कि क्या हुआ है? चीन ने हमारे सैनिकों को मारने की हिम्मत कैसे की? हमारी जमीन लेने की उनकी हिम्मत कैसे हुई? वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी भारतीय जवानों और उच्च सैन्य अधिकारी के शहीद होने पर मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया.
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बुधवार को राजधानी जयपुर में पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि गलवान वैली में जवानों की शहादत से पूरे देश में भारी रोष है, गंभीर चिंता व व्यग्रता है. पूरे देश को हमारे वीर सपूतों के शौर्य पर गर्व है, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर भारत मां की अस्मिता की रक्षा की है. भारत के साहसी सैनिकों पर हमें नाज है जो आज भी सीना ताने दुश्मन के सामने खड़े हैं. लेकिन चीनी सेना के इस दुस्साहस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मोदी सरकार ने मौन क्यों साध रखा है?
सुरजेवाला ने आगे कहा कि देश को उम्मीद नहीं थी की 40 दिनों की दिल्ली के हुक्मरानों की सरकारी चुप्पी का परिणाम इतना हद्रय विदारक होगा. मोदी सरकार की कमियां और नाकामियों की वजह से हमारे सैनिकों की शहादत का यह दुखद दिन देश को देखना पड़ा. कांग्रेस नेता राहुल गांधी व कांग्रेस पार्टी बार-बार केंद्र सरकार से गुहार लगाते रहे, कुछ बताइए कि आखिर सीमा पर परिस्थितियां क्या है? चीन की सेना ने हमारी सरहदों में कहां तक कब्जा कर लिया है? हमारी कितनी जमीन चीन ने हड़प ली है? सेना के पूर्व अधिकारी भी मोदी सरकार को लगातार आगाह कर रहे थे की स्थिति गंभीर है. सरकार को सावधान होकर कार्यवाही करने की आवश्यकता है. लेकिन लापरवाह और नकारा सरकार अपने राजनीतिक जलसों, चुनावी लडाइयों और विपक्ष की सरकारें गिराने के षड्यंत्र में व्यस्त रही. सीमा की सच्चाई देश से छुपाती रही.
सुरजेवाला ने कहा कि बड़े दुख से कहना पड़ता है कि केंद्र की मोदी सरकार की प्राथमिकता में देश नहीं अपने दल की सत्ता मात्र है. मोदी सरकार में सवालों पर पाबंदी है और सूचनाओं पर तालाबंदी है. आज देश से सब कुछ छुपाया जा रहा है पर क्या मोदी सरकार के पास उन सैनिकों की मां के लिए कोई जवाब है जिन्होंने देश की रक्षा में अपने बेटों की कुर्बानी दी है. क्या उन पत्नियों के लिए कोई जवाब है जिन्होंने भारत मां की रक्षा करने के लिए अपने सिंदूर को खोया है. क्या उन बच्चों के लिए कोई जवाब है जिनके सर से पिता का साया उठ गया है. सच्चाई यह है कि देश की हुकूमत चेताये जाने के बावजूद आंखें मूंदे रही और गलवान घाटी में सैनिकों की शहादत के वाक्ये को होने दिया.
सुरजेवाला ने आगे कहा कि चीन ने भारत की सरजमी पर कब्जा कर लिया उसकी रक्षा करते हुए हमारे सैनिक वीरगति को प्राप्त हो गए. दिल्ली में बैठी केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री मादी और रक्षा मंत्री ने चुप्पी साधे रखने के अलावा क्या किया? हमारे शहीदों की शहादत को सलाम करते हुए कांग्रेस की ओर से हम फिर दोहराते हैं की राष्ट्रीय सुरक्षा व देश की अखंडता के हर मुद्दे पर देश के 130 करोड़ नागरिक सरकार के साथ खडे हैं. मोदी सरकार को देश को विश्वास में लेना होगा.
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सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो बात बात पर ट्वीट करते हैं आज देश के सामने आकर मोदी जी को सच्चाई बतानी होगी कि चीन ने हमारी सरजमी पर कब्जा कैसे किया? हमारे 20 सैनिकों की शहादत कैसे हुई? मौके पर आज की स्थिति क्या है? क्या हमारे सैन्य अधिकारी और सैनिक आज भी लापता हैं? हमारे कितने सैन्य अधिकारी और सैनिक गंभीर रूप से घायल हैं? चीन में हमारे कितने हिस्से पर कहां-कहां कब्जा किया है? इस पूरी स्थिति से निपटने के लिए मोदी सरकार की नीति और रास्ता क्या है? इन सभी सवालों का जवाब मोदी जी को देना होगा. अब जिम्मेदारी कसौटी और इम्तिहान मोदी सरकार का है कि देश और देशवासियों को विश्वास में ले.